इंफाल एयरपोर्ट के पास दिखा यूएफओ, तलाश में भेजे गए 2 राफेल

इंफाल। रविवार को मणिपुर के इंफाल हवाई अड्डे के पास केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल के जवानों ने एक अज्ञात उड़न तश्तरी को देखा। इसके बाद नागरिक विमानों की उड़ानें रोक दी गईं। भारतीय वायुसेना ने जानकारी मिलते ही अपने 2 राफेल लड़ाकू विमानों को यूएफओ की तलाश में भेज दिया। हालांकि, राफेल के रडार पर कोई अज्ञात विमान या यान नहीं दिखा और न आसमान में कुछ भी असामान्य दिखा। वायुसेना ने जांच के लिए दूसरा राफेल भी भेजा। सूत्रों ने कहा, संबंधित एजेंसियां यूएफओ पता लगाने की कोशिश कर रही हैं क्योंकि इसका एक वीडियो भी सामने आया है।

चीन की ओर भी घूम रही शक की सुई

वहीं रक्षा विभाग इस बात की भी जांच कर रहा है कि कहीं अज्ञात उड़न तस्तरी चीन की ओर से तो जासूसी के लिए भेजी गई थी।

गौरतलब है कि भारतीय वायु सेना के राफेल लड़ाकू विमान पश्चिम बंगाल के हाशिमारा हवाई अड्डे पर तैनात हैं और जरूरत पड़ने पर चीन सीमा के साथ पूर्वी क्षेत्र के विभिन्न हवाई अड्डों से उड़ान भरते रहते हैं।

उन्नत सेंसरों से लैस विमानो को भेजा खोज में

रक्षा सूत्रों के अनुसार हवाई अड्डे के पास यूएफओ होने की सूचना मिलने के तुरंत बाद पास के एयरबेस से एक राफेल विमान को तलाश के लिए भेजा गया। उन्नत सेंसरों से लैस विमान ने यूएफओ की खोज के लिए संदिग्ध क्षेत्र के ऊपर तलाशी ली, लेकिन उसे वहां कुछ नहीं मिला। उन्होंने कहा कि पहले विमान के लौटने के बाद एक और राफेल को खोज के लिए भेजा गया, लेकिन उसे भी कुछ नहीं मिला।

वायुसेना की वायु रक्षा प्रणाली सक्रिय

वायुसेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इंफाल एयरपोर्ट से यूएफओ देखे जाने की सूचना मिलते ही उन्होंने तत्काल वायु रक्षा प्रतिक्रिया तंत्र को सक्रिय कर दिया। पूर्वी कमान ने एक्स पर ये जानकारी दी, लेकिन साथ ही कहा कि इसके बाद उन्हें कुछ नहीं मिला। सूत्रों ने कहा, संबंधित एजेंसियां यूएफओ पता लगाने की कोशिश कर रही हैं क्योंकि इसका एक वीडियो भी सामने आया है।

तीन घंटे तक स्थगित रहीं उड़ानें

सूत्रों के अनुसार, रविवार दोपहर करीब 2:30 बजे हवाई अड्डे पर यूएफओ देखा गया, जिससे कुछ वाणिज्यिक उड़ानें प्रभावित हुईं। इस सूचना के बाद इंफाल हवाई अड्डे पर उड़ानें 3 घंटे से अधिक समय तक बाधित रहीं। आने वाली 2 उड़ानों को कोलकाता और गुवाहाटी की ओर मोड़ दिया गया। इससे यात्रियों को काफी परेशानी हुई। वायुसेना से निर्देश मिलने के बाद उड़ानों को देरी से रवाना किया गया।

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