‘हेमंत रिटर्न’, तीसरी बार झारखंड के सीएम सोरेन

—13वें मुख्यमंत्री के तौर पर ली शपथ

रांची। झारखंड मुक्ति मोर्च के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन ने गुरुवार की शाम यहां राजभवन में राज्य के 13वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। अधिकारी ने बताया कि झारखंड के राज्यपाल सी.पी. राधाकृष्णन ने राजभवन में हेमंत सोरेन को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। हेमंत सोरेन के पिता और झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन, उनकी मां रूपी सोरेन, पत्नी कल्पना सोरेन तथा झारखंड मुक्ति मोर्चा की अगुवाई वाले गठबंधन के वरिष्ठ नेता भी शपथ ग्रहण समारोह में उपस्थित थे। बुधवार को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने वाले चंपई सोरेन भी इस अवसर पर मौजूद थे। हेमंत सोरेन को झारखंड उच्च न्यायालय द्वारा कथित भूमि घोटाले से जुड़े धन शोधन मामले में जमानत दिए जाने के बाद 28 जून को जेल से रिहा कर दिया गया था। प्रवर्तन निदेशालय द्वारा 31 जनवरी को उनकी गिरफ्तारी से कुछ समय पहले ही उन्होंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था।

राज्यपाल ने किया था आमंत्रित

झामुमो ने इससे पहले दिन में बताया था कि राज्यपाल राधाकृष्णन ने हेमंत सोरेन को राज्य में सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया है। वह सात जुलाई को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। झामुमो नीत गठबंधन ने बाद में फैसला किया कि सोरेन आज (बृहस्पतिवार) ही मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। चंपई सोरेन ने बुधवार को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था और धनशोधन के एक मामले में जमानत पर रिहा हुए हेमंत सोरेन ने सरकार बनाने का दावा पेश किया था।

मुख्यमंत्री पद छोड़ना नाटकीय

झामुमो के नेता चंपई सोरेन का राज्य का मुख्यमंत्री पद छोड़ना उतना ही नाटकीय रहा, जितना पांच महीने पहले फरवरी में हेमंत सोरेन के इस्तीफे के बाद इस पद पर उनका आसीन होना रहा था। झारखंड में सरायकेला-खरसांवा जिले के जिलिंगगोड़ा गांव में कभी अपने पिता के साथ खेतों में हल चलाने वाले चंपई सोरेन राजनीति में एक लंबा सफर तय कर दो फरवरी को राज्य के मुख्यमंत्री पद तक पहुंचे थे। इससे पहले उनके पूर्ववर्ती हेमंत सोरेन ने धनशोधन मामले में ईडी द्वारा गिरफ्तार किए जाने के कुछ ही देर पहले मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। हेमंत को उच्च न्यायालय से जमानत मिलने के बाद 28 जून को जेल से रिहा कर दिया गया था और बुधवार को उन्हें पार्टी के विधायक दल का नेता चुना गया।

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