दुनिया की सबसे एडवांस चिप फैक्ट्री है ताइवान में
आटोमेकर्स, पर्सनल इलेक्ट्रॉनिक्स से होम एंटरटेन पर पड़ेगा असर
-नई कार, स्मार्टफोन, लैपटॉप के लिए करना होगा लंबा इंतजार
नई दिल्ली। अमेरिकी स्पीकर नैंसी पेलोसी के ताइवान दौरे को लेकर ड्रैगन तल्ख हो उठा है। 25 सालों में अमेरिका के चुने हुए सर्वोच्च नेताओं में से किसी का यह पहला ताइवान दौरा है। चीन, ताइवान और अमेरिका के बीच शुरू हुई यह खींचातानी यूक्रेन और रूस की याद दिलाती है। अगर चीन और ताइवान के बीच भी कोई युद्ध होता है, तो दुनियाभर के टेक बाजार ठंडे पड़ सकते हैं…
क्षेत्रफल और जनसंख्या में ताइवान भले ही बहुत छोटा हो, लेकिन टेक्नोलॉजी और सेमीकंडक्टर वर्ल्ड में इसका रोल बहुत बड़ा है। दुनियाभर के 90 परसेंट एडवांस सेमीकंडक्टर ताइवान में ही तैयार किए जाते हैं। पिछले साल ताइवान ने 118 अरब डॉलर का एक्सपोर्ट सिर्फ सेमीकंडक्टर कैटेगरी में किया है।
तमाम बड़ी कंपनियों के लिए बनता है चिप
टीएसएमसी यानी ताइवान सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग कंपनी का घर ताइवान ही है। ऐपल, एएमडी, एनवीडिया, एआरएम जैसे बड़े ब्रांड्स इसके क्लाइंट हैं। कंपनी इन सभी के लिए एडवांस चिप तैयार करने का काम करती है। इन चिप्स से ही आपके स्मार्टफोन, कार, लैपटॉप और दूसरी इलेक्ट्रिक चीजें काम करती हैं। इन चिप्स के बिना आपको कोरोना वायरस महामारी वाले दिन वापस से देखने पड़ सकते हैं। नई कार से लेकर नए स्मार्टफोन या फिर नए लैपटॉप तक के लिए हमें लंबा इतंजार करना होगा। सीएनएन को दिए एक इंटरव्यू में टीएसएमसी प्रेसिडेंट मार्क ल्यू ने कहा था कि ताइवान पर हमले से ना सिर्फ चीन या ताइवान की अर्थव्यवस्था प्रभावित होगी, बल्कि तमाम पश्चिमी देशों पर भी इसका असर होगा।
…तो बरबाद हो जाएगी दुनिया की सबसे एडवांस चिप फैक्ट्री
ल्यू ने कहा था, ‘जंग में कोई जीतता नहीं है। हर कोई हारता है। ‘ मार्क ने बताया था, ‘अगर आप आक्रमण करते हैं, तो टीएसएमसी की फैक्ट्री बरबाद हो जाएगी, क्योंकि यह एक सोफेस्टिकेटेड मैन्युफैक्चरिंग फैसेलिटी है। यह दुनिया से रियल टाइम कनेक्टिविटी पर काम करती है। ‘ रूस और यूक्रेन युद्ध का असर दुनियाभर के व्यापार मार्ग पर पड़ा है। गैस की कीमतें और यूरोप में खाद्य वस्तुओं की कीमतें प्रभावित हुई हैं। ताइवानी अधिकारियों का कहना है कि उनके देश पर चीन के हमले का ग्लोबल इम्पैक्ट होगा। आटोमेकर्स और पर्सनल इलेक्ट्रॉनिक्स से होम एंटरटेनमेंट तक पर इसका असर होगा। ताइवान के प्रमुख ट्रेड नेगोटिएटर जॉन डेंग ने बताया था, ‘इसकी वजह से दुनियाभर में सप्लाई शॉर्टेज होगा।’


 
                                                    
                                                                                                 
                                                    
                                                                                                 
                                                    
                                                                                                 
                                                    
                                                                                                 
                                                    
                                                                                                