अमेठी छोड़ रायबरेली पहुंचे राहुल, भरा नामांकन, मोदी बोले- डरो मत, भागो मत

अमेठी से गांधी परिवार के करीबी केएल शर्मा होंगे स्मृति के खिलाफ मैदान में

कैसे यूपी से लड़े राहुल, अखिलेश ने किया असल खेल; अमेठी-रायबरेली पर अंदर की कहानी

यूपी की रायबरेली सीट से गांधी परिवार के राहुल गांधी तथा अमेठी से गांधी परिवार के करीबी केएल शर्मा के नामांकन पत्र भरते ही इन दोनों सीट पर चला आ रहा सस्पेंस खत्म हो गया। दोनों ही सीटें कांग्रेस खासकर गांधी परिवार का गढ़ कही जाती हैं। पिछले कुछ दिनों से दोनों सीटों को लेकर जबरदस्त उथल-पुथल मची थी। अंततः नामांकन वाले दिन ही रायबरेली से राहुल गांधी और अमेठी से केएल शर्मा का नाम फाइनली घोषित हो गया। वहीं राहुल गांधी के रायबरेली से चुनाव लड़ने पर मोदी ने राहुल अमेठी में हार की डर से रायबरेली भाग गए। मोदी ने कहा डरो मत, भागो मत वो रायबरेली आए हैं, यहां के लोग उन्हें सबक सिखाएंगे।

नामांकन पत्र दाखिले के अंतिम दिन राहुल गांधी ने रायबरेली सीट से नामांकन भर दिया है। आज सुबह ही कांग्रेस के द्वारा अमेठी और रायबरेली के लिए सीटों की घोषणा की गई थी। राहुल गांधी ने दोपहर करीब सवा दो बजे कलेक्ट्रेट में अपना नामांकन भरा। राहुल के साथ कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, सोनिया गांधी, प्रियंका गांधी, तेलंगाना के सीएम रेवंत रेड्डी और राजस्थान के पूर्व सीएम अशोक गहलोत मौजूद रहे। आज सुबह ही राहुल गांधी विशेष विमान से दिल्ली से फुरसतगंज पहुंचे। वहां से अमेठी होते हुए रायबरेली आए। रायबरेली के केंद्रीय कांग्रेस कार्यालय में पूजा करने के बाद राहुल का नामांकन जुलूस निकला। भारी भीड़ इस जुलूस में शामिल रही।

ऐसे बनी राहुल गांधी को चुनाव लड़ाने पर सहमति

कांग्रेस सूत्रों के अनुसार रायबरेली व अमेठी में कांग्रेस की ओर से नेताओं के नाम को लेकर दिक्कत नहीं थी। असल दिक्कत राहुल-प्रियंका की तरफ से चुनाव नहीं लड़ने के फैसले को लेकर थी। यूपी और दिल्ली दोनों कांग्रेस नेतृत्व इस बात पर जोर दे रहा था कि राहुल-प्रियंका कम से कम सोनिया गांधी की सीट रायबरेली से जरूर उतरें। बीस साल से रायबरेली से ही सोनिया निर्वाचित होती रही हैं। इस साल फरवरी में राज्यसभा से संसद में पहुंच चुकी हैं। गुरुवार देर रात हुई बैठक में भी राहुल गांधी ने अमेठी से चुनाव लड़ने से साफ इनकार कर दिया। राहुल नहीं चाहते थे कि स्मृति ईरानी के खिलाफ फिर से उतरकर वह मोदी के खिलाफ बनाई गई अपनी लड़ाके वाली छवि को नुकसान पहुंचाएं। कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि इसके बाद राहुल को गांधी परिवार की विरासत और रायबरेली के साथ जुड़ाव का हवाला देते हुए उन्हें रायबरेली से उतरने के लिए मनाने में कामयाब रहे। राहुल के रायबरेली से उतरने के लिए तैयार होने पर अमेठी से केएल शर्मा का नाम तय करना इतना बड़ा काम नहीं था।

कौन हैं अमेठी से उतरे केएल शर्मा

अमेठी से भाजपा प्रत्याशी स्मृति ईरानी के खिलाफ उतरे केएल शर्मा यानी किशोरी लाल शर्मा पंजाब के लुधियाना के मूल निवासी हैं। गांधी परिवार के करीबी सिपहसालार माने जाते हैं। लंबे समय से अमेठी और रायबरेली में गांधी परिवार के प्रतिनिधि के रूप में काम कर रहे हैं। उन्होंने गांधी परिवार के लेफ्टिनेंट के रूप में काम करना तब शुरू किया जब संजय गांधी के निधन के बाद राजीव गांधी अमेठी से सांसद बने थे। शर्मा ने तब से गांधी परिवार के लिए अमेठी और रायबरेली दोनों सीटों पर लगातार चुनावों में काम किया है। शर्मा ने 2004 से रायबरेली में सोनिया गांधी के प्रतिनिधि के रूप में काम किया है।

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मोदी बोले- राहुल हार के डर से रायबरेली भाग गए

मोदी जी की फोटाे …….

कोलकाता। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को पश्चिम बंगाल के बर्धमान में एक रैली को भी संबोधित किया। इस रैली में पीएम मोदी ने विपक्षी पार्टियों पर निशाना साधते हुए बताया कि वह जनता की सेवा करने के लिए पैदा हुए हैं। उन्होंने आगे कहा कि उनका सपना केवल जनता के सपनों को पूरा करना है। इस रैली में पीएम मोदी ने राहुल गांधी के रायबरेली से लोकसभा चुनाव लड़ने के फैसले पर भी कटाक्ष किया। उन्होंने बताया कि राहुल गांधी डर के कारण रायबरेली भाग गए। पीएम मोदी ने कांग्रेस सांसद से कहा, ‘डरो मत, भागो मत’।

मैं मौज करने के लिए पैदा नहीं हुआ

मोदी ने आगे कहा, मैं मौज करने के लिए पैदा नहीं हुआ हूं और न ही मैं खुद के लिए जीना नहीं चाहता हूं। मैं केवल आपकी सेवा का संकल्प लेकर, महान भारत माता के 140 करोड़ देशवासियों की सेवा करने के लिए निकला हूं। मोदी विकसित भारत बनाने के लिए, आत्मनिर्भर भारत बनाने के लिए दिन-रात एक किए हुए है। ये मैं अपने लिए नहीं, बल्कि अपनों के लिए कर रहा हूं। मेरे अपने मतलब – मेरा भारत, मेरा परिवार। आपके सपनों के लिए संकल्प लेकर जी रहा हूं।

मुझे देश ने और सबने आशीर्वाद दिया

मोदी ने कहा, मुझे देश ने और आप सबने इतना आशीर्वाद दिया है। शायद कोई इंसान अपने जीवन में ऐसी कल्पना तक नहीं कर सकता है कि ईश्वर रूपी जनता जनार्दन इतने आशीर्वाद बरसाएं और लगातार बरसाएं और वर्षों से ये आशीर्वाद बढ़ता ही जा रहा है। जीवन में इससे बड़ा संतोष क्या होता है।

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