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— इजराइल ने गाजा में हमले तेज किए, 3,00,000 अतिरिक्त सैनिक तैनात
— गाजा में फंसे भारतीय परिवार ने लगाई मदद की गुहार
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ऐसी तबाही
4 लाख लोगों तक सेवाएं बाधित
790 मकान जमींदोज
5330 मकान क्षतिग्रस्त
इंट्रो
इजराइल और फिलिस्तीन के बीच लगातार चौथे दिन भी जंग से भयावह तबाही मची हुई है। इजरायल की सेना ने पूरे गाजा को चारों ओर से घेर रखा है। गाजा पर जबरदस्त हमला किया जा रहा है। इजराइल ने 3 लाख अतिरिक्त सैनिक गाजा में भेजे हैं। इस जंग में अब तक दोनों पक्षों के 2000 लोगों की मौत हो चुकी है। इस बीच, इजराइल पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को हालात बताए।
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यरूशलम। इजराइल के युद्धक विमानों ने युद्ध के चौथे दिन मंगलवार सुबह गाजा सिटी में लगातार बमबारी की, जो आतंकवादी संगठन हमास द्वारा संचालित सरकार का केंद्र है। यह कार्रवाई तब की गई है, जब इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इस्लामिक आतंकवादी समूह से ऐसा बदला लेने का संकल्प लिया है जिसकी ‘गूंज कई पीढ़ियों तक सुनाई देगी।’ पिछले चार दिन से जारी इस युद्ध में कम से कम 2000 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। इजराइल की सड़कों पर कई दशकों में पहली बार ऐसा खूनखराबा देखा गया और इसके जवाब में गाजा में कई इलाके नेस्तनाबूद कर दिए गए। हमास ने यह कहकर तनाव और बढ़ा दिया है कि अगर बिना पूर्व चेतावनी के नागरिकों को निशाना बनाकर हमले किए जाते हैं, तो वह बंधक बनाए गए इजराइलियों को मौत के घाट उतार देगा। इजराइली सेना ने देश के दक्षिणी हिस्से में ज्यादातर जगहों पर फिर से नियंत्रण कर लेने का दावा करते हुए कहा कि हमास के करीब 1500 आतंकवादियों के शव इजराइली क्षेत्र में पाए गए हैं। इजराइल ने कहा कि हमास और गाजा में अन्य आतंकवादी समूहों ने हमले के बाद उसके 150 से अधिक सैनिकों तथा नागरिकों को बंधक बना लिया। इजराइल के 3,00,000 अतिरिक्त सैनिकों को तैनात करने के बाद एक बड़ा सवाल खड़ा होता है कि क्या वह छोटे से भूमध्यसागरीय तटीय क्षेत्र गाजा में जमीनी आक्रमण शुरू करेगा। उसने आखिरी बार 2014 में जमीनी आक्रमण किया था। इजराइल ने और आक्रमण रोकने के लिए गाजा सीमा पर टैंक और ड्रोन तैनात किए हैं। गाजा के पास 12 से अधिक शहरों से हजारों इजराइलियों को निकाला गया है। वहीं, गाजा में लगातार जारी हवाई हमलों में इमारतों के जमींदोज होने के कारण हजारों निवासी अपने घरों को छोड़कर चले गए हैं। इजराइल के रविवार को युद्ध की औपचारिक घोषणा करने के साथ ही ये कदम हमास के खिलाफ अभियान तेज करने का संकेत है जिससे घनी आबादी वाले गाजा पट्टी में व्यापक विनाश का खतरा पैदा हो गया है। नेतन्याहू ने राष्ट्रीय टेलीविजन पर दिए संबोधन में कहा, हमने हमास पर हमला करना अभी तो शुरू ही किया है। हम आने वाले दिनों में अपने दुश्मनों के साथ जो करेंगे, उसकी गूंज कई पीढ़ियों तक सुनाई देगी। इजराइली सेना ने कहा कि उसने रातभर गाजा सिटी के रीमल इलाके में हमास के सैकड़ों ठिकानों को निशाना बनाया। इस इलाके में हमास के कई मंत्रालय और इमारतें हैं। रीमल में व्यापक पैमाने पर विनाश से यह संकेत मिलता है कि गाजा में इजराइल की नयी रणनीति ये हो सकती है कि नागरिकों को कुछ इलाकों को खाली करने की चेतावनी दी जाए और फिर उन इलाकों में अभूतपूर्व तीव्रता के हवाई हमले किए जाए। सप्ताहांत में इजराइल की सीमा से लगते गाजा के इलाकों में शुरू हुई भारी बमबारी रात भर में गाजा सिटी के केंद्र तक फैल गयी है। अगर यह बमबारी जारी रहती है तो गाजा के नागरिकों के पास शरण लेने के लिए बहुत कम इलाके बचेंगे क्योंकि ज्यादातर इलाकों में रहने लायक परिस्थितियां नहीं हैं।
इजराइली सेना के एक प्रवक्ता रिचर्ड हेक्ट ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि फलस्तीनियों को मिस्र के साथ लगती राफा सीमा चौकी से निकलने का प्रयास करना चाहिए लेकिन बाद में सेना ने कहा कि सीमा चौकी बंद कर दी गई है। यह पूछे जाने पर कि क्या इजराइल हमास की नागरिक सरकार जैसे कि संसद और मंत्रालय को निशाना बनाना चाहता है। इस पर हेक्ट ने कहा, अगर कोई बंदूकधारी वहां से रॉकेट दागता है तो वह सैन्य निशाना बन जाएगा।
इजराइल के हवाई हमलों के जवाब में हमास की सैन्य शाखा के प्रवक्ता अबू ओबैदा ने सोमवार रात को कहा कि जब-जब इजराइल गाजा के नागरिकों को उनके घरों में ‘बिना किसी पूर्व चेतावनी’ के निशाना बनाएगा, तब-तब समूह एक इजराइली बंधक की हत्या करेगा। इजराइल के विदेश मंत्री अली कोहेन ने हमास को किसी भी बंधक को नुकसान पहुंचाने के खिलाफ चेतावनी देते हुए कहा, ‘इस युद्ध अपराध को भुलाया नहीं जाएगा।’ नेतन्याहू ने बंधक संकट से निपटने और लापता लोगों की तलाश के लिए एक पूर्व सैन्य कमांडर को नियुक्त किया है। इजराइली सेना ने बताया कि हमलों में देश में 900 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि गाजा और वेस्ट बैंक में 704 लोग मारे गए हैं, जिनमें सैकड़ों हमास लड़ाके भी शामिल है। दोनों पक्षों के हजारों लोग इस संघर्ष में घायल हुए हैं।
हमास के हमले में इतनी बड़ी संख्या में लोगों की मौत मिस्र और सीरिया के साथ 1973 के युद्ध के बाद से पहली बार देखी गयी है। इजराइली युद्धक विमान ने मध्य गाजा सिटी के रिहायशी और व्यावसायिक जिले रीमल में निवासियों को जगह खाली करने की चेतावनी देने के बाद भीषण बमबारी की। लगातार विस्फोटों के बीच वह इमारत तबाह हो गयी जिसमें फलस्तीनी दूरसंचार कंपनी का मुख्यालय स्थित था।
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मोदी बोले-इजराइल के साथ हैं भारत के लोग
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को अपने इजराइली समकक्ष बेंजामिन नेतन्याहू से कहा कि इस मुश्किल घड़ी में भारत के लोग उनके देश के साथ दृढ़ता से खड़े हैं। इजराइल के प्रधानमंत्री ने हमास के खिलाफ जवाबी हमलों के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फोन कर वहां की स्थिति से अवगत कराया। प्रधानमंत्री मोदी के कार्यालय ने एक बयान में कहा कि उन्होंने मारे गये और घायल हुए लोगों के प्रति अपनी गहन संवेदना प्रकट की। मोदी ने इजराइल में भारतीय नागरिकों की सुरक्षा का मुद्दा भी उठाया। नेतन्याहू ने मोदी को पूरे सहयोग का आश्वासन दिया। मोदी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, मैं प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के फोन कॉल के लिए और मौजूदा हालात पर जानकारी देने के लिए उन्हें शुक्रिया अदा करता हूं। भारत की जनता इस मुश्किल घड़ी में मजबूती से इजराइल के साथ खड़ी है। भारत आतंकवाद के सभी स्वरूपों की पुरजोर और स्पष्ट रूप से निंदा करता है।
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50-60 विमान कर रहे एयरस्ट्राइक
इजरायली एयरफोर्स के 50-60 लड़ाकू विमान एयरस्ट्राइक में शामिल हैं। इजरायली एयरफोर्स ने अब तक कई चरणों में गाजा पट्टी पर हवाई हमले किए। इस दौरान 1700 टारगेट्स को निशाना बनाया गया। युद्ध की शुरुआत से इजरायली वायुसेना के विमानों ने गाजा पर लगभग 1,000 टन से अधिक बम बरसाए हैं।
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गाजा पट्टी की घेराबंदी के आदेश
उधर, इजरायल के रक्षामंत्री ने गाजा पट्टी की पूर्ण घेराबंदी के आदेश दिए हैं, वहीं बिजली, भोजन, पानी सहित जरूरी सप्लाई बंद कर दिए हैं। इजरायल ने 3 लाख सैनिकों को गाजा बॉर्डर पर तैनात किया है। खबर है कि फिलिस्तीन की तरफ से अभी भी हमास के आतंकी इजरायल में घुस रहे हैं।
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भारतीय महिला ने मांगी मदद
गाजा में हमास के ठिकानों को निशाना बनाकर इजराइल द्वारा लगातार की जा रही बमबारी के बीच वहां रह रहे भारतीयों को अपनी जान का डर सता रहा है। गाजा में अपने परिवार के साथ रह रही एक भारतीय महिला ने मंगलवार को युद्धग्रस्त हमास शासित इलाके से तत्काल सुरक्षित निकासी की मांग की। गाजा में रह रहीं भारतीय लुबना नजीर शब्बू ने बताया, हम यहां एक भीषण और क्रूर युद्ध का सामना कर रहे हैं और कुछ ही सेकंड में बमबारी में सब कुछ नष्ट हो जा रहा है। हम इस संघर्ष की कीमत चुका रहे हैं क्योंकि आम नागरिकों को निशाना बनाया जा रहा है। लुबना नजीर शब्बू मूल रूप से भारत के जम्मू-कश्मीर की रहने वाली हैं। इलुबना नजीर शब्बू ने कहा, बमबारी की आवाजें बहुत डरावनी होती हैं और पूरा घर हिल जाता है। यह बहुत ही भयावह स्थिति है।
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