-भाजपा और चेम्बर ऑफ कामर्स ने किया समर्थन
-तीसरे दिन धरना हुआ समाप्त
-परिजनों को 10 लाख और संविदा में नौकरी (फोटो भिलाई संजय पाण्डेय)
भिलाई। मलकीत उर्फ वीरु हत्याकांड के विरोध में छत्तीसगढ़ सिख पंचायत ने भिलाई-दुर्ग बंद के ऐलान का शहर में असर दिखा। इस बंद को भाजपा, चेम्बर ऑफ कामर्स, बंगाली समाज समेत अन्य सामाजिक संगठनों ने समर्थन मिला। खुर्सीपार, सुपेला, पावर हाऊस, रामनगर, कैम्प क्षेत्र, वैशाली नगर, हाउसिंग बोर्ड, छावनी, नेहरू नगर में व्यवसायियों में सुबह 9 बजे से दोपहर 2 बजे अपने प्रतिष्ठानों को बंद कर रखा था। सुबह से व्यापारियों ने स्वयं से ही बंद कर रखा था।
गौरतलब है कि बीते 15 सितंबर को आईटीआई भिलाई में गदर-2 मूवी के सीन को लेकर विवाद हुआ। विवाद इतना बढ़ गया कि चार युवक और एक अपचारी बालक ने मिलकर मलकीत को मौत के घाट उतार दिया। जिसे 15 सितंबर की रात उपचार के लिए रायपुर ले जाया गया। जहां उपचार के बाद मलकीत की मौत हो गई। मौत की खबर के बाद से क्षेत्र में हडकंप मच गया और आरोपियों की मांग को लेकर लगातार तीन दिनों से सिख समाज और पूर्व केबिनेट मंत्री प्रेमप्रकाश पांडेय के नेतृत्व में खुर्सीपार थाने के सामने टेंट लगाकर प्रदर्शन चलता रहा। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धारा 294, 506, 323, 147,149, 34, 302 के तहत जुर्म दर्ज किया है। इस दौरान प्रदर्शन में पूर्व मंत्री श्री पाण्डेय, राम जन्मोत्सव समिति अध्यक्ष मनीष पाण्डेय समेत भाजपा, चेम्बर ऑफ कामर्स के सदस्य मौजूद थे।
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सवा घंटे रहा चक्काजाम
दोपहर तक मांग पूरी होने पर समाज के लोग नेशनल हाइवे पर आ गए थे। करीब डेढ़ घंटे तक चक्काजाम कर दिया। जिसे देख पुलिस प्रदर्शनकारियों को कई बार मनाते रही। बड़ी मुश्किल के बाद पुलिस व प्रदर्शनकारियों के मध्य बातचीत के बाद मामला सुलझा। जाम के चलते वाहन चालकों आने-जाने में काफी दिक्कतें हो रही थी। तीन दिन के प्रदर्शन के बाद सोमवार को धरना को समाप्त कर दिया गया। इस दौरान मृतक मलकीत परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने एक आरोपी अब तक नहीं पकड़ पाई है। इसके अलावा पुलिस ने को कई बार घटना की जानकारी भी दी गई लेकिन उसे बचाने में जुटी हुई है। जबकि घटना जबसे हुई तभी से पुलिस को अवगत कराया गया लेकिन उस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है। बताया जा रहा है कि शुभम के मामले में धारा 164 के तहत बयान होना था लेकिन पुलिस ने नहीं लिया है।
विवेचना जारी, धरना समाप्त
पीड़ित परिजनों को 10 लाख और संविदा नौकरी पर सहमति बन गई। धरना समाप्त हो गया है। मलकीत हत्याकांड मामले में पुलिस विवेचना में जुटी हुई है।
-आशीष बंछोर, सीएसपी छावनी
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