ईवीएम में गड़बड़ी का सबूत जुटाने चुनाव लड़ रहे वकील

(फोटो : वकील)

रामपुर। मशहूर वकील महबूब प्राचा रामपुर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं लेकिन वो ये चुनाव जीत या हार के बदले इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) में गड़बड़ी के आरोपों के पक्ष में पुख्ता सबूत जुटाने के लिए लड़ रहे हैं। रामपुर लोकसभा सीट पर 19 अप्रैल को पहले चरण में मतदान है जहां अखिलेश यादव की सपा ने दिल्ली की एक मस्जिद के इमाम मोहिबुल्लाह नदवी तो भाजपा ने मौजूदा सांसद घनश्याम लोधी को दोबारा उतारा है। रामपुर सीट से निर्दलीय लड़ रहे महमूद प्राचा का कहना है कि वह ईवीएम से मतदान के खिलाफ पुख्ता सबूत जमा करने के लिए चुनाव लड़ रहे हैं। उन्होंने ईवीएम के खिलाफ अपनी लड़ाई में विपक्षी दलों के साथ नहीं देने पर अफसोस जताया। खुद को आंबेडकरवादी कहने वाले प्राचा ने कहा, “मेरा मानना है कि चुनाव कानूनन तभी वैध है, जब वह मतपत्र से हो। मेरे पास इसके सारे सबूत हैं। विपक्षी गठबंधन से राहुल गांधी और फारूख अब्दुल्ला ने ईवीएम के खिलाफ बात तो की लेकिन वह सड़कों पर नहीं आए।”

प्राचा का दावा

महबूब प्राचा ने दावा किया, “आज तक ईवीएम के खिलाफ अदालत में कोई भी याचिका पक्के सबूत इकट्ठा करके नहीं डाली गई, इसी वजह से वे सभी खारिज हो गईं। चुनाव आयोग ईवीएम को किसी के हाथ में नहीं दे रहा है। इसलिए मेरे साथियों ने तय किया कि हम एक प्रत्याशी लड़ाएंगे, मगर ऐसी सीट से जहां अनुकूल समीकरण न होने पर भी भाजपा जीत चुकी हो। मेरे लड़ने के लिए रामपुर सीट इसीलिए चुनी गई है।

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