लाउड स्पीकर को लेकर केंद्र बनाए कानून, सभी राज्यों के लिए बने नियम, महाराष्ट्र सरकार ने केंद्र सरकार के पाले में डाली गेंद

-सर्वदलीय बैठक में शामिल नहीँ हुए राज ठाकरे व देवेंद्र फडनवीस

-मीटिंग के बाद शिवसेना ने कहा, एक पक्ष के लिए नहीं बना सकते नियम

मुंबई: महाराष्ट्र में लाउडस्पीकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा। महाराष्ट्र नव निर्माण सेना (मनसे) प्रमुख राज ठाकरे ने जिस तरह इस मुद्दे को उठाया था। बढ़ते विवाद को देखते हुए महाराष्ट्र के गृहमंत्री दिलीप वलसे पाटिल ने इस मसले पर सोमवार को एक सर्वदलीय बैठक बुलाई। लेकिन इसमें भाजपा और मनसे ने भाग नहीं लिया। भाजपा नेता और पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने एक अलग प्रेंस कांफ्रेंस की।

इस बैठक को लेकर महाराष्ट्र के गृहमंत्री दिलीप वलसे पाटिल ने कहा कि पिछले कुछ दिनों से राज्य में लाउडस्पीकर के इस्तेमाल और उसकी भूमिका पर कई राजनीतिक दलों ने अपने अनुसार एक डेडलाइन तय की है। इसे देखते हुए मैंने आज एक बैठक बुलाई थी, जिसमें सभी पार्टियों के नेताओं को बुलाया गया था। बैठक में कई पार्टी के नेता आए। लेकिन भाजपा (देवेंद्र फडनवीस) व मनसे (राज ठाकरे) से कोई शामिल नहीं हुआ।

केंद्र पर छोड़ फैसला

पाटिल ने कहा है कि महाराष्ट्र सरकार ने फैसला किया है वह कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए सभी जरूरी कदम उठाएगी। लाउडस्पीकर पर सुप्रीम कोर्ट ने साल 2005 में आदेश दिया था। इसके बाद कई और कोर्ट ने भी फैसले दिए है। महाराष्ट्र सरकार के नियमों के मुताबिक, जिन जगहों पर लाउडस्पीकर इस्तेमाल किए जा रहे हैं। उन्हें सरकार नहीं हटाएगी। इसके अलावा राज्य सरकार ने कहा है कि लाउडस्पीकर को लेकर केंद्र सरकार को कानून लाना चाहिए। जो सभी राज्यों पर लागू हो, जिसके आधार पर लाउडस्पीकर के लेकर राज्यों में नियमों को पालन कराया जा सके। इसके अलावा जहां हनुमान चालीसा के पढ़ने के बात है इसे पढ़ने पर कोई रोक नहीं है। चालीसा को मंदिर, घर में पढने की इजाजत है।

किसी एक पक्ष के लिए नियम नहीं बना सकते : ठाकरे

बैठक के बाद आदित्य ठाकरे ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि यह सिर्फ मंदिर मस्जिद का मुद्दा नहीं है। बल्कि सारे लाउडस्पीकर का विषय है। 2015 से 2017 के बीच राज्य सरकार के प्रयासों से सभी इंडस्ट्री और दूसरे सेक्टर के लिए अदालत ने डेसिबल तय किए हैं। उन्होंने कहा कि बैठक में निर्णय लिया गया कि एक प्रतिनिधिमंडल केंद्र सरकार से मिलकर इस मुद्दे के समाधान पर चर्चा करेगा। ठाकरे ने कहा कि हम किसी एक पक्ष के लिए नियम नहीं बना सकते हैं। हम केंद्र सरकार से चर्चा करेंगे इस मुद्दे पर और सुप्रीम कोर्ट के आदेश का पालन किया जाएगा।

हिम्मत है तो मेरे ऊपर लगाएं राजद्रोह का केस : फडनवीस

महाराष्ट्र के पूर्व सीएम व भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस ने सोमवार को एक प्रेस वार्ता कर उद्धव सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि हनुमान चालीसा महाराष्ट्र में नहीं बोली जाएगी तो क्या पाकिस्तान में बोली जाएगी, इनको हनुमान चालीसा से इतनी नफरत क्यों है? हम सारे हनुमान चालीसा बोलेंगे अगर सरकार में हिम्मत है तो हमारे ऊपर राजद्रोह का गुनाह लगाकर दिखाएं। मीटिंग में न जाने पर देवेंद्र ने कहा- हम गृहमंत्री की बैठक में जाकर क्या करेंगे क्योंकि उस बैठक में मुख्यमंत्री तो उपस्थित ही नहीं हैं।

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