मध्य प्रदेश के इंदौर में सोमवार को दिल दहला देने वाली घटना हुई। सत्य साईं चौराहे पर एक ट्रैफिक सूबेदार अपनी टीम के साथ गाड़ियों की चेकिंग कर रहे थे। उन्होंने एक कार को रोका जिसका ड्राइवर कथित तौर पर गाड़ी चलाने के दौरान फोन पर बात कर रहा था। ट्रैफिक जवान ने ड्राइवर से चलान भरने को कहा लेकिन उसने गाड़ी आगे बढ़ा दी। अफरातफरी में सूबेदार गाड़ी के बोनट पर लटक गए। ड्राइवर गाड़ी के बोनट पर लटके सूबेदार को लगभग 500 मीटर दूर तक ले गया। वहीं एक दूसरा व्यक्ति गाड़ी की बगल में दौड़ता नजर आया। यह व्यक्ति ड्राइवर को गाड़ी रोकने के लिए कह रहा था लेकिन उसने गाड़ी नहीं रोकी। ड्राइवर के खिलाफ शासकीय कार्य में बाधा के तहत केस दर्ज कर लिया गया है।
गनीमत रही कि ट्रैफिक सूबेदार इस घटना में गंभीर रूप से घायल नहीं हुए। यदि वह कार के बोनट से गिर जाते तो कोई बड़ा हादसा हो सकता था। पुलिस की ओर से साझा की गई जानकारी के मुताबिक इंदौर के सत्य साईं चौराहे पर सोमवार सुबह ट्रैफिक सूबेदार सुरेंद्र सिंह अपनी टीम के साथ वाहनों की चेकिंग कर रहे थे। इस जगह पर रोजाना चेकिंग के लिए पुलिस टीम लगाई जाती है। चेकिंग के दौरान ही दोपहर को सफेद रंग की एक तेज स्पीड कार को सूबेदार ने हाथ देकर रोकने का संकेत दिया। लेकिन, ड्राइवर ने गाड़ी तेज स्पीड में आगे बढ़ा दी। गाड़ी के सामने आए सूबेदार बोनट पर जा उछले।
बताया जाता है कि ट्रैफिक सूबेदार के बोनट पर आने के बावजूद भी आरोपी ड्राइवर केशव सिंह कुशवाह ने गाड़ी नहीं रोकी। आरोपी 500 मीटर तक सूबेदार को बोनट पर ले जाता नजर आया। काफी दूर जाने के बाद सूबेदार और एक अन्य ट्रैफिक जवान गाड़ी को रुकवाया। ड्राइवर के खिलाफ शासकीय काम में बाधा डालने के आरोपों में केस दर्ज कर लिया गया है। इस मामले को यातायत एचपी महेश चंद जैन संज्ञान लिया है। ट्रैफिक पुलिसकर्मी शिव सिंह चौहान ने कहा कि मैंने फोन पर बात करते हुए कार चला रहे एक शख्स को रोका। ड्राइवर को चालान भरने के लिए कहा लेकिन उसने चालान भरने से मना कर दिया। इतना ही नहीं गाड़ी आगे बढ़ाकर उसने मौके से भागने की कोशिश की।

