-सेना ने दी सफाई, बताया कारण
(फोटो : अग्निवीर)
नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के पुंछ में ड्यूटी के दौरान जान गंवाने वाले अग्निवीर अमृतपाल को सेना की तरफ से गार्ड ऑफ ऑनर ना दिए जाने को लेकर सियासत गर्म है। पंजाब में सरकार व विपक्ष दोनों इस पर जमकर आपत्ति उठाई है। इधर भारतीय सेना ने इस पूरे मसले पर सफाई दी है । भारतीय सेना ने अधिकारिक बयान जारी करते हुए कहा है कि ‘अग्निवीर अमृतपाल सिंह का निधन 11 अक्टूबर 23 को, राजौरी सेक्टर में ड्यूटी के दौरान खुद को लगी बंदूक की गोली से चोट लगने के कारण मृत्यु हो गई थी।’ भारतीय सेना के ‘वाइट नाइट कार्प्स’ ने अपने अधिकारिक ट्विटर हैंडल पर लिखा है, अधिक जानकारी सुनिश्चित करने के लिए कोर्ट ऑफ इंक्वायरी (यानी जांच) जारी है।’ मौजूदा नीति के अनुसार कोई गार्ड ऑफ ऑनर या सैन्य अंतिम संस्कार प्रदान नहीं किया गया था। भारतीय सेना शोक संतप्त परिवार के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करती है।’
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पंजाब सरकार देगी शहीद परिवार को 1 करोड़
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने भी कहा कि उनकी सरकार इस मामले को लेकर केंद्र के समक्ष कड़ा प्रतिरोध जताएगी। मान ने ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा कि सिंह की शहादत को लेकर सेना की जो भी नीति हो, लेकिन एक शहीद के लिए उनकी सरकार की नीति वही रहेगी और राज्य की नीति के अनुसार सैनिक के परिवार को एक करोड़ रुपये की राशि प्रदान की जाएगी। उन्होंने कहा कि अमृतपाल सिंह देश के शहीद हैं। वहीं पजांब के कांग्रेस चेफी अमरिंदर सिंह राजा वारिंग ने कहा, यह देश के लिए बहुत ही दुख की बात है कि अग्निवीर स्कीम के तहत भर्ती होने वाले युवा को इस तरह से प्राइवेट एंबुलेंस में घर भेज दिया गया और उसे सैनिक सम्मान भी नहीं दिया गया। क्या
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सेना के बयान पर सोशल मीडिया पर उठे सवाल
सेना द्वारा किए गए इस ट्वीट को लेकर यूजर्स ने सवाल उठाए हैं। ट्वीट पर कमेंट कर एक यूजर ने लिखा, ”और अगर बाद में ये पता चलता है की मौत का कारण कुछ और था तो फिर कैसे गार्ड ऑफ ऑनर वाला सम्मान दोगे? और उसने किसी और को तो हानि नहीं पहुचाई तो सम्मान देने से क्या दिक्कत हो सकती है? था तो वो सिपाही ही , उसके ऊपर कोई मेंटल प्रेशर हुआ तो हो सकता है वो आर्मी मे जाने के बाद ही आया हो तो सम्मान मे कमी क्यों…?”
मृतक सैनिक का हुआ अपमान
एक यूजर ने लिखा, ”मौजूदा नीति का हवाला देकर मृतक सैनिक को गार्ड ऑफ ऑनर और सैन्य सम्मान के साथ में अंतिम संस्कार नहीं करना बहुत ही दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण है। ऐसा करना सरासर एक सैनिक का अपमान करना है, असहनीय घटना है, सच्ची निष्ठा और कर्तव्यपरायणता से देश की सेवा का जज्बात रखने वाले ईमानदार अग्निवीर था।’ एक यूजर ने सवाल उठाते हुए लिखा, ”स्वयं को पहुंचाई गई चोट क्या है? क्या घटना के वक्त वह ड्यूटी पर नहीं था? क्या उसे हथियार और गोला-बारूद संभालने जैसे कर्तव्यों को निभाने के लिए प्रशिक्षित नहीं किया गया था? क्या वह प्रशिक्षण पर्याप्त था? क्या यह वैसा ही है जैसे कुछ मिग विमान अज्ञात कारणों से दुर्घटनाग्रस्त हो जाते हैं?”
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