—60 दिनों में नारायणपुर पुलिस को पांचवी सफलता
पीएलजीए कंपनी नम्बर-1 सीसी प्रोटेक्शन टीम मेंबर भी मारा गयाटो…माओवादी
जगदलपुर
नारायणपुर के माड़ क्षेत्र में सुरक्षा बलों को बड़ी सफलता मिली है। मुठभेड़ में जवानों ने आठ-आठ लाख के पांच नक्सली मार गिराए। पुलिस के अनुसार माड़ डिविजन के सचिव रनिता उर्फ जयमती, सीसीएम सोनू, कोसा, अरुण, राधिका, अरब, सुखलाल व कम्पनी नम्बर-1 एवं अन्य माओवादी कैडरों की उपस्थिति की सूचना पर संयुक्त बल रवाना किया गया था। पुलिस को माड़ डिविजन के कुतुल एरिया कमेटी क्षेत्रान्तर्गत ग्राम जटवर, हिकुलनार, घमंडी एवं आसपास क्षेत्र में नक्सलियों की उपस्थिति की सूचना प्राप्त हुई थी। मुठभेड़ में मारे गए 5 नक्सलियों में राकेश (35) पीएलजीए कम्पनी नम्बर-1 सीसी प्रोटेक्शन टीम मेम्बर इनामी 8 लाख, कोंडा तोगड़ा (35), पीएलजीए टीम मेम्बर इनामी 8 लाख, एडमा वड्डे (40), पीएलजीए मेम्बर इनामी 8 लाख, कमलू वड्डे (40), पीएलजीए मेम्बर इनामी 8 लाख, फरसा तुमड़ा (30), पीएलजीए मेम्बर इनामी 8 लाख शामिल हैं। नक्सल विरोधी अभियान के दौरान माओवादियों के द्वारा सुरक्षा बलों को नुकसान पहुंचाने के नीयत से दो आईईडी ब्लास्ट किया गया और एम्बुश कर सुरक्षा बलों को जान से मारने की नीयत से फायरिंग की गई। जवाबी कार्यवाही में सुरक्षा बलों द्वारा घेराबंदी कर 3 नक्सलियों को हिरासत में लिया गया, जिसमें 2 के घायल होने से अस्पताल में ईलाज के लिए भर्ती कराया गया, इन नक्सलियों में गोर्रा वड्डे, बुद्धू कुमड़ा व कोसा निवासी घमंडी हैं।
सुरक्षित ठिकाना अबूझमाड़ में भारी नुकसान
उप पुलिस महानिरीक्षक कांकेर केएल धु्रव ने बताया कि इस ऑपरेशन के उपरांत नक्सलियों के गढ़ रहे माड़ डिविजन के माओवादियों में भय का माहौल है। माड़ क्षेत्र को नक्सली शीर्ष नेतृत्व अपना सुरक्षित ठिकाना मानते है। नक्सली नेतृत्व इस ऑपरेशन उपरांत ग्रामीणों एवं अपने निचले कैडर को दोषारोपण कर रहे हैं। माड़ डिवीजन में नक्सलियों के अटैकिंग फोर्स के स्तम्भ रहे माड़ डिविजन माओवादियों के ऊपर यह अब तक विगत डेढ़ माह के अन्दर तीसरा कड़ा प्रहार है।
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मूल निवासियों को बचाना मुख्य उद्देश्य
पुलिस अधीक्षक नारायणपुर प्रभात कुमार ने बताया कि दुर्गम जंगल एवं विकट भौगोलिक परिस्थितियों में रहने वाले मूल निवासियों को नक्सलवादी विचारधारा से बचाना और उन्हें चरमपंथी सिद्धांतों के आकर्षण से निकालना मुख्य उद्देश्य है। ताकि क्षेत्र में विकास एवं शांति कायम हो सके। हम उन सभी मूल वासियों से जो बाहरी विचारधारा और नक्सली नेताओं के गलत प्रभाव में फंस गये हैं। अपील करते हैं कि वे नक्सलवाद एवं नक्सली विचारधारा को त्याग कर शासन की आत्मसमर्पण पुनर्वास नीति को अपनाकर समाज के मुख्य धारा से जुड़े और हथियार और नक्सलवादी विचारधारा का पूरी तरह त्याग व विरोध करें।
तीन जिले में माओवादी कमजोर
पुलिस महानिरीक्षक बस्तर रेंज सुंदरराज पी. ने बताया कि प्रतिबंधित एवं गैर कानूनी सीपीआई माओवादी संगठन के विरुद्ध प्रभावी कार्यवाही करने के उद्देश्य से स्थानीय पुलिस बल तथा केन्द्रीय अर्धसैनिक बल द्वारा विगत दिनों में बेहतर तालमेल एवं रणनीति के साथ काम करने के परिणाम स्वरूप 2024 में अब तक बस्तर संभाग के अंतर्गत हुई विभिन्न मुठभेड़ों के दौरान 136 माओवादियों के शव बरामद किए गए, जिसमें सर्वाधिक जिला बीजापुर में 51, कांकेर 34 एवं नारायणपुर में 31 माओवादियों को मुठभेड़ में मार गिराया गया है।
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