बस्तर समेत देश की 102 सीटों पर आज मतदान,

—लोकसभा चुनाव का पहला चरण, दो राज्यों में विधानसभा चुनाव भी

ऐसी तैयारी

21 राज्य में मतदान

41 हेलीकॉप्टर

84 विशेष रेलगाड़ियां

1,00,000 वाहन

इंट्रो

लोकसभा चुनाव में 19 अप्रैल को पहले चरण का मतदान होगा। बस्तर की एक सीट समेत देशभर में 102 सीटों के लिए वोट डाले जाएंगे। जिन सीटों पर मतदान होगा, उसके आसपास के जिलों की सीमाएं सील कर दी गई हैं। बस्तर के नक्सल प्रभावित क्षेत्र और उत्तर पूर्व के इलाकों में स्थित मतदान कर्मियों को बूथ तक पहुंचाने के लिए हेलिकॉप्टर की मदद ली गई है। केंद्रीय अर्धसैनिक बलों के करीब तीन लाख जवानों ने तीन स्तरीय सुरक्षा घेरा तैयार किया है। चुनावी जिलों में इंटीग्रेटेड कंट्रोल रूम स्थापित किए गए हैं।

नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव के पहले चरण में शुक्रवार को मतदान शुरू होने के साथ ही विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र में चुनावी महाकुंभ का शंखनाद होने जा रहा है। पहले चरण में 21 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों की 102 संसदीय सीटों पर मतदान होगा। पहले चरण में अरुणाचल प्रदेश (60 सीटें) और सिक्किम (32 सीटें) में विधानसभा चुनाव भी होंगे। इस चरण के प्रमुख उम्मीदवारों में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, सर्बानंद सोनोवाल और भूपेन्द्र यादव, कांग्रेस के गौरव गोगोई, और द्रमुक की कनिमोई शामिल हैं।

निर्वाचन आयोग के अनुसार मतदान सुबह सात बजे शुरू हो कर शाम छह बजे तक चलेगा। आयोग ने 1.87 लाख मतदान केंद्रों पर 18 लाख से अधिक मतदान कर्मियों को तैनात किया है। इन मतदान केंद्रों पर 16.63 करोड़ से अधिक मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकेंगे। मतदाताओं में 8.4 करोड़ पुरुष, 8.23 करोड़ महिलाएं और 11,371 थर्ड जेंडर शामिल हैं। 35.67 लाख लोग पहली बार मतदाता बने हैं। इसके साथ ही 20-29 वर्ष आयु वर्ग के 3.51 करोड़ युवा मतदाता हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की भाजपा की अगुवाई वाला राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) और अधिक सीटें जीतने के लिए प्रयास कर रहा है वहीं विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ के घटक 2014 और 2019 के चुनावों में लगातार हार के बाद वापसी की उम्मीद कर रहे हैं।

इन राज्यों में चुनाव

पहले चरण में जिन राज्यों की सभी लोकसभा सीटों पर मतदान होगा उनमें तमिलनाडु (39), उत्तराखंड (5), अरुणाचल प्रदेश (2), मेघालय (2), अंडमान और निकोबार द्वीप समूह (1), मिजोरम (1), नगालैंड (1), पुडुचेरी (1), सिक्किम (1) और लक्षद्वीप (1) शामिल हैं। इसके अलावा राजस्थान में 12, उत्तर प्रदेश में 8, मध्य प्रदेश में 6, असम और महाराष्ट्र में 5-5, बिहार में 4, पश्चिम बंगाल में 3, मणिपुर में 2 और त्रिपुरा, जम्मू कश्मीर और छत्तीसगढ़ में एक-एक सीट पर मतदान होगा। पहले चरण के लिए चुनाव प्रचार बुधवार शाम समाप्त हो गया।

2019 में ऐसा था परिणाम

पिछले चुनाव (2019) में संप्रग ने इन 102 सीटों में से 45 और राजग ने 41 सीटें जीती थीं। निर्वाचन आयोग ने बताया कि मतदान और सुरक्षा कर्मियों को लाने-ले जाने के लिए 41 हेलीकॉप्टर, 84 विशेष रेलगाड़ियां और लगभग एक लाख वाहन तैनात किए गए हैं। सभी मतदान केंद्रों पर ‘माइक्रो’ पर्यवेक्षकों की तैनाती के साथ ही 50 प्रतिशत से अधिक मतदान केंद्रों पर वेबकास्टिंग (इंटरनेट पर प्रसारण) की जाएगी। इसके अतिरिक्त 361 पर्यवेक्षक (127 सामान्य, 67 पुलिस और 167 व्यय पर्यवेक्षक) मतदान से पहले ही अपने निर्वाचन क्षेत्रों में पहुंच चुके हैं।

मतपेटियों में बंद होंगे इन दिग्गजों के भाग्य

नितिन गडकरी

किरेन रीजीजू

अर्जुन राम मेघवाल

सर्बानंद सोनोवाल

संजीव बालियान

जितेंद्र सिंह

भूपेन्द्र यादव

नकुलनाथ


सीईसी बोले-मतदान जैसा कुछ और नहीं

मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने लोगों को उनके मत के महत्व की याद दिलाते हुए कहा कि ऐसे उदाहरण हैं, जब एक मत किसी महत्वपूर्ण मुकाबले में अहम होता है। उन्होंने एक वीडियो संदेश में कहा कि चुनाव भारत के लोकतंत्र की सबसे खूबसूरत अभिव्यक्ति है और मतदान जैसा कुछ और नहीं है। देश के विभिन्न हिस्सों में भीषण गर्मी के मद्देनजर कुमार ने कहा कि मौसम को देखते हुए लोगों को सावधानियां बरतनी चाहिए।

बस्तर में रहेगा तीन स्तरीय सुरक्षा घेरा

जगदलपुर। छत्तीसगढ़ की बस्तर सीट पर मतदान के लिए कड़े सुरक्षा प्रबंध किए गए हैं। तीन स्तरीय सुरक्षा घेरा तैयार किया गया है। मतदान कर्मियों को हेलीकॉप्टर के जरिए बूथों तक पहुंचाया गया। नक्सली हमले के खतरे के मद्देनजर, सीआरपीएफ ने कई बूथों पर मोर्चा संभाला है। केंद्रीय बलों की साढ़े तीन सौ कंपनियां तैनात की गई हैं। मतदान केंद्र तक पहुंचने वाले रास्तों पर भारी संख्या में सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं। भारतीय वायु सेना के एमआई-17 हेलिकॉप्टरों की मदद ली गई है। 196 मतदान केंद्रों को संवेदनशील/गंभीर श्रेणी में रखा गया है। नक्सल प्रभावित इलाकों में किसी भी आपात स्थिति में हेलिकॉप्टर की सुरक्षित लैंडिंग हो सके, इसके लिए करीब चार दर्जन हेलीपैड तैयार किए गए हैं। ये हेलीपैड, मतदान केंद्रों के आसपास बनाए गए हैं। इ

0000

प्रातिक्रिया दे