-तीनों सेनाओं ने किया भारत शक्ति युद्धाभ्यास
-प्रधानमंत्री, रक्षामंत्री रहे विशेष रूप से मौजूद
-जैसलमेर से करीब 100 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है पोखरण
जैसलमेर। एशिया की सबसे बड़ी फील्ड फायरिंग रेंज राजस्थान के पोखरण में मंगलवार को तीनों सेनाओं ने भारत शक्ति युद्धाभ्यास के जरिए देश में बने हथियारों की ताकत दिखाई। तीनों सेनाओं के स्वदेश निर्मित रक्षा उपकरणों की शक्ति का प्रदर्शन करने के लिए मंगलवार को यह महा अभ्यास प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे की उपस्थिति में शुरू हुआ। इस अभ्यास के दौरान स्वदेशी रक्षा क्षमताओं का करीब 50 मिनट तक समन्वित प्रदर्शन किया गया। ‘भारत शक्ति’ के दौरान, देश को आत्मनिर्भर बनाने की पहल के तहत स्वदेश में विकसित हथियार प्रणालियों और मंचों की एक शृंखला प्रदर्शित की जा रही है। यह अभ्यास भूमि, वायु, समुद्र, साइबर और अंतरिक्ष क्षेत्र में खतरों का मुकाबला करने के लिए भारतीय सशस्त्र बलों की एकीकृत परिचालन क्षमताओं को प्रदर्शित किया जा रहा है। अभ्यास में कृत्रिम मेधा (एआई) के उपयोग से एकीकृत प्रणालियों और मंचों का भी प्रदर्शन किया जा रहा है।
स्वदेशी हथियारों की ताकत ताकत
अभ्यास में लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट तेजस, हल्के लड़ाकू हेलीकॉप्टर प्रचंड, लाइट यूटिलिटी हैलिकॉप्टर (एएलएच) ध्रुव, नौ-सेना की लाइट वेट टॉरपीडो, पिनाका मल्टी बैरल रॉकेट लॉन्चर, युद्धक टैंक टी (टी90), अर्जुन टैंक, स्व-चालित होवित्जर के-9 वज्र, धनुष, सारंग तोपें, लॉयटरिंग म्यूनिशन सहित सर्वत्र और अत्याधुनिक ड्रोन और यूएवी सहित रोबोटिक डॉग ‘म्यूल’ भी युद्ध क्षेत्र में अपनी ताकत का परिचय दिया।
कॉर्डिनेशन की प्रदर्शनी
इस एक्सरसाइज के जरिए दिखाया जाएगा कि कैसे युद्ध की स्थिति में भारतीय सेना के तीनों अंगों थलसेना, वायुसेना और नौसेना मिलकर काम करती है और कितनी तेजी से सेनाओं के बीच कॉर्डिनेशन होता है। डोमो की शुरुआत तीनों सेना के अंगों के स्पेशल फोर्स, गरुड़ कमॉडों और मार्कोज हैलिकॉप्टर के जरिए स्लीदर और ऑल टेरेन वेहिकल के ज़रिये युद्ध के मैदान पर पहुंचे और उसके बाद लॉन्ग रेंज ऑर्टेलरी गन से गोलीबारी कर दुशमन के ठिकानों को ध्वस्त किया।
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‘हमारी तोपों, टैंकों, लड़ाकू जहाजों की ये गर्जना ही तो देश की ताकत है’
-पोखरण के भारत शक्ति अभ्यास में बोले पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को 30 से अधिक देशों के प्रतिनिधियों के साथ जैसलमेर के पोखरण फील्ड फायरिंग रेंज में “भारत शक्ति” अभ्यास के साक्षी बने। इस दौरान संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि आज हमारा पोखरण एक बार फिर भारत की आत्मनिर्भरता, भारत के आत्मविश्वास और भारत के आत्मगौरव की त्रिवेणी का साक्षी बना है। उन्होंने कहा कि यही पोखरण है, जो भारत की परमाणु शक्ति का साक्षी रहा है और यहीं पर हम आज स्वदेशीकरण से सशक्तिकरण का दम भी देख रहे हैं। पिछले दस वर्षों में हमने देश को रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने के लिए अथक प्रयास किये हैं और एमएसएमई और स्टार्टअप को प्रोत्साहित किया. पीएम मोदी ने कहा, ‘आने वाले वर्षों में जब हम दुनिया की तीसरी बड़ी आर्थिक ताकत बनेंगे, तो भारत का सैन्य सामर्थ्य भी नई बुलंदी पर होगा. भारत को तीसरी बड़ी आर्थिक ताकत बनाने में राजस्थान की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। विकसित राजस्थान, विकसित सेना को भी उतनी ही ताकत देगा.’
डिफेंस सेक्टर बना एक्सपोर्टर
देश के डिफेंस सेक्टर की तारीफ करते हुए पीएम मोदी ने कहा, ‘आप कल्पना कर सकते हैं कि भविष्य में भारत की सेना और भारत का डिफेंस सेक्टर कितना बड़ा होने वाला है। इसमें युवाओं के लिए रोजगार और स्व-रोजगार के कितने अवसर बनने वाले हैं। कभी भारत दुनिया का सबसे बड़ा डिफेंस इम्पोर्टर हुआ करता था. जबकि आज भारत डिफेंस सेक्टर में भी एक बड़ा निर्यातक बनता जा रहा है। आज भारत का डिफेंस एक्सपोर्ट 2014 की तुलना में 8 गुना से ज्यादा बढ़ चुका है।’
गिनाई डिफेंस सेक्टर की उपलब्धियां
पीएम मोदी ने कहा, ‘बीते 10 वर्षों में भारत ने अपना लड़ाकू हवाई जहाज बनाया है। भारत ने अपना एयरक्राफ्ट कैरियर बनाया है, C295 ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट भारत में बनाए जा रहे हैं। आधुनिक इंजन का निर्माण भी भारत में होने वाला है। आज देश में उत्तर प्रदेश और तमिलनाडु में डिफेंस कॉरीडोर बन रहे हैं। इनमें अब तक 7 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का निवेश हुआ है। आज हेलीकॉप्टर बनाने वाली एशिया की सबसे बड़ी फैक्टरी भारत में काम करना शुरू कर चुकी है। ‘
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—जैसलमेर के निकट दुर्घटनाग्रस्त, पायलट सुरक्षित
—वायुसेना क प्रशिक्षण उड़ान के दौरान की घटना
—पोकरण से लगभग 100 किमी दूर हुई दुर्घटना
जैसलमेर/नई दिल्ली। भारतीय वायुसेना का एक हल्का लड़ाकू विमान तेजस मंगलवार को राजस्थान के जैसलमेर के नजदीक प्रशिक्षण उड़ान के दौरान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। वायुसेना ने बताया कि विमान का पायलट सुरक्षित बाहर निकल गया और दुर्घटना के कारण का पता लगाने के लिए जांच का आदेश दिया गया है। भारतीय वायुसेना का एक हल्का लड़ाकू विमान तेजस आज एक प्रशिक्षण उड़ान के दौरान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। हालांकि, पायलट इससे सुरक्षित बाहर निकल गया। दुर्घटना पोकरण से लगभग 100 किमी दूर हुई। यहां मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और शीर्ष सैन्य अधिकारियों की उपस्थिति में मेगा युद्ध अभ्यास ‘भारत शक्ति’ चल रहा था। सैन्य सूत्रों ने संकेत दिया कि तेजस जेट को इस अभ्यास का हिस्सा बनना था।
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