बिलासपुर। बिना टैक्स, रायल्टी पटाए डिस्टलरी से अवैध शराब सप्लाई एवं दुकानों से अवैध शराब की बिक्री मामले में आबकारी अधिकारियों के जवाब का परीक्षण किया जा रहा है। विभाग ने इस मामले में 36 अधिकारियों समेत तीन डिस्टलरी को नोटिस जारी कर जवाब मांगा था।
प्रदेश में शराब घोटाला अब तूल पकड़ने लगा है।प्रवर्तन निदेशालय द्वारा शराब घोटाला उजागर किए जाने के बाद आबकारी विभाग में अफरा-तफरी का माहौल है। बिना टैक्स पटाए डिस्टलरी से अवैध शराब की निकासी एवं दुकानों में अवैध शराब बिक्री की शिकायत के मामले में आबकारी विभाग ने 36 अधिकारियों और तीन डिस्टलरी को नोटिस जारी किया है।आबकारी अधिकारियों ने नोटिस मिलने के बाद अपना स्पष्टीकरण, जवाब विभाग को दे दिया है और विभाग द्वारा उनके जवाबों का परीक्षण किया जा रहा है। इसके बाद ही कार्रवाई को लेकर निर्णय होना है, इसलिए आबकारी अधिकारियों पर एक तरह से कार्रवाई की तलवार लटक रही है। चूँकि यह स्थिति हर ज़िले की है इसलिए सामूहिक कार्रवाई भी हो सकती है।
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रायल्टी चोरी से राजस्व का नुकसान——–
नोटिस में आबकारी विभाग के अधिकारियों पर आरोप है कि साल 2019-20 से 2022-23 के दौरान प्रभार में रहते हुए शराब रायल्टी की चोरी की गई है। इसके साथ ही डिस्टलरी के साथ मिलकर शराब की अवैध निकासी और टैक्स चोरी को अंजाम देने दस्तावेजों में कूटरचना भी की गई है। इसमें रायल्टी चोरी कर राज्य शासन को राजस्व का नुकसान पहुंचाया गया है और शराब के अवैध परिवहन में सहयोग किया गया है।
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कार्रवाई पर टिकी नजर ——–
शराब घोटाला मामले में अब सभी की नजरें आबकारी विभाग की कार्रवाई पर टिकी हुई हैं, क्योंकि विभाग ने संबंधित अधिकारियों को नोटिस जारी कर उनका स्पष्टीकरण ले लिया है और उसका परीक्षण चल रहा है। इसके पश्चात विभाग आगे कार्रवाई कर सकता है। चर्चा यह भी है कि यह मामला ईओडब्ल्यू को भी सौंपा जा सकता है।
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जवाब का परीक्षण किया जा रहा
आबकारी विभाग की ओर से प्रदेश के 36 अधिकारियों को नोटिस जारी किया गया था।इसी तरह तीन डिस्टलरी को भी नोटिस भेजा गया है। सभी अधिकारियों ने अपना जवाब विभाग को भेज दिया है और उनके जवाब का परीक्षण किया जा रहा है। यह मामला अभी विचाराधीन है।
जनक पाठक
आयुक्त, आबकारी विभाग
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