छोड़ा सुसाइड नोट, भड़का आक्रोश, कार्मेल स्कूल का घेराव, छात्रा से छीन लिया गया था आईडी कार्ड
स्कूल की सिस्टर मर्सी के खिलाफ जुर्म दर्ज, गिरफ्तार
अम्बिकापुर। शहर के कार्मेल स्कूल में पढ़ने वाली कक्षा 6वीं की छात्रा ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। छात्रा की लाश मंलगवार की रात कमरे में कमरे में लटकी मिली। इसके साथ ही छात्रा की लाश के साथ एक सुसाइड नोट भी मिला है जिसमें उसने अपने स्कूल की शिक्षिका सिस्टर मर्सी की प्रताड़ना से तंग आकर आत्म हत्या करने की बात लिखी है। छात्रा ने अंग्रेजी में लिखे सुसाइड नोट में लिखा है कि सिस्टर मर्सी काफी खतरनाक है और अब वह मरने के बाद उससे बदला लेगी। आज इस घटना की जानकारी मिलने के बाद लोगों का आक्रोश भड़क उठा। भाजयुमो, अभाविप ने स्कूल के बाहर जमकर टायर जलाकर प्रदर्शन किया और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। पुलिस ने फिलहाल मामले में स्कूल की प्राचार्य व शिक्षिका के खिलाफ अपराध दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया है। बताया जा रहा है कि शहर के दर्रीपारा निवासी 12 वर्षीय अर्चिशा सिन्हा पिता आलोक सिन्हा कार्मेल स्कूल में कक्षा 6वीं की छात्रा थी। अर्चिशा अपने कक्षा में अव्वल आने वाली छात्रा थी। 6 फरवरी की दोपहर लगभग 3 बजे छात्रा स्कूल से घर लौटी थी। परिजन का कहना है कि शाम लगभग साढ़े छह बजे उसने अपनी मां को बताया था कि उसकी तबीयत ठीक नहीं लग रही है ऐसे में उसकी मां ने अर्चिशा को कमरे में जाकर आराम करने को कहा था। छात्रा घर के दूसरे तल में मौजूद अपने स्टडी रूम में जाकर आराम कर रही थी। रात लगभग 9 बजे जब छात्रा की मां उसे उठाने के लिए कमरे में पहुंची तो कमरे का दरवाजा अंदर से बंद था। ऐसे में मां ने बच्ची को आवाज लगाईं। जब अंदर से कोई आवाज नहीं आई तो उन्होंने खिड़की से कमरे में झांककर देखा तो बच्ची कमरे में पंखे से दुपट्टे के सहारे फांसी पर लटकी हुई थी। मां ने तत्काल डायल 112 में फोनकर घटना की जानकारी दी। सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची डायल 112 व पुलिस की टीम द्वारा कमरे का दरवाजा तोड़कर बच्ची को फांसी से नीचे उतारा गया लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। पुलिस द्वारा आज मर्ग पंचनामा उपरान्त लाश को पीएम उपरान्त परिजन के सुपुर्द कर दिया गया।
उपजा लोगों का आक्रोश, किया स्कूल का घेराव
स्कूल में महज 12 वर्ष की छात्रा को इस कदर प्रताड़ित किया गया कि उसने इतना बड़ा कदम उठा लिया। आज सुबह छात्रा द्वारा आत्म हत्या किए जाने की जानकारी मिलने के बाद लोगों का आक्रोश भड़क उठा, भाजपा, भाजयुमों, अभाविप के साथ ही अभिभावक संघ ने कार्मेल स्कूल को घेर लिया। लोगों ने स्कूल के बाहर टायर जलाकर प्रदर्शन किया। आक्रोशित भीड़ को देखते हुए जिला व पुलिस प्रशासन द्वारा भारी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया था। एएसपी पुपलेश कुमार, सीएसपी स्मृतिक राजनाला, एसडीएम फागेश सिन्हा, डीईओ डॉ. संजय गुहे सहित आला अधिकारी मौके पर मौजूद थे। इस दौरान लोगों ने स्कूल प्रबंधन पर जमकर मनमानी किए जाने का आरोप लगाया। प्रदर्शन कर रहे लोग स्कूल के अंदर प्रवेश का प्रयास कर रहे थे। स्थिति को देखते हुए जिला व पुलिस प्रशासन के निर्देश पर कार्मेल स्कूल के बच्चों की छुट्टी कर उन्हें घर भेजा गया। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि प्राचार्य सिस्टर जीवा व सिस्टर मर्सी के खिलाफ दर्ज किया जाए व प्रबंधन पर कार्रवाई की जाए। उन्होंने आरोप लगाया कि कार्मेल स्कूल में बुधवार को राष्ट्रगान नहीं होता है। अभिभावक भी स्कूल की गतिविधियों से प्रताड़ित है। स्कूल प्रबंधन द्वारा बच्चों को तरह तरह से प्रताड़ित किया जा रहा है। भाजयुमों, अभाविप के साथ ही अभिभावक संघ ने एसपी को ज्ञापन सौंपकर मामले की जांच व दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
शिकायत करने पर छात्रों से लेते हैं बदला
छात्रा अर्चिशा सिन्हा के पिता अलोक सिन्हा सब इंजीनियर हैं और वे दो दिनों के लिए रायपुर गए हुए थे। उन्होंने बताया कि घटना से पहले लगभग साढ़े छह बजे वीडियो कॉल किया था। वीडियो कॉल में बात के दौरान किसी प्रकार के घटना का जिक्र नहीं किया था। उनका आरोप है कि स्कूल में बच्चों के आईडी कार्ड छीन लिए गए और परिजन को बुलाया जाता और उन्हें सजा दी जाती। कार्मेल स्कूल की सिस्टर मर्सी व सिस्टर जीवा पढ़ाने के साथ बच्चों को टॉर्चर करती है। स्कूल में सुर्वे सिस्टर हिंदी ढंग से नहीं पढ़ा रही थी तो मैंने स्कूल जाकर डांटा तो दूसरे दिन बच्चे को प्रताड़ित किया गया। पिता का आरोप है कि बच्चे अगर स्कूल में की गई प्रताड़ना की शिकायत घर में करते थे और परिजन शिकायत लेकर स्कूल चले जाएं तो बच्चों से बदला लिया जाता है। उन्होंने गुहार लगाई है कि स्कूल के मासूम बच्चों को ऐसे शिक्षकों से बचाया जाए ताकि इस तरह की घटना दोबारा ना हो सके।
सुसाइड नोट में लिखा- मरकर लूंगी बदला
छात्रा अर्चिशा से आत्महत्या करने से पहले एक सुसाइड नोट लिखा है। डेढ़ पन्ने के सुसाइड नोट में छात्रा अर्चिशा ने अंग्रेजी में लिखा है कि उसकी व दो अन्य साथियों की आईडी कार्ड को सिस्टर मर्सी ने छीन लिया है। सिस्टर मर्सी काफी खतरनाक है और मै काफी डर गई थी कि परिजन को स्कूल बुलाया जाएगा। छात्रा ने आगे लिखा है कि स्कूल में उन्हें सजा दी जाती थी इसलिए एक ही रास्ता बचा है मरने का। मैं मरकर बदला लूंगी। सुसाइड नोट में लिखा है कि उनके दोस्तों को सजा ना दी जाए। इसके साथ ही उसने प्रताड़ना की जानकारी अपने स्कूल के वाट्सएप ग्रुप में भी लिखकर डाली थी।
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शिक्षिका को गिरफ्तार कर भेजा गया जेल
छात्रा द्वारा आत्महत्या करने के मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। शिकायत के बाद पुलिस ने बरामद किए गए सुसाइड नोट, पीएम रिपोर्ट व परिजन के बयान के आधार पर मामले में स्कूल की सिस्टर मर्सी के विरुद्ध धारा 305 के तहत अपराध दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपी शिक्षिका को गिरफ्तार करने के बाद न्यायालय में पेश किया गया जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है। इसके साथ ही इस मामले की जांच कराई जा रही है। पुलिस अधिकारी सुसाइड नोट की जांच करने के साथ ही स्कूल के अन्य बच्चों का बयान दर्ज करने की बात भी कह रहे है।
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चल रही है जांच
छात्रा की लाश को पीएम उपरान्त परिजन के सुपुर्द कर दिया गया है। प्रकरण में एफआईआर दर्ज कर जांच उपरान्त आरोपिया शिक्षिका को गिरफ्तार कर जेल दाखिल कराया गया है। मामले की जांच चल रही है।
पुपलेश कुमार, एएसपी, सरगुजा
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अनियमितताओं की होगी जांच
छात्रा की आत्महत्या की जानकारी के बाद जिला व पुलिस प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची थी। संस्था की शिकायत मिली है। जिला प्रशासन के साथ बैठकर अनियमितताओं की जांच की जाएगी। प्रबंधन के साथ जिला प्रशासन की बैठक कर समस्याओं व शिकायतों का निराकरण भी किया जाएगा।
डॉ. संजय गुहे, डीईओ
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