—लोकसभा रिजल्ट से एक दिन पहले बाजार 2700 अंक उछला
—सेंसेक्स 76,468 और निफ्टी 23,263 के स्तर पर बंद
—सेंसेक्स, निफ्टी तीन प्रतिशत चढ़कर नये शिखर पर
–
इंट्रो
—
‘एग्जिट पोल’ के बाद सोमवार को स्थानीय शेयर बाजार में चौतरफा लिवाली से बीएसई सेंसेक्स 2,500 से अधिक अंक की छलांग लगाकर अपने अब तक के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 733 अंक के उछाल के साथ नए शिखर पर बंद हुआ। शनिवार को ‘एग्जिट पोल’ में भाजपा नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन सरकार की बड़ी जीत के अनुमान के बाद बाजार में यह तेजी आई है। एक अनुमान है कि एक ही दिन में निवेशकों को करीब 13.7 लाख करोड़ का फायदा हुआ है।
मुंबई। तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 2,507.47 अंक यानी 3.39 प्रतिशत उछलकर रिकॉर्ड 76,468.78 अंक पर बंद हुआ। यह पिछले तीन साल में एक दिन में सबसे बड़ी तेजी है। कारोबार के दौरान सूचकांक एक समय 2,777.58 अंक चढ़कर रिकॉर्ड 76,738.89 अंक तक चला गया था। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 733.20 अंक यानी 3.25 प्रतिशत उछलकर अपने अबतक के सर्वोच्च स्तर 23,263.90 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 808 अंक यानी 3.58 प्रतिशत चढ़कर रिकॉर्ड 23,338.70 अंक पर पहुंच गया था। सेंसेक्स और निफ्टी में एक फरवरी, 2021 के बाद एक दिन की सबसे बड़ी तेजी है। उस समय बजट पेश करने के बाद दोनों सूचकांक करीब पांच प्रतिशत मजबूत हुए थे। यह दिलचस्प है कि 20 मई, 2019 को ‘एग्जिट पोल’ के बाद भी सेंसेक्स और निफ्टी तीन प्रतिशत से अधिक मजबूत हुए थे। उस ‘एग्जिट पोल’ में भी आम चुनाव में भाजपा नीत राजग सरकार की बड़ी जीत का अनुमान जताया गया था। रिलायंस इंडस्ट्रीज, आईसीआईसीआई बैंक, एचडीएफसी बैंक और भारतीय स्टेट बैंक जैसे प्रमुख शेयरों में जोरदार बढ़त से दोनों मानक सूचकांक रिकॉर्ड ऊंचाई पर बंद हुए। शेयर बाजार में तेजी के साथ अडाणी समूह की कंपनियों के शेयरों में सोमवार को जोरदार बढ़त जारी रही। अडाणी पावर करीब 16 प्रतिशत चढ़ा। क्षेत्रवार देखा जाए तो सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम, बिजली कंपनियों, तेल, ऊर्जा, पूंजीगत वस्तुओं और रियल्टी कंपनियों के शेयर आठ प्रतिशत तक चढ़े। शनिवार को आये एग्जिट पोल के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी लगातार तीसरी बार सत्ता संभाल सकते हैं। भाजपा नीत राजग सरकार के भारी बहुमत के साथ लोकसभा चुनाव जीतने का अनुमान है। वोटों की गिनती चार जून को होगी। एचडीएफसी सिक्योरिटीज के खुदरा शोध प्रमुख दीपक जसानी ने कहा, निफ्टी का तीन साल में यह सबसे अच्छा सत्र था। निवेशक ‘एग्जिट पोल’ के साथ-साथ चौथी तिमाही की बेहतर आर्थिक वृद्धि दर के आंकड़े से भी उत्साहित हैं। सैमको म्यूचुअल फंड में कोष प्रबंध और इक्विटी शोध प्रमुख पारस मतालिया ने कहा, बाजार आज नई ऊंचाई पर खुला। इसका बड़ा का कारण एग्जिट पोल है, जिसमें भाजपा नीति राजग के सत्ता में लौटने की बात कही गयी है। राजग सरकार के ज्यादा सीट जीतने का मतलब है कि नीतिगत स्तर पर निरंतरता बनी रहेगी। सेंसेक्स के तीस शेयरों में से एनटीपीसी, भारतीय स्टेट बैंक और पावरग्रिड नौ प्रतिशत से अधिक चढ़े। लार्सन एंड टुब्रो, एक्सिस बैंक, रिलायंस इंडस्ट्रीज, अल्ट्राटेक सीमेंट, महिंद्रा एंड महिंद्रा, इंडसइंड बैंक, आईसीआईसीआई बैंक और टाटा स्टील प्रमुख रूप से लाभ में रहे। दूसरी तरफ सन फार्मा, एचसीएल टेक्नोलॉजीज, एशियन पेंट्स, नेस्ले और इन्फोसिस के शेयर नुकसान में रहे।
–
इनमें उछाल
सेंसेक्स के तीस शेयरों में से एनटीपीसी, भारतीय स्टेट बैंक और पावरग्रिड नौ प्रतिशत से अधिक उछले। लार्सन एंड टुब्रो, एक्सिस बैंक, रिलायंस इंडस्ट्रीज, अल्ट्राटेक सीमेंट, महिंद्रा एंड महिंद्रा, इंडसइंड बैंक, आईसीआईसीआई बैंक और टाटा स्टील प्रमुख रूप से लाभ में रहे। दूसरी तरफ सन फार्मा, एचसीएल टेक्नोलॉजीज, एशियन पेंट्स, नेस्ले और इन्फोसिस के शेयर नुकसान में रहे।
—
यादगार जीत की उम्मीद
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, एग्जिट पोल ने मौजूदा सरकार की यादगार जीत की उम्मीद जताई है। इसके साथ सुधारों की गति जारी रहने की उम्मीद से सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों में जोरदार तेजी रही। नायर ने कहा कि व्यापक स्तर पर जो तेजी आई है, वह आगे भी जारी रहने की उम्मीद है। इसका कारण पूंजी प्रवाह का बढ़ना है, जो पिछले तीन महीनों से बाजार से दूरी बनाये हुए था।
–
मझोली कंपनियों ने भी दिखाया दम
मझोली कंपनियों के शेयरों का प्रतिनिधित्व करने वाला ‘बीएसई मिडकैप’ 3.54 प्रतिशत चढ़ा जबकि छोटी कंपनियों के शेयरों का सूचकांक ‘स्मालकैप’ 2.05 प्रतिशत चढ़ गया। दोनों सूचकांक कारोबार के दौरान नये शिखर पर पहुंच गये थे। बीएसई में सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण उछलकर 4,25,91,511.54 करोड़ रुपये पहुंच गया। वहीं एनएसई में सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 422.28 लाख करोड़ रुपये रहा। शुक्रवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, देश की आर्थिक वृद्धि दर वित्त वर्ष 2023-24 में बढ़कर 8.2 प्रतिशत रही। इसके साथ ही भारत ने दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ने वाली प्रमुख अर्थव्यवस्था के रूप में अपना स्थान बरकरार रखा।
विदेशी बाजारों का ऐसा हाल
एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, जापान का निक्की और हांगकांग का हैंगसेंग लाभ में जबकि चीन का शंघाई कम्पोजिट नुकसान में रहा। यूरोप के प्रमुख बाजार शुरुआती कारोबार में बढ़त में थे। अमेरिकी बाजार शुक्रवार को लाभ के साथ बंद हुए थे। शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों ने शुक्रवार को 1,613.24 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर खरीदे। वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.18 प्रतिशत की बढ़त के साथ 81.26 डॉलर प्रति बैरल रहा।
0000

