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— सेना में भर्ती की नई योजना पर बिहार, हिमाचल, मप्र समेत सात राज्यों में हिंसक विरोध
–केंद्र सरकार ने कहा- यह अग्नि परीक्षा नहीं, एक मौका है
–गुस्साए युवाओं ने ग्वालियर में दो ट्रेनों पर की पत्थरबाजी
— हरियाणा में डीसी के घर पर पत्थरबाजी, युवक ने की खुदकुशी
–पलवल में प्रदर्शनकारियों ने फूंकी पुलिस की तीन गाड़ियां
इंट्रो
सेना में भर्ती की नई योजना ‘अग्निपथ’ को लेकर देशभर में विरोध प्रदर्शन हिंसक होता जा रहा है। प्रदर्शनकारियों ने गुरुवार को बिहार में पांच ट्रेनें फूंक दी और 12 ट्रेनों में तोड़फोड़ की। ग्वालियर में दो ट्रेनों पर पथराव किया गया, वहीं हरियाणा के डीसी के घर पर पत्थर फेंके गए, वहीं रोहतक में एक छात्र ने जान दे दी।
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नई दिल्ली/पटना। अग्निपथ योजना के विरोध में बिहार से निकली चिंगारी यूपी, हरियाणा, हिमाचल समेत 7 राज्यों तक पहुंच गई है। हरियाणा के रोहतक में इस योजना के विरोध में एक छात्र ने आत्महत्या कर ली। पलवल में हंगामा कर रहे छात्रों ने पुलिस की तीन गाड़ियां जला दीं।
बिहार में केंद्र सरकार की सैन्य बलों में भर्ती की नई योजना ‘अग्निपथ’ के खिलाफ लगातार दूसरे दिन गुरुवार को भी विरोध-प्रदर्शन जारी रहा। इस दौरान कई प्रदर्शनकारियों ने ट्रेनों में आग लगा दी और पथराव किया। प्रदर्शनकारियों को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे और रेलवे पटरियों पर धरना देने वाले युवाओं को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया। वहीं, नवादा में भाजपा की विधायक अरुणा देवी एक अदालत जा रही थीं, तभी उनके वाहन पर प्रदर्शनकारियों ने पथराव किया, जिसमें विधायक सहित पांच लोग घायल हो गए। अरुणा ने कहा, प्रदर्शनकारी मेरी गाड़ी पर लगे पार्टी के झंडे को देखकर भड़क गए, उन्होंने झंडे को भी निकाल दिया। मेरे चालक, दो सुरक्षा कर्मी और निजी स्टाफ के कई सदस्यों को चोटें आई हैं। सशस्त्र बलों में भर्ती की नई प्रणाली से नाराज प्रदर्शनकारियों ने रेलवे संपत्ति को भी नुकसान पहुंचाया। प्रदर्शनकारियों ने भभुआ और छपरा स्टेशन पर बोगियों में आग लगा दी और कई जगहों पर डिब्बों के शीशे तोड़ दिए। भोजपपुर जिला मुख्यालय आरा में बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारियों ने रेलवे स्टेशन को घेर लिया, जिसके बाद पुलिस ने उन्हें तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे। हाजीपुर में पूर्व मध्य रेलवे के मुख्यालय से प्राप्त जानकारी के मुताबिक इस क्षेत्र में बड़े पैमाने पर रेल सेवाएं बाधित हुईं। पटना-गया, बरौनी-कटिहार और दानापुर-डीडीयू जैसे व्यस्त मार्ग सबसे ज्यादा प्रभावित हुए। बक्सर स्टेशन के प्रबंधक राजन कुमार ने बताया कि कई ट्रेनें बाहरी सिग्नल पर फंसी हुई हैं, क्योंकि आंदोलनकारियों ने पटरियों को जाम कर दिया है। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी आंदोलनकारियों को शांत करने की कोशिश कर रहे हैं। प्रदर्शनकारियों द्वारा किए गए प्रदर्शनों के कारण जहानाबाद, बक्सर, कटिहार, सारण, भोजपुर और कैमूर जैसे जिलों में सड़क यातायात बाधित हुआ, जहां पथराव की घटनाओं में कई स्थानीय लोग घायल हो गए। पुलिस द्वारा इस संबंध में दर्ज की गई प्राथमिकी और गिरफ्तार किए गए लोगों के संबंध में अभी तत्काल कोई जानकारी नहीं मिल पाई है।
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यूपी में 21 ट्रेनों का संचालन प्रभावित
उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में युवाओं ने प्रदर्शन किया। इसकी वजह से वाराणसी रेल मण्डल के विभिन्न खण्डों की करीब 21 रेलगाड़ियों का संचालन प्रभावित हुआ। अलीगढ़ में नौजवानों ने योजना के खिलाफ अलीगढ़-गाजियाबाद राजमार्ग पर रास्ता जाम किया, बलिया में युवाओं के प्रदर्शन के कारण स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस को रोकना पड़ा। वहीं, फिरोजाबाद और बुलंदशहर में नौजवानों ने सड़क पर उतरकर नारेबाजी की।
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युवक ने लगा ली फांसी
एक युवक ने रोहतक के पीजी होस्टल के रूम में फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया। युवक का नाम सचिन था। वो जींद जिले के लिजवाना गांव का रहने वाला है। सेना भर्ती की नई पॉलिसी अग्नि पथ लाने से परेशान था। परिजन ने बताया की सेना की भर्ती कैंसिल होने और चार साल की स्कीम वाली अग्निपथ योजना आने से दुखी होकर सचिन ने यह कदम उठाया।
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सरकार ने कहा, सेना की रेजीमेंट प्रणाली में कोई बदलाव नहीं
‘अग्निपथ’ योजना के तहत सेना की रेजिमेंट प्रणाली में कोई बदलाव नहीं किया जा रहा है। इसके लागू होने के पहले वर्ष में भर्ती कर्मियों की संख्या सशस्त्रों बलों की केवल तीन प्रतिशत होगी। सूत्रों ने कहा कि इस योजना का उद्देश्य युवाओं के लिए सशस्त्र बलों में सेवा करने के अवसरों को बढ़ाना है और इसके तहत कर्मियों की भर्ती सशस्त्र बलों में मौजूदा भर्ती की लगभग तीन गुनी होगी। सूत्रों ने हालांकि तुलना की अवधि निर्दिष्ट नहीं की। केंद्र सरकार ने मंगलवार को थल सेना, नौसेना और वायुसेना में सैनिकों की भर्ती के लिए एक नयी ‘अग्निपथ योजना’ का ऐलान किया। इसके तहत बढ़ते वेतन और पेंशन खर्च को कम करने के लिए संविदा के आधार पर अल्पकाल के लिए सैनिकों की भर्ती की जएगी, जिन्हें ‘अग्निवीर’ कहा जाएगा। योजना के तहत साढ़े 17 से 21 वर्ष की आयु के युवाओं को सेना के तीनों अंगों में भर्ती किया जाएगा। चार साल का कार्यकाल पूरा होने के बाद, योजना में नियमित सेवा के लिए 25 प्रतिशत सैनिकों को बनाए रखने का प्रावधान है।
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प्रधानमंत्री जी, बेरोजगार युवाओं के संयम की ‘अग्निपरीक्षा’ मत लीजिए
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्हें बेरोजगार युवाओं की आवाज सुननी चाहिए और उनके संयम की ‘अग्निपरीक्षा’ नहीं लेनी चाहिए। उन्होंने ट्वीट किया, न कोई रैंक, न कोई पेंशन, न 2 साल से कोई सीधी भर्ती, न 4 साल के बाद स्थिर भविष्य, न सरकार का सेना के प्रति सम्मान। देश के बेरोज़गार युवाओं की आवाज़ सुनिए, इन्हें ‘अग्निपथ’ पर चला कर इनके संयम की ‘अग्निपरीक्षा’ मत लीजिए, प्रधानमंत्री जी। उल्लेखनीय है कि सरकार ने दशकों पुरानी रक्षा भर्ती प्रक्रिया में आमूलचूल परिवर्तन करते हुए तीनों सेनाओं में सैनिकों की भर्ती संबंधी ‘अग्निपथ’ योजना की मंगलवार को घोषणा की थी, जिसके तहत सैनिकों की भर्ती चार साल की लघु अवधि के लिए संविदा आधार पर की जाएगी। योजना के तहत तीनों सेनाओं में इस साल करीब 46,000 सैनिक भर्ती किए जाएंगे। चयन के लिए पात्रता आयु साढ़े 17 वर्ष से 21 वर्ष के बीच होगी और इन्हें ‘अग्निवीर’ नाम दिया जाएगा।
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