-एटीएस की पूछताछ में सनसनीखेज खुलासा
(फोटो : आतंकी)
नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश एटीएस (एटीएस) ने दो पाकिस्तानी नागरिकों समेत तीन आतंकियों को गिरफ्तार करने का दावा है। एटीएस को मिली खुफिया जानकारी के मुताबिक ये लोग पाकिस्तानी एजेंसी आईएसआई (आईएसआई) की मदद से भारत में आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने की योजना बना रहे थे। तीनों को भारत-नेपाल सीमा के पास से गिरफ्तार किया गया है। बता दें कि एटीएस के हत्थे चढ़ा मोहम्मद अल्ताफ बट पाकिस्तान के रावलपिंडी का रहने वाला है। वहीं, सैयद गजनफर इस्लामाबाद का रहने वाला है। जबकि, नासिर अली जम्मू कश्मीर का निवासी है। मोहम्मद अल्ताफ हिजबुल मुजाहिदीन के मुजफ्फराबाद स्थित कैंप में ट्रेनिंग ले चुका है। अल्ताफ मुजफ्फराबाद कैंप से असलहो की ट्रेनिंग लेकर हिजबुल के हैंडलर के संपर्क में काम कर रहा था। हैंडलर ने ही अल्ताफ को नेपाल के रास्ते भारत पहुंचने का निर्देश दिया था। नेपाल के काठमांडू में आईएसआई का हैंडलर मिला जिसने अल्ताफ के साथ सैयद गजनफर को फर्जी आधार कार्ड व अन्य दस्तावेज उपलब्ध करवाए, जिसकी मदद से तीनों भारत आए.
बताया जा रहा है कि महराजगंज स्थित भारत-नेपाल के सोनौली बॉर्डर से मंगलवार की रात को प्रवेश कर रहे तीन संदिग्धों को सुरक्षा बलों ने पकड़ लिया था। पूछताछ के बाद तीनों को लखनऊ एटीएस को सौंप दिया गया। लखनऊ एटीएस की टीम तीनों को लेकर अपने साथ रवाना हो गई. पूछताछ के दौरान पकड़े गए लोगों से सनसनीखेज जानकारी हाथ लगी है। फिलहाल, सोनौली बॉर्डर पर अलर्ट घोषित कर दिया गया है।
यात्रियों की जांच के दौरान मिले
सोनौली बॉर्डर पर रात में सुरक्षा एजेंसियों की एक टीम भारत से नेपाल जाने वाले यात्रियों की जांच कर रही थी। इसी दौरान तीन लोग बस में बैठ कर नेपाल जाने के फिराक में थे। उनकी गतिविधियों को संदिग्ध देख सुरक्षा एजेंसियों ने उन्हें पूछताछ के लिए नीचे उतार लिया। पूछताछ के दौरान उनकी गतिविधियां संदिग्ध दिखने पर इन्हें लखनऊ एटीएस को सौंप दिया गया। सूत्रों के मुताबिक, तीनों युवक लंबे समय से भारत में रह रहे थे और यहां से नेपाल जाने की फिराक में थे। हालांकि, सुरक्षा एजेंसियों को पहले इसका इनपुट मिल गया था।
000
0000000000000

