— आप ने पहले ही स्पष्ट कर दिया, पंजाब में नहीं करेगी कोई समझौता
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इंट्रो
लोकसभा चुनाव से पहले ‘इंडिया’ गठबंधन में दरार दिख रही है। पहले मायावती ने विपक्षी दलों की इंडिया गठबंधन में आने से इंकार कर दिया था। अब पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ‘इंडिया’ को बड़ा झटका दिया है। ममता ने बुधवार को ऐलान किया कि उनकी पार्टी तृणमूल कांग्रेस राज्य में लोकसभा चुनाव अकेले लड़ेगी। इस बीच, आप ने पंजाब में चुनाव लड़ने की तैयारी कर ली है।
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नई दिल्ली/कोलकाता। विपक्षी दलों के गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) को बड़ा झटका देते हुए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी ने बुधवार को घोषणा की है कि उनकी पार्टी ने आगामी लोकसभा चुनाव राज्य में अकेले लड़ने का फैसला किया है। बनर्जी ने कांग्रेस और टीएमसी के बीच सीटों के बंटवारे पर चल रहे टकराव के बीच कहा, मैंने उन्हें (कांग्रेस) सीटों के बंटवारे पर एक प्रस्ताव दिया था, लेकिन उन्होंने शुरू में ही इसे नकार दिया। हमारी पार्टी ने अब बंगाल में अकेले चुनाव लड़ने का फैसला किया है। मुख्यमंत्री ने सीटों के बंटवारे पर चर्चा को लेकर मीडिया में आ रही खबरों का भी खंडन किया और कहा कि उन्होंने इस मुद्दे पर कांग्रेस में किसी से भी बात नहीं की है। उन्होंने कहा, अब, हमने तय किया है कि बंगाल में कांग्रेस के साथ कोई संबंध नहीं है।
सूत्रों के अनुसार, ममता की पार्टी की ओर से कांग्रेस के 2019 के लोकसभा चुनाव के प्रदर्शन को देखते हुए उसे केवल दो सीट देने की पेशकश की गयी है जिसके लेकर दोनों दलों के बीच खींचतान बढ़ गयी है। टीएमसी, कांग्रेस, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) 28 विपक्षी दलों के गठबंधन ‘इंडिया’ का हिस्सा हैं। बनर्जी ने यह भी कहा कि पार्टी का राज्य में कांग्रेस से कोई रिश्ता नहीं होगा।
उनकी ये टिप्पणियां कांग्रेस नेता राहुल गांधी के नेतृत्व में ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ के पश्चिम बंगाल में प्रवेश करने के एक दिन पहले आयी है। उन्होंने कहा, कांग्रेस को अपने दम पर 300 सीटों पर चुनाव लड़ने दीजिए। क्षेत्रीय दल एकजुट हैं और बाकी सीटों पर चुनाव लड़ सकते हैं। हालांकि, हम उनके (कांग्रेस) किसी हस्तक्षेप को बर्दाश्त नहीं करेंगे। टीएमसी सुप्रीमो ने कोलकाता में हाल में हुई एक रैली में भी ऐसी ही टिप्पणी की थी जहां उन्होंने कुछ क्षेत्रों में भाजपा के खिलाफ लड़ाई का नेतृत्व करने के क्षेत्रीय नेताओं के विचार का समर्थन करते हुए सुझाव दिया था कि कांग्रेस अकेले अपने दम पर 300 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी। विपक्षी गठबंधन के प्रति अटूट प्रतिबद्धता जताते हुए बनर्जी ने बुधवार को कहा, राष्ट्रीय स्तर पर हम ‘इंडिया’ गठबंधन का हिस्सा होने के तौर पर चुनाव के बाद अपनी रणनीति पर फैसला लेंगे। भाजपा को हराने के लिए जो भी हो सकता है, हम वह करेंगे।राहुल गांधी की अगुवाई वाली भारत न्याय यात्रा के बारे में उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने उन्हें राज्य में यात्रा के कार्यक्रम के बारे में सूचित नहीं किया है। यह यात्रा बृहस्पतिवार को पश्चिम बंगाल में प्रवेश करेगी। उन्होंने कहा, शिष्टाचार के नाते, क्या उन्होंने (कांग्रेस) मुझे बताया कि वे यात्रा के लिए बंगाल आ रहे हैं? मुझे इसकी जानकारी नहीं है। अभी असम में चल रही इस यात्रा के 25 जनवरी को कूच बिहार जिले में बशीरहाट के जरिए पश्चिम बंगाल में प्रवेश करने की संभावना है। दो दिन 26-27 जनवरी को विश्राम करने के बाद यात्रा 29 जनवरी को बिहार पहुंचने से पहले जलपाईगुड़ी, अलीपुरद्वार, उत्तर दिनाजपुर और दार्जीलिंग से गुजरेगी। यह एक फरवरी को राज्य से रवाना होने से पहले मालदा के जरिए 31 जनवरी को पश्चिम बंगाल में पुन: प्रवेश करेगी और मुर्शिदाबाद से गुजरेगी। मालदा और मुर्शिदाबाद दोनों ही कांग्रेस के गढ़ माने जाते हैं। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष और टीएमसी के मुखर आलोचक माने जाने वाले अधीर चौधरी ने कहा कि उनकी पार्टी पश्चिम बंगाल की सत्तारूढ़ पार्टी से सीटों के लिए ‘भीख’ नहीं मांगेगी। टीएमसी ने 2019 के लोकसभा चुनाव में राज्य में 22 सीटें, कांग्रेस ने दो और भाजपा ने 18 सीटें जीती थी।
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2019 में किसकी कितनी सीटें
टीएमसी-22
भाजपा-18
कांग्रेस-2
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‘इंडिया’ की बैठक से बनाई थी दूरी
तृणमूल कांग्रेस हाल में ‘इंडिया’ गठबंधन की एक डिजिटल माध्यम से आयोजित बैठक से दूर रही थी। कांग्रेस के लिए बंगाल में अपनी सीमाओं को पहचानने की आवश्यकता और राज्य की राजनीतिक लड़ाई का नेतृत्व टीएमसी को करने देने की अनुमति देने की आवश्यकता पर जोर दिया था। टीएमसी ने 2001 के विधानसभा चुनाव, 2009 के लोकसभा चुनाव और 2011 के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस से गठबंधन किया था। गठबंधन ने 2011 के चुनाव में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) की अगुवाई वाले वाम मोर्चा की 34 साल पुरानी सरकार को सत्ता से बाहर कर दिया था।
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कांग्रेस बोली-ममता के बिना ‘इंडिया’ की कल्पना नहीं
कांग्रेस ने कहा कि ममता के बिना विपक्षी गठबंधन इंडिया की कल्पना नहीं की जा सकती। पार्टी की ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ के दौरान असम के उत्तरी सलमारा में कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने यह उम्मीद भी जताई कि पश्चिम बंगाल में विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ एकसाथ चुनाव लड़ेगा। रमेश ने कहा, आपने ममता जी का पूरा बयान नहीं पढ़ा है। पूरा बयान है कि हम भाजपा को हराना चाहते हैं और भाजपा को हराने के लिए कोई कदम पीछे नहीं लेंगे। उसी भावना के साथ हम (भारत जोड़ो न्याय यात्रा) पश्चिम बंगाल में प्रवेश कर रहे हैं। उनका कहना था, रास्ते में कभी कभी स्पीड ब्रेकर आ जाता है, कभी कभी लाल बत्ती आ जाती है।
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भाजपा ने कहा-‘इंडिया’ के लिए मौत की घंटी
भाजपा ने कहा कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी का लोकसभा चुनाव अकेले लड़ने का फैसला उनकी ‘हताशा’ का संकेत और विपक्षी दलों के गठबंधन ‘इंडिया’ के लिए ‘मौत की घंटी’ है। भाजपा के सह-प्रभारी और पार्टी के आईटी विभाग के प्रमुख अमित मालवीय ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, पश्चिम बंगाल में अकेले चुनाव लड़ने का ममता बनर्जी का फैसला हताशा का संकेत है। अपनी राजनीतिक जमीन बचाने में असमर्थ होने के कारण वह सभी सीट पर चुनाव लड़ना चाहती है ताकि चुनाव के बाद भी उनकी प्रासंगिकता बनी रहे। मालवीय ने कहा, विपक्षी गठबंधन का चेहरा बनने की उनकी इच्छा के विपरीत, किसी ने कभी उनके नाम का प्रस्ताव नहीं किया। राष्ट्रीय छवि बनाने के लिए दिल्ली की कई यात्राएं करने के बावजूद कोई फायदा नहीं हुआ। वह चुनाव-पश्चात हिंसा के दाग और तुष्टीकरण की राजनीति की दुर्गंध को दूर नहीं कर सकीं।
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ममता शेरनी की तरह लड़ रहीं : ठाकरे
शिवसेना (यूबीटी) के नेता आदित्य ठाकरे ने बुधवार को कहा कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ‘शेरनी’ की तरह लड़ रही हैं। उनकी लड़ाई राज्य के लिए महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा, वह शेरनी की तरह लड़ रही हैं और उनकी लड़ाई पश्चिम बंगाल के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें ममता के फैसले के बारे में जानकारी नहीं है। शिवसेना (यूबीटी) ‘इंडिया’ में घटक दल है।
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इधर, आप ने 40 नामों की बनाई सूची
पंजाब की सभी 13 सीटों पर आम आदमी पार्टी अकेले लोकसभा चुनाव लड़ेगी। इसके लिए अंदरूनी तौर पर आप ने पूरी तैयारी कर ली है। 13 लोकसभा सीटों पर 40 नामों की लिस्ट भी तैयार कर ली गई है। किसी सीट पर 2 तो किसी पर 4 विकल्प भी रखे गए हैं। आप से जुड़े सूत्रों के मुताबिक कुछ दिन पहले दिल्ली में हुई
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