मानसून से पहले मौसम का कहर
गुवाहाटी/हाफलोंग। भारी बारिश और भूस्खलन के कारण असम की बराक घाटी और दीमा हसाओ जिले समेत पड़ोसी राज्यों त्रिपुरा, मिजोरम और मणिपुर के कुछ हिस्सों से सड़क और रेल संपर्क मंगलवार को टूटा रहा। असम और मेघालय में कई जगह सड़क और रेल पटरी बह गई है। असम के दीमा हसाओ जिले में कई जगह भूस्खलन से सड़क और रेल संपर्क बाधित हो गया। मेघालय के पूर्वी जयंतिया हिल्स जिले में भूस्खलन ने दक्षिणी असम की बराक घाटी और तीन उत्तर पूर्वी राज्यों के महत्वपूर्ण हिस्सों तक सड़क संपर्क बाधित कर दिया। पूर्वी जयंतिया हिल्स पुलिस ने अपने अधिकार क्षेत्र में ताजा भूस्खलन के बारे में सतर्क किया है। असम पुलिस के विशेष महानिदेशक जीपी सिंह ने जनता से जाम हटने तक सड़क मार्ग का उपयोग करने से बचने को कहा है। सिंह ने ट्वीट किया, कृपया जब तक कि सड़क जाम को दूर नहीं कर दिया जाता, तब तक सिलचर से गुवाहाटी की ओर जाने से बचें। एक आधिकारिक बुलेटिन में कहा गया है कि भारी बारिश के कारण रविवार से दीमा हसाओ में संचार चैनल बंद कर दिए गए हैं। पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे के एक प्रवक्ता ने कहा कि लुमडिंग-बदरपुर खंड में पटरियों पर भूस्खलन और जलभराव के कारण बराक घाटी, मणिपुर, त्रिपुरा और मिजोरम के लिए रेल संपर्क टूट गया है। उन्होंने कहा कि रेलवे लाइन को बहाल करने का काम युद्ध स्तर पर जारी है। सड़क और रेल संपर्क बाधित होने से हवाई किराए में बढ़ोतरी हुई है।
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20 जिलों के दो लाख प्रभावित
असम बाढ़ की चपेट में है और अब तक 20 जिलों के करीब दो लाख लोग प्रभावित हुए हैं। बाढ़ से संबंधित दो मौतों की सूचना है, जबकि पांच अन्य लोगों की मौत भूस्खलन से हुई है।
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केरल में लगातार बारिश, नौ जिलों में अलर्ट
तिरुवनंतपुरम। आईएमडी ने भारी वर्षा का संकेत देते हुए केरल के सात जिलों के वास्ते ओरेंज अलर्ट जारी किया। विभिन्न जिलों में पिछले कुछ दिनों में जारी किया गया रेड अलर्ट वापस ले लिया गया है लेकिन विभिन्न मौसम अनुमान केंद्रों ने राज्य में छिटपुट स्थानों पर भारी वर्षा का अनुमान लगाया है। रेड अलर्ट भीषण वर्षा का संकेत होता है। आईएमडी ने आज एर्नाकुलम, इडुक्की, त्रिशूर, पलक्कड़, मलप्पुरम, कोझिकोड, वायनाड , कन्नूर और कसारगोड के लिए ओरेंज अलर्ट जारी किया। मौसम विज्ञान ने कहा कि मन्नार की खाड़ी, कोमोरिन इलाके, दक्षिण तमिलनाडु से सटे एवं दूर के क्षेत्रों, दक्षिण पूर्व बंगाल की खाड़ी एवं निकटवर्ती दक्षिणपूर्व अरब सागर, अंडमान सागर एवं निकटवर्ती दक्षिणपूर्व एवं पूर्व मध्य बंगाल की खाड़ी में 40-50 किलोमीटर प्रति घंटा से लेकर 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं। आईएमडी ने कहा, मछुआरों को इन समुद्री क्षेत्रों में नहीं जाने की सलाह दी जाती है।
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