विधायक ने बैंक के कैशियर और चपरासी को जड़ा थप्पड़

घटना का सीसीटीवी फुटेज वायरल, आज से दो दिन बंद रहेंगे संभाग भर के सहकारी बैंक

अंबिकापुर। किसान के भुगतान को लेकर बलरामपुर विधायक बृहस्पति सिंह ने जिला सहकारी बैंक के कैशियर और चपरासी को कई तमाचे जड़ दिए। विधायक ने बैंक में ड्यूटी कर रहे कर्मचारियों को बाहर बुलाकर सरेराह गाली गलौज व मारपीट की। घटना का सीसीटीवी वीडियो फुटेज वायरल हो रहा है जिसमें विधायक थप्पड़ मारते नजर आ रहे हैं। इस घटना को लेकर कर्मचारी संगठन में आक्रोश है। जिला सहकारी केंद्रीय बैंक कर्मचारी संघ सरगुजा ने घटना को लेकर मुख्यमंत्री ने नाम पत्र प्रेषित किया है और अगले दो दिनों तक अवकाश लेकर सामूहिक हड़ताल पर चले गए हैं। कर्मचारी संघ का कहना है कि मामले में कानून के नियमों के तहत कार्रवाई नहीं होती है तो वे आने वाले समय में अनिश्चितकाल के लिए काम बंद कर देंगे।

जिले के रामानुजगंज में जिला सहकारी केंद्रीय बैंक की शाखा संचालित है। इन दिनों किसानों को धान और बोनस का पैसा वितरित किया जा रहा है। इस वजह से बैंकों में भीड़ बढ़ी हुई है और किसानों को कतार में लगकर काफी मशक्कत के बाद पैसा मिल रहा है। कर्मचारी संघ का कहना है कि 3 अप्रैल की दोपहर डेढ़ बजे बैंक में काफी भीड़ थी और बैंक के शाखा प्रबंधक टीएल मीटिंग में शामिल होने के लिए गए हुए थे। इस इस दौरान ही अचानक कोई किसान विधायक से बात कराने के लिए फोन लेकर पहुंचा लेकिन इस दौरान भीड़ के कारण भृत्य अधिकारी से विधायक की बात नहीं करा पाया। कुछ समय के बाद विधायक बृहस्पति सिंह बैंक पहुंचे और उन्होंने कर्मचारियों को बुलाया और किसानों के सामने ही उनकी पिटाई शुरू कर दी। बैंक के बाहर सरेराह बैंक कैशियर राजेश कुमार पाल व दैनिक वेतन भोगी भृत्य अरविन्द कुमार सिंह को कई तमाचे जड़ दिए। इस घटना के बाद कर्मचारियों में दहशत का माहौल है।

दो दिनों तक काम बंद

विधायक द्वारा की गई पिटाई की घटना से जिला सहकारी बैंक कर्मचारी संघ में भारी आक्रोश है। संघ ने इस घटना की निंदा करते हुए कार्रवाई की मांग की है। कर्मचारी संघ ने मामले में जांच व कार्रवाई के लिए मुख्यमंत्री को पत्र भेजा है। संघ के कर्मचारी 5 व 6 अप्रैल को सामूहिक अवकाश लेकर हड़ताल पर जा रहे हैं। संघ द्वारा हड़ताल पर जाने से दो दिनों तक किसानों को कोई भुगतान नहीं हो पाएगा और उन्हें भी भारी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। संघ का कहना है कि इस मामले में जांच कर विधायक के खिलाफ उचित वैधानिक कार्रवाई की जाए अन्यथा वे अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने को बाध्य होंगे और इसकी जिम्मेदारी प्रशासन और बैंक प्रबंधन की होगी। उन्होंने हड़ताल को लेकर स्वास्थ्य मंत्री, सहकारिता मंत्री के साथ सरगुजा, बलरामपुर, सूरजपुर, कोरिया, मनेन्द्रगढ़ के कलेक्टर, एसपी व आला अधिकारियों को सूचना दे दी है।

क्या था पूरा मामला

दरअसल पूरा मामला एक किसान को उसके धान की राशि का भुगतान करने को लेकर है। बैंक में सिंगल आईडी से अधिकतम 20 हजार तक का भुगतान नगद किया जा सकता है जबकि शाखा प्रबंधन के मौजूद रहने पर डबल आईडी से 49 हजार या उससे अधिक भुगतान होता है। बैंक के शाखा प्रबंधक टीएल में गए हुए थे। बैंक में पहुंचे किसान द्वारा 20 हजार से अधिक रुपयों की मांग की गई थी क्यों कि उसे अपना उपचार कराना था लेकिन शाखा प्रबंधक के नहीं होने के कारण 20 हजार से अधिक राशि तत्काल निकालकर देना संभव नहीं था और इसी मुद्दे को लेकर किसान व बैंक के कर्मचारियों के बीच हुए घटनाक्रम के बाद यह स्थिति निर्मित हुई।

कर्मचारियों ने मांगी सुरक्षा

घटना के बाद कर्मचारी दहशत में हैं। कर्मचारी बलरामपुर जिले से भागकर सरगुजा पहुंचे हुए हैं और उन्होंने संघ के साथ मिलकर घटना की जानकारी लोगों को दी। पीड़ित कैशियर राजेश कुमार पाल व भृत्य अरविन्द कुमार सिंह ने बताया कि वे इस घटना के बाद दहशत में हैंऔर उन्हें अब अपनी नौकरी की चिंता है। इसके साथ ही उन्हें डर सता रहा है इसलिए उन्होंने सुरक्षा की मांग की है।

बेहद निंदनीय घटना

यह घटना बेहद ही निंदनीय है। जिला सहकारी बैंकों में कर्मचारियों की भारी कमी है। हमारे द्वारा ही शासन की सभी योजनाओं का क्रियान्वयन किया जाता है। विधायक का काम अपने क्षेत्र के कर्मचारियों की भी रक्षा करना है लेकिन इस तरह से मारपीट करेंगे तो कर्मचारी कैसे काम कर सकेंगे। इसलिए कर्मचारी अभी दो दिनों के सामूहिक अवकाश पर जा रहे हैं और कार्रवाई नहीं होने पर हमारी लड़ाई जारी रहेगी और उग्र आंदोलन किया जाएगा।

आरके खरे, अध्यक्ष, जिला सहकारी केंद्रीय बैंक कर्मचारी संघ

किसानों के हक पर डाका डालने की छूट नहीं

किसानों के हक पर डाका डालने के लिए किसी को छूट नही दी जाती है। किसान का हाथ टूटा हुआ था और वह अपने खाते पैसा मांग रहा था। बार बार गिड़गिड़ा रहा था ऑपरेशन कराना है मुझे मेरे पैसे दे दो। अगर हम उसके लिए डांट दें तो बिल्कुल उनको आंदोलन करना चाहिए।

बृहस्पति सिंह, विधायक

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