साठ के दशक के बाद से कृषि में रसायनों का बेहिसाब उपयोग: डॉ. चंदेल
रायपुर, 05 अगस्त, 2022
अखिल भारतीय जैविक खेती नेटवर्क कार्यक्रम परियोजना और भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद की भारतीय कृषि प्रणाली अनुसंधान संस्थान, मोदीपुरम, मेरठ तथा इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर के संयुक्त तत्वावधान में ‘‘जैविक खेती पर जन जागरूकता अभियान’’ विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में उदगार व्यक्त करते हुए इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. गिरीश चंदेल ने कहा कि वर्तमान में जैविक खेती बहुत महत्वपूर्ण है, क्योकि साठ के दशक के बाद से कृषि में रसायनों का बेहिसाब उपयोग किया जा रहा है, जिससे भूमि की उर्वरा शक्ति कम हुई है तथा कृषि उत्पादों की गुणवत्ता में कमी आई है एवं खाद्य पदार्थाें की गुणवत्ता कम हुई है इसलिए यदि भूमि की उर्वरा शक्ति बनाये रखना है और गुणवत्तायुक्त भाजन सामग्री की उपलब्धता बढ़ाना है तो जैविक खेती को अपनाना होगा। कार्यक्रम में दुर्ग, महासमुंद एवं रायपुर जिले के प्रगतिशील जैविक कृषक, गौठान समिति के सदस्य उपस्थित थे।


 
                                                    
                                                                                                 
                                                    
                                                                                                 
                                                    
                                                                                                 
                                                    
                                                                                                 
                                                    
                                                                                                