-चला रही जोरदार तलाशी अभियान
-इजराइल मानता है अल शिफा के नीचे हमास का सैन्य ठिकाना
-अलशिफा अस्पताल में हर रोज हो रहा है हजारों लोगों का इलाज
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गाजा। इजराइली सेना ने गाजा के अल शिफा अस्पताल को अपने कब्जे में ले लिया है। इजराइली सेना टैंकों के साथ यहां घुसी और तलाशी अभियान चलाया है। जिसके बाद अल शिफा अस्पताल में सैकड़ों नवजात शिशुओं सहित बड़ी तादाद में मरीज बिना बिजली के फंसे हुए हैं। सेना यहां मौजूद सभी लोगों की तलाशी ले रही है। खासतौर से पुरुषों को जमा करके उनकी तलाशी ली गई है। जिसकी वजह से अस्पताल में भारी अव्यवस्था हो गई है। टाइम्स ऑफ इजराइल के मुताबिक, इजराइली स्पेशल फोर्स ने हमास के खिलाफ एक सटीक ऑपरेशन करने के लिए मंगलवार रात गाजा सिटी के शिफा अस्पताल में प्रवेश किया। इस ऑपरेशन में इजराइल रक्षा बलों को अंदर हथियार और हमास की संपत्ति मिली है। अस्पताल के बाहर गोलीबारी के दौरान सैनिकों ने हमास के कम से कम पांच बंदूकधारियों को भी मार गिराया। इजराइली सेना का कहना है कि इस दौरान सैनिकों ने मरीजों और डॉक्टरों को कोई रुकावट नहीं पहुंचाई। साथ ही उसने अल शिफा अस्पताल में बेबी फूड, दवाएं और इक्यूबेटर्स भी पहुंचाए हैं।
6 टैंक अस्पताल परिसर में घुसे
बीबीसी की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि अल शिफा अस्पताल के अंदर इजराइली सैनिकों ने लाउडस्पीकर से सर्जिकल और इमरजेंसी डिपार्टमेंट को छोड़कर 16 से 40 साल की उम्र के सभी पुरुषों को परिसर में इकट्ठा किया। सैनिकों ने फायर करते हुए लोगों को बाहर निकलने पर मजबूर किया। सैनिकों ने स्मोक बम भी फेंके, जिससे लोगों को सांस लेने में परेशानी हुई। लोगों के बाहर निकलने पर सेना ने सभी को स्कैनिंग और सेंसर वाले उपकरणों से गुजारा। रिपोर्ट के मुताबिक अस्पताल में कम से कम 100 कमांडो सैनिक छह टैंकों के साथ इमरेंजसी डिपार्टमेंट से घुसे।
गाजा में अस्पतालों के निदेशक मोहम्मद जकाउत ने कहा कि इजराइली टैंक चिकित्सा परिसर के अंदर थे। सैनिक आपातकालीन और सर्जरी विभाग सहित इमारतों में घुस गए। सेना ने जिस तरह से धावा बोला, उससे बच्चे और मरीज बुरी तरह से डर गए हैं। यह बहुत भयावह स्थिति है। हमास की ओर से कहा गया है कि गाजा के अल शिफा अस्पताल पर इजराइल की कार्रवाई युद्ध अपराध है। हमास सरकार के प्रवक्ता ने कहा है कि इजराइल ने रात के अंधेरे में जब अस्पताल पर कार्रवाई की, तो वहां करीब 9 हजार लोग थे। इनमें मरीजों के अलावा अस्पताल के कर्मचारी और शरणार्थी शामिल हैं।
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ईरान के सुप्रीम लीडर का हमास को झटका
इजराइल और हमास जंग को बुधवार को 40 दिन हो गए हैं। इजराइल पूरी ताकत से हमास पर ताबड़तोड़ हमले कर रहा है। ऐसे में हमास के हमदर्द माने जा रहे ईरान ने दो टूक कह दिया है कि हम आपकी तरफ से इजराइल के साथ इस युद्ध में शामिल नहीं होंगे। ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्लाह खामेनेई के वरिष्ठ अधिकारियों के मुताबिक, खामेनेई ने हमास के प्रमुख से स्पष्ट कह दिया कि नवंबर के शुरुआत में जब हमारी मुलाकात हुई थी, उस समय आपने सात अक्टूबर को इजराइल पर हमले को लेकर हमें कोई चेतावनी नहीं दी थी। ऐसे में हम आपकी ओर से इस युद्ध में शामिल नहीं होंगे। अयातोल्ला अली खामेनेई ने इस्मायल हानियाह को बताया कि ईरान हमास को अपना राजनीतिक और नैतिक समर्थन देना जारी रखेगा लेकिन वह सीधे तौर पर युद्ध में दखल नहीं देगा। खामेनेई और हमास चीफ हानिया की पांच नवंबर की मुलाकात चर्चा में रही थी। यह मुलाकात ऐसे समय में हुई थी, जब लेबनान में हिजबुल्लाह ने फिलहाल युद्ध से अपने पांव पीछे खींचने का ऐलान किया था।
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