…तो ब्रिटिश सैनिकों को निशाना बनाएगा रूस

मास्को। सैन्य प्रशिक्षण देने यूक्रेन आने वाले ब्रिटिश सैनिकों को निशाना बनाने से रूस बिल्कुल नहीं हिचकेगा, इसलिए यह ब्रिटेन के हित में होगा कि वह अपने सैनिक यूक्रेन में न भेजे। यह बात रूस की सुरक्षा परिषद के उप प्रमुख व पूर्व राष्ट्रपति दिमित्री मेदवेदेव ने कही है। मेदवेदेव का यह बयान ब्रिटेन के नए रक्षा मंत्री ग्रांट शैप्स के उस साक्षात्कार के बाद आया है जिसमें उन्होंने यूक्रेनी सैनिकों को प्रशिक्षित करने के लिए ब्रिटिश सैनिकों को यूक्रेन भेजने की बात कही है। मेदवेदेव का बयान आने के कुछ देर बाद ही ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने ब्रिटिश सैनिकों की निकट भविष्य में यूक्रेन में तैनाती की संभावना से इनकार कर दिया। मेदवेदेव ने कहा, ये प्रशिक्षक वास्तव में नाटो के सैन्य विशेषज्ञ होंगे जो यूक्रेनी सैनिकों के पीछे सैन्य मोर्चों का प्रबंधन करेंगे। पूर्व राष्ट्रपति ने कहा कि जर्मनी में टौरस क्रूज मिसाइलों का उत्पादन कर उनकी यूक्रेन में आपूर्ति करने की आवाजें उठ रही हैं। ये मिसाइलें रूस पर हमले के उद्देश्य से बनाई और भेजी जाएंगी। अगर ऐसा होता है तो रूस जर्मनी के मिसाइल बनाने वाले कारखानों पर हमला करने से नहीं हिचकेगा। ऐसा वह अंतरराष्ट्रीय नियमों के अनुसार करेगा। मेदवेदेव ने आगाह किया कि पश्चिमी देश ये हरकतें करके दुनिया को तीसरे विश्वयुद्ध के नजदीक ले जा रहे हैं।

यूक्रेन के औद्योगिक ठिकानों पर रूसी हमले

रूस ने शनिवार-रविवार रात फिर से यूक्रेनी शहरों पर ड्रोन हमले किए। इन हमलों में रूस ने मध्य यूक्रेन के औद्योगिक ठिकानों को निशाना बनाया। यूक्रेनी सेना का दावा है कि उसने हमलावर 30 ड्रोनों में से 16 को जवाबी हमले में आकाश में ही नष्ट कर दिया। रूसी हमलों में खाद्यान्न भंडार गृह भी निशाना बनाए गए जिससे कई स्थानों में आग लग गई।

इस बीच रूसी सेना ने यूक्रेन के 37 ड्रोनों सहित कई राकेटों और गाइडेड बमों को मार्ग में ही नष्ट करने का दावा किया है। ये सभी रूसी के कब्जे वाले यूक्रेनी क्षेत्रों में छोड़े गए थे।

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