निसार के बाद भी अंतरिक्ष क्षेत्र में मिलकर काम करेंगे नासा और इसरो

-दोनों एजेंसियों में हुई अहम बातचीत

नई दिल्ली। अमेरिका की अंतरिक्ष एजेंसी नासा और भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी इसरो के बीच अहम बातचीत हुई है, जिसमें दोनों एजेंसियों के बीच भविष्य में भी अंतरिक्ष के क्षेत्र में मिलकर काम करने को लेकर चर्चा हुई। बता दें कि नासा की जेट प्रोपल्शन लेबोरेट्री के डायरेक्टर लॉरी लेशिन ने इसरो मुख्यालय का दौरा किया। इस दौरान लेशिन ने इसरो के चेयरमैन एस सोमनाथ से भी मुलाकात की। दोनों अधिकारियों की मुलाकात को लेकर इसरो ने एक बयान जारी कर बताया कि डॉ. लॉरी लेशिन ने जेट प्रोपल्शन लेबोरेट्री और इसरो के अधिकारियों के इसरो के यूआर सैटेलाइट सेंटर में किए जा रहे संयुक्त प्रयासों को लेकर खुशी जाहिर की। लेशिंग ने नासा-इसरो सिंथेटिक अपर्चर रडार (निसार) को लेकर भी चर्चा की। इसरो ने ये भी कहा कि निसार लॉन्चिंग की तैयारी और भविष्य में दोनों एजेंसियों के संयुक्त रूप से अंतरिक्ष खोज को लेकर भी चर्चा हुई। इस बातचीत में दोनों एजेंसियों के बीच तकनीकी ज्ञान के आदान प्रदान को लेकर भी बात हुई। बता दें कि लेशिंग बीती 15 नवंबर को बंगलुरू आईं थी।

निसार पर फोकस

नासा और इसरो पहले ही एक पृथ्वी की निचली कक्षा में स्थापित किए जाने वाले निसार रडार पर मिलकर काम कर रहे हैं। इस रडार को दोनों एजेंसियों ने मिलकर विकसित किया है और इसे अगले साले की शुरुआत में आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा से लॉन्च किया जाएगा। निसार की मदद से पूरी दुनिया को सिर्फ 12 दिनों में मैप किया जा सकेगा। इससे पृथ्वी के इकोसिस्टम में हो रहे बदलावों के बारे में ज्यादा बेहतर डाटा मिल सकेगा। इसमें पृथ्वी पर मौजूद ग्लेश्यिरों की स्थिति, समुद्र का जल स्तर, जमीन के भीतर मौजूद पानी, भूकंप, सुनामी और भू-धंसाव संबंधी जानकारी ज्यादा बेहतर तरीके से मिल सकेंगी।

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