अग्रवाल की दूसरी फैक्ट्री में भी खुले में बिखरा बारूद

  • हरदा में ग्रामीणों ने इसे बंद कराने किया चक्काजाम

(फोटो : अग्रवाल)

हरदा। एमपी के हरदा में धमाकों के बाद ग्रामीणों में आक्रोश है। अपनों को खोने का गम उनके आक्रोश में भी दिख रहा है। जिस फैक्ट्री में धमाका हुआ, उससे तीन किमी दूर रेहटा खुर्द पर एक और फैक्ट्री है। जिसमें बारूद और कच्चा माल खुले में पड़ा है। ग्रामीणों ने इस फैक्ट्री को बंद कराने की मांग के साथ चक्काजाम कर दिया। बता दें कि फैक्ट्री मालिक अग्रवाल के पास 12 लाइसेंस हैं। अन्य जगह भी वो पटाखे बनाता था। जिस पटाखा फैक्ट्री में मंगलवारको विस्फोट हुआ, उससे तीन किलोमीटर की दूरी पर रेहटा खुर्द पर एक और फैक्ट्री है। जिसमें बारूद और कच्चा माल खुले में पड़ा है। इस फैक्ट्री का लाइसेंस सोमेश अग्रवाल के नाम पर है। इस फैक्ट्री को लेकर ग्रामीणों में रोष है। उन्होंने रोड बंद कर विरोध जताया और प्रशासन से फैक्ट्री बंद करने का मांग की। ग्रामीणों में मंगलवार को हुए फैक्ट्री में हुए ब्लास्ट के कारण भय का माहौल बना हुआ है। इसके कारण ग्रामीणों ने बुधवार फैक्ट्री के सामने रोड बंद कर अपना विरोध जताया। बाद में मौके पर अफसर आए और उन्होंने चक्काजाम समाप्त कराया।

एक मालिक घायल, इंदौर में भर्ती

गौरतलब है, मंगलवार को हरदा में पटाखा फैक्टरी में हादसे में 11 लोगों की जान चली गई है। हादसे में प्रदीप अग्रवाल भी घायल हुआ है। वो हादसे के समय फैक्ट्री में ही था। उसे इंदौर रेफर किया गया है। प्रदीप राजू अग्रवाल का भतीजा है। उसके नाम पर भी पटाखा लाइसेंस है। इधर क्षेत्रीय विधायक आरके दोगने ने कहा कि पूर्व मंत्री कमल पटेल अग्रवाल से चंदा लेते थे। हरदा के एमएलए दोगने ने आरोप लगाया कि पूर्व मंत्री कमल पटेल के दबाव में ही अफसरों ने स्टे दिया था, क्योंकि अग्रवाल चुनावी चंदा देता है।

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