संकल्प शिविर
- बस्तर को जलता हुआ छोड़ दिया था, कांग्रेस ने आदिवासियों को अधिकार दिया- बैज
- यह स्वाभिमान की लड़ाई, इसलिए सभी जिला स्तर पर धरना प्रदर्शन करना होगा- बघेल
बिलासपुर। बिलासपुर में आयोजित कांग्रेस के संकल्प शिविर में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि इस बार की लड़ाई छत्तीसगढ़ को बचाने की है, इसलिए मिलकर लड़ना होगा। इस बार की लड़ाई भाजपा के साथ ही आईटी और ईडी से भी है। उन्होंने कहा कि भाजपा के दो ही साथी ईडी और आईटी हैं, जिसके सहारे विधानसभा चुनाव लड़ा जाएगा। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि छग की कांग्रेस सरकार को गिरा नहीं सके तो अब बदनाम करने की कोशिश हो रही है। हमारी सारी योजनाओं से भाजपा को परेशानी है, हम जो गरीबों को दे रहे हैं, वह रेवड़ी है और यह जो बड़ी-बड़ी खदानों को एयरपोर्ट को रेलवे को बेच रहे हैं, वह रेवड़ी नही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह स्वाभिमान की लड़ाई है, उसके लिए सभी जिला स्तर पर धरना प्रदर्शन करना होगा।
कांग्रेस का 32 वां विधानसभा संकल्प शिविर बिलासपुर में आयोजित हुआ। स्थानीय त्रिवेणी भवन में आयोजित इस कार्यक्रम में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा सबसे पहले कहा कि भाजपा ने अपने 15 साल के कार्यकाल में बस्तर को जलता हुआ छोड़ दिया था। राज्य में कांग्रेस की सरकार आने के बाद बस्तर में नए स्कूल खुल रहे हैं, औद्योगिक विकास हो रहा है। बस्तर का कपड़ा विदेश जा रहा है और आदिवासियों को जल, जंगल, जमीन का अधिकार दिया गया है।
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पहले एयरपोर्ट बेचा अब रेलवे की बारी
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने शिविर में कहा कि पिछली भाजपा सरकार के समय आंख फोड़वा कांड, गर्भाशय कांड, राशन कार्ड घोटाला सहित खूब राशन कार्ड बनाकर कमीशन खोरी की गई थी, हमारी सरकार में राशन कार्ड के लिए एक भी आंदोलन नहीं हुआ। धान खरीदी से किसान खुश है, तो भाजपा को यह नागवार गुजर रहा है। इस साल भी हमारी कांग्रेस की सरकार 1 नवंबर से धान खरीदेगी और प्रत्येक किसान से 20 क्विंटल धान लिया जाएगा। उन्होंने केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह देश को बेच रहे हैं। पहले देश के सभी एयरपोर्ट को बेच दिया अब रेलवे की बारी है। 3 सालों से लगातार ट्रेनें लेट चल रहीं लेकिन भाजपा सरकार का ध्यान नहीं है। एयरपोर्ट की तरह रेलवे स्टेशन को चमकाने की बात हो रही है। इसका मतलब साफ है कि अब रेलवे भी बिक जाएगा।
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एसईसीएल को बचाना होगा नहीं तो रोजगार भी खत्म
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि अब केन्द्र की मोदी सरकार की नजर एसईसीएल को बेचने पर है, इसलिए ही तो रायगढ़ के गारे पेल्मा खदान को 20 साल के लिए अदानी को दे दिया है। इसका अभी विरोध नहीं किया गया तो पूरी एसईसीएल की खदानें अदानी को चली जाएंगी। इसके बात न तो स्थानीय लोगों को रोजकार मिलेगा और ना कोई काम। एसईसीएल का मुख्यालय बिलासपुर में है इसलिए विरोध और आदोंलन की शुरुआत यहीं से होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि छग की कांग्रेस की सरकार अदानी को रोकती है इसलिए राज्य में लगातार ईडी और आईटी का छापा मारा जा रहा है।
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