महादेव सट्टा एप से जुड़ा आरक्षक भीम बर्खास्त

एसपी ने लिया एक्शन

-ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में किया है गिरफ्तार

भिलाई। महादेव सट्टे के मामले में रायपुर जेल में बंद आरक्षक भीम सिंह यादव को पुलिस अधीक्षक जितेंद्र शुक्ला ने बर्खास्त कर दिया है। आरक्षक भीम को ईडी ने नवंबर 2023 में मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में गिरफ्तार किया था। इसके बाद से ही वह रायपुर जेल में बंद है। लंबे समय से फरार चल रहे आरक्षक अर्जुन सिंह यादव पर कार्रवाई करने के बाद उसके सगे भाई भीम सिंह यादव पर भी कार्रवाई किया है। एसपी शुक्ला की इस कार्रवाई से विभाग में हड़कंप मच गया है। पुलिस विभाग में लंबे समय से पदस्थ रहे आरक्षक भीम सिंह यादव कई पुलिस अफसरों का चहेता बना हुआ था। महादेव सट्टे मामले लंबे समय से संलिप्त होने का संदेह था, लेकिन ईडी की टीम ने जब इसके यहां दबिश देकर भीम को पकड़ा तब पुख्ता हो गया। आरक्षक के इस तरह के कृत्य विभाग के नियम कायदे के खिलाफ है। इस कारण एसपी ने गंभीरता से लेते हुए बर्खास्त की कार्रवाई की है। भीम यादव को पीएमएलए 2002 के तहत गिरफ्तार किया गया था, आरक्षक जेल में है। आरक्षक के पुलिस रेग्यू. पैरा 64 में प्रावधान है कि हर पुलिस पदाधिकारी केवल पुलिस सेवा के लिए अपना समय लगाएगा। वह किसी व्यापार, व्यवसाय जैसा भी हो भाग नहीं लेगा। जब तक ऐसा करने का स्पष्ट रुप से अनुमति न हो, लेकिन आरक्षक ने इसका उल्लंघन किया है। इस तरह के कर्मियों को विभाग में पदस्थ रहना विभाग और जनहित में उचित नहीं है।

कई पुलिस वाले आएंगे लपेटे में

महादेव सट्टे में शामिल पुलिस विभाग के कई कर्मी संलिप्त है। आगामी दिनों में इस तरह की कार्रवाई इन कर्मियों के खिलाफ भी जल्द होगा। पुलिस सूत्र ने बताया कि ऑनलाइन सट्टे में शामिल दो दर्जन से अधिक कर्मी रडार में है। इस तरह के गंभीर कदाचरण रवैया अपनाने वाले पुलिस कर्मियों पर बड़ी कार्रवाई होनी वाली है। नए एसपी इस तरह के पुलिस कर्मियों का डाटा खंगालने में जुट गए है। जल्द इस तरह के पुलिस कर्मियों पर गाज गिर सकती है।

वर्जन

आरक्षक को बर्खास्त किया

आरक्षक को बर्खास्त किया गया है। ऑनलाइन सट्टे में शामिल पाया गया ईडी के द्वारा भी कार्रवाई की गई। पुलिस विभाग के अनुकुल नहीं था। इसके खिलाफ कई साक्ष्य भी पाए गए है।

जितेन्द्र शुक्ला, एसपी, दुर्ग

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