इजराइल में आपातकालीन एकता सरकार पर मंथन

  • हमास आतंकवादियों ने किया है हमला

यरुशलम। इजराइल के शीर्ष नेताओं ने हमास चरमपंथियों के अप्रत्याशित हमले के बाद पैदा हुई जटिल स्थिति से निपटने के लिए अपने मतभेदों को दरकिनार करते हुए देश में एक आपातकालीन राष्ट्रीय एकता सरकार बनाने की संभावना पर चर्चा शुरू कर दी है। इजराइल के दैनिक समाचारपत्र हारेत्ज़ की रिपोर्ट के मुताबिक, प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू तथा विपक्षी नेता यायर लापिड और बेनी गैंट्ज़ ने शनिवार को चर्चा की और नेतन्याहू की सरकार में शामिल होने की संभावना पर चर्चा की। दोनों विपक्षी नेताओं ने सरकार में शामिल होने को लेकर अपनी इच्छा व्यक्त की, लेकिन लापिड ने दक्षिणपंथी नेताओं और मंत्रियों के अलावा बेज़ेलल स्मोट्रिच और इटमार बेन-ग्विर को हटाने की मांग की। बेनी गैंट्ज़ दोनों के साथ सरकार में शामिल होने को लेकर सहमत हो गए हैं।

हमास के आतंकवादियों ने शनिवार को एक प्रमुख यहूदी अवकाश के दौरान इजराइल पर अप्रत्याशित हमला कर दिया, जिसमें 26 सैनिकों समेत कम से कम 300 लोगों की मौत हो गई और कई लोगों को बंधक बना लिया गया। वहीं, इजराइल की जवाबी कार्रवाई में गाजा में कम से कम 250 लोगों की मौत हो गई। अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक, नेतन्याहू ने 1967 में युद्ध की पूर्व संध्या पर तत्कालीन प्रधानमंत्री लेवी एशकोल की सरकार में शामिल होने के लिकुड नेता मेनकेम बेगिन के उदाहरण का हवाला देते हुए कहा कि जब वे सुरक्षा बैठक के लिए उनसे मिले तो उन्होंने दोनों नेताओं को आपातकालीन एकता सरकार में शामिल होने की पेशकश की। विपक्षी नेता लापिड ने हालांकि इन दावों का खंडन करते हुए कहा कि उन्होंने ही नेतन्याहू के साथ एक मुलाकात के बाद एकता सरकार बनाने का विकल्प पेश किया। पिछले साल दिसंबर में नेतन्याहू के सत्ता में लौटने से पहले लापिड ही देश के प्रधानमंत्री थे। पूर्व रक्षा मंत्री बेनी गैंट्ज़ ने कहा कि वह सुरक्षा स्थिति पर केंद्रित सरकार में शामिल होने पर सकारात्मक रूप से विचार कर रहे हैं। उन्होंने अतीत में इजराइल रक्षा बलों (आईडीएफ) के प्रमुख के रूप में भी काम किया है। समाचारपत्र की रिपोर्ट के अनुसार, लापिड ने बैठक के दौरान नेतन्याहू से कहा, ‘‘इस आपातकालीन स्थिति के दौरान, मैं सभी असहमतियों को किनारे रखकर एक पेशेवर, सीमित आपातकालीन एकता सरकार बनाने को तैयार हूं ताकि हम जिस कठिन, जटिल और लंबे अभियान का सामना कर रहे हैं उसका प्रबंधन कर सकें।” लापिड ने एक बयान में कहा कि नेतन्याहू को पता है उनकी कट्टरपंथी और गैर-कार्यात्मक कैबिनेट युद्ध का प्रबंधन नहीं कर सकती। लापिड ने कहा, ‘‘मुझे इसमें कोई संदेह नहीं है कि पूर्व रक्षा मंत्री बेनी गैंट्ज़ भी ऐसी सरकार में शामिल होंगे।” भाषा रवि कांत नेत्रपाल
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