लादेन के जैसे जवाहिरी को भी घर में घुसकर मारा अमेरिका ने

अब अफगानिस्तान में ड्रोन अटैक, बाइडन बोले-इंसाफ हो गया


6 महीने से लगातार पीछा कर रही थी अमेरिकी एजेंसियां

6 बजकर 18 मिनट पर रविवार को किया गया हमला

9/11 हमले का बदला बताया अमेरिका ने

2.5 करोड़ डॉलर का था जवाहिरी पर इनाम

2011 में लादेन के मारे जाने के 11 साल बाद जवाहिरी मारा गया


इंट्रो

अमेरिका ने अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में अल कायदा सरगना अल जवाहिरी को एक ड्रोन स्ट्राइक में मार गिराया है। जैसे वह बालकनी में टहलने के लिए निकला उस पर रीपर ड्रोन से दो आर9एक्स हेलफायर मिसाइलें दागी गईं, जिसमें उसकी मौत हो गई। अमेरिका पर 9/11 को हुए हमलों की साजिश अल-ज़वाहिरी और ओसामा बिन-लादेन ने मिलकर रची थी। अमेरिकी एक्शन पर तालिबान भड़क गया है और इसे दोहा समझौते का उल्लंघन बताया है।

वाशिंगटन। अफगानिस्तान में अमेरिकी हवाई हमले में अल-कायदा का सरगना अयमान अल-ज़वाहिरी मारा गया। ओसामा बिन-लादेन को ‘यूएस नेवी सील्स’ ने दो मई 2011 को पाकिस्तान के एबटाबाद में एक अभियान में मार गिराया था। ज़वाहिरी अमेरिकी कार्रवाई में ओसामा बिन-लादेन के मारे जाने के बाद अल-कायदा का सरगना बना था। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने सोमवार को बताया कि केंद्रीय खुफिया एजेंसी (सीआईए) द्वारा काबुल में शनिवार शाम किए गए ड्रोन हमले में ज़वाहिरी मारा गया। ज़वाहिरी काबुल स्थित एक मकान में अपने परिवार के साथ छिपा था। अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, न्याय हुआ और यह आतंकवादी मारा गया। मिस्र के 71 वर्षीय सर्जन जवाहिरी पर 2.5 करोड़ डॉलर का इनाम था। उसने पहले बिन-लादेन की छत्रछाया में काम किया और बाद में उसके उत्तराधिकारी के तौर पर अल कायदा की बागडोर संभाली। 2011 में लादेन के मारे जाने के करीब 11 साल बाद ज़वाहिरी मारा गया। बाइडन ने व्हाइट हाउस में सोमवार की शाम एक संबोधन में कहा, मैंने ही उस हमले की अनुमति दी थी, ताकि उसे हमेशा के लिए खत्म किया जा सके। अधिकारियों के अनुसार, ज़वाहिरी एक मकान की बालकनी में था, तभी ड्रोन से उस पर दो मिसाइल दागी गईं। उसके परिवार के बाकी सदस्य भी वहां मौजूद थे, लेकिन उन्हें कोई चोट नहीं आई है केवल ज़वाहिरी मारा गया है। बाइडन ने कहा, 9/11 हमलों की साजिश रचने में उसकी महत्वपूर्ण भूमिका थी। अमेरिकी सरजमीं पर किए सबसे घातक इस हमले में 2,977 लोग मारे गए थे। दशकों तक उसने अमेरिकियों के खिलाफ कई हमलों की साजिश रची। अमेरिका के राष्ट्रपति ने कहा, अब, न्याय हुआ और यह आतंकवादी सरगना मारा गया है। दुनिया को अब इस दरिंदे हत्यारे से डरने की जरूरत नहीं है।


11 महीने पहले अफगानिस्तान से लौटे थे अमेरिकी सैनिक

गौरतलब है कि अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिकों की वापसी के करीब 11 महीने बाद एक महत्वपूर्ण आतंकवाद रोधी अभियान में अमेरिका ने यह सफलता हासिल की है। अफगानिस्तान में युद्ध के बाद करीब दो दशक तक अपने सैनिकों को देश में रखने के बाद अमेरिका ने 11 महीने पहले उन्हें वापस बुला लिया था।

बाइडेन बोले- ऑपरेशन कामयाब

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अल जवाहिरी के मारे जाने के बाद राष्ट्र को संबोधित किया। उन्होंने कहा- हमने जवाहिरी को ढूंढकर मार दिया है। अमेरिका और यहां के लोगों के लिए जो भी खतरा बनेगा, हम उसे नहीं छोड़ेंगे। हम आतंक पर अफगानिस्तान में अटैक जारी रखेंगे। बाइडेन ने पहले ट्वीट भी किया, ‘शनिवार को मेरे निर्देश पर अमेरिका ने अफगानिस्‍तान के काबुल में हवाई हमला किया, जिसमें अल कायदा का अमीर अयमान अल जवाहिरी मारा गया। इंसाफ हो गया।

9/11 अटैक का आरोपी था अल जवाहिरी

11 सितंबर 2001 को 19 आतंकियों ने 4 कॉमर्शियल प्लेन हाइजैक कर अमेरिका के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर टकरा दिए थे। अमेरिका में इसे 9/11 अटैक के नाम से जाना जाता है। इस अटैक में 93 देशों के 2,977 लोग मारे गए थे। इस हमले में ओसामा बिन लादेन, अल जवाहिरी समेत अलकायदा के सभी टेररिस्ट्स को अमेरिकी जांच एजेंसी ने आरोपी बनाया था।

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