—छापे के दौरान हमला
काेलकाता। पश्चिम बंगाल पुलिस ने शनिवार को उत्तर 24 परगना जिले के सन्देशखली इलाके में प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों पर हमले के संबंध में तीन एफआईआर दर्ज कीं। एजेंसी के अधिकारियों पर कथित आपराधिक अतिक्रमण और एक महिला की गरिमा को ठेस पहुंचाने के इरादे के आरोप में मामला दर्ज किया। अधिकारियों ने बताया कि दो अन्य रिपोर्ट अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ दर्ज की गई हैं। शुक्रवार को, जब टीम कथित राशन वितरण घोटाले के सिलसिले में टीएमसी जिला परिषद सदस्य शाहजहां शेख के घर की तलाशी लेने गई थी, तब जांच एजेंसी के अधिकारियों पर पुरुषों और महिलाओं की भीड़ ने हमला कर दिया था।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, एक एफआईआर शेख के घर के केयरटेकर की शिकायत पर दर्ज की गई है, दूसरी शुक्रवार को दायर ईडी की शिकायत के आधार पर और तीसरी स्वत: संज्ञान से दर्ज की गई है। एक सूत्र ने कहा, शिकायत में आरोप लगाया गया है कि ईडी के अधिकारियों ने बिना कोई तलाशी वारंट दिखाए और कानून का उल्लंघन करते हुए टीएमसी नेता के आवास में जबरन घुसने का प्रयास किया। इस बीच, शुक्रवार के कथित हमले में घायल हुए ईडी के दो अधिकारियों अंकुर गुप्ता और सोमनाथ दत्ता को कोलकाता के अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। तीसरे अधिकारी, राजकुमार राम, जिनके सिर में चोट लगी थी और उन्हें हाई डिपेंडेंसी यूनिट (एचडीयू) में भर्ती कराया गया था, की हालत स्थिर है।
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राज्यपाल बोले- आतंकी कनेक्शन के दिए निर्देश
पश्चिम बंगाल में पांच जनवरी को तृणमूल कांग्रेस के नेता शेख शाहजहां के समर्थकों ने ईडी के अधिकारियों पर हमला बोल दिया था। इस बीच, शाहजहां के सीमापार जाने की खबर पर राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने चिंता जताई। उन्होंने अधिकारियों को तुरंत उसे गिरफ्तार करने और उसके आतंकवादियों के साथ संबंध होने की जांच करने का निर्देश दिया है। इससे पहले, राज्यपाल बोस ने शुक्रवार को इस घटना पर अपनी नाराजगी व्यक्त की थी। उन्होंने हमले को खतरनाक, निंदनीय और एक भयानक घटना करार दिया था। अब राजभवन की ओर से शनिवार देर रात जारी बयान में कहा गया है कि राज्यपाल ने शांति कक्ष में शिकायत मिलने पर पुलिस प्रमुख को आरोपी को तुरंत गिरफ्तार करने का निर्देश दिया है।
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अफसरों पर ऐसे आरोप
ईडी अधिकारियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 441 (आपराधिक अतिक्रमण), 379 (चोरी करने का इरादा) और 354 (एक महिला की गरिमा को ठेस पहुंचाना) के तहत एफआईआर दर्ज की गई है। अधिकारियों ने कहा कि अन्य दो एफआईआर आईपीसी की धारा 147, 148, 149 (दंगा) और 353 (लोक सेवकों पर हमला) के तहत दर्ज की गईं।
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अधीर रंजन बोले- ये ‘लुक आफ्टर’ सरकार
इधर, कांग्रेस नेता अधीर रंजन ने कहा कि टीएमसी पार्टी ईडी को देख लेगी। टीएमसी अपने खतरनाक सदस्यों को बचाने के लिए काम करती है। ये सरकार ‘लुक आफ्टर’ सरकार है। तो ‘लुक आउट’ सर्कुलर की क्या जरूरत है? इनके तो बॉर्डर भी बंद नहीं हैं। इन्हें बड़े-बड़े दावे नहीं करने चाहिए, चाहे वे बीजेपी के बारे में हों, या ईडी और सीबीआई के बारे में।
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