देश में 10वीं में 93 और 12वीं में 87.98 फीसदी पास

नई दिल्ली। सीबीएसई की 10वीं और 12वीं कक्षा की परीक्षाओं के सोमवार को घोषित परिणामों में उत्तीर्ण प्रतिशत के मामले में एक बार फिर लड़कियों ने लड़कों को पछाड़ दिया। वहीं, पिछले साल के मुकाबले 90 और 95 प्रतिशत से अधिक अंक पाने वाले विद्यार्थियों की संख्या में आंशिक रूप से वृद्धि हुई है। सीबीएसई ने सोमवार को 10वीं और 12वीं कक्षा के परिणाम घोषित किए। पिछले साल की तुलना में 10वीं कक्षा में उत्तीर्ण होने वाले विद्यार्थियों के प्रतिशत में 0.48 प्रतिशत का सुधार हुआ है और यह 93.60 प्रतिशत रहा। इसी प्रकार 12वीं कक्षा में 87.98 प्रतिशत विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए जो पिछले साल की तुलना में 0.65 प्रतिशत अधिक है। दसवीं कक्षा के नतीजों में 94.75 प्रतिशत छात्राएं उत्तीर्ण हुईं और लड़कों की तुलना में 2.04 प्रतिशत अधिक छात्राएं उत्तीर्ण हुईं। वहीं, 12वीं में लड़कियों का उत्तीर्ण प्रतिशत छात्रों के मुकाबले 6.40 प्रतिशत अधिक है। सीबीएसई अधिकारियों ने इस वर्ष परीक्षा में योग्यता-आधारित प्रश्नों की संख्या में वृद्धि को उत्तीर्ण प्रतिशत में वृद्धि का श्रेय दिया। इस साल 90 प्रतिशत और 95 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों की संख्या में भी इसी तरह की प्रवृत्ति देखी गई।

पूरक परीक्षा 15 जुलाई से

सीबीएसई की 10वीं और 12वीं की पूरक परीक्षा 15 जुलाई को शुरू होगी। इस साल 10वीं कक्षा में 1.32 लाख विद्यार्थियों को और 12वीं कक्षा में 1.22 लाख विद्यार्थियों को पूरक परीक्षा की श्रेणी में रखा गया है।

बोर्ड परीक्षा अगले साल 15 फरवरी से

सीबीएसई की शिक्षण सत्र 2024-25 के लिए 10वीं और 12वीं कक्षाओं की बोर्ड परीक्षा अगले साल 15 फरवरी से होंगी। सीबीएसई के परीक्षा नियंत्रक संयम भारद्वाज ने सोमवार को यह घोषणा की। भारद्वाज ने कहा, बोर्ड ने 2025 की परीक्षाएं 15 फरवरी, 2025 से कराने का फैसला किया है।

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