सीबीएसई ने ‘सैंपर पेपर’ धोखाधड़ी पर किया अलर्ट

–10वीं-12वीं के छात्र न हों गुमराह

नई दिल्ली। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने स्पष्ट किया है कि उसने 10वीं और 12वीं कक्षा के लिए अपने ‘सैंपल पेपर’ (अभ्यास प्रश्न पत्रों) को लेकर किसी निजी प्रकाशक के साथ साझेदारी नहीं की है। बोर्ड ने विद्यार्थियों से ऐसे भ्रामक दावों से गुमराह नहीं होने की सलाह दी है। बोर्ड ने उन खबरों के बीच यह स्पष्टीकरण दिया है जिनमें कहा गया था कि बोर्ड परीक्षाओं के लिए अपने ‘सैंपल पेपर’ को लेकर सीबीएसई ने ‘एजुकार्ट’ के साथ साझेदारी की है और इन अभ्यास प्रश्न पत्रों को भुगतान करके प्राप्त किया जा सकता है। सीबीएसई ने एक परामर्श में कहा, राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 की सिफारिशों के अनुसार, बोर्ड ने अपने संबद्ध स्कूलों में योग्यता केंद्रित शिक्षा और मूल्यांकन शुरू किया था। इसके लिए 10वीं और 12वीं कक्षा के सभी प्रमुख विषयों में अभ्यास प्रश्न पत्र हाल में जारी किए गए हैं।

निजी प्रकाशकों पर सलाह

सीबीएसई ने कहा कि संज्ञान में यह भी आया है कि स्कूलों और विद्यार्थियों को कुछ निजी प्रकाशकों की साइट से सीबीएसई अभ्यास प्रश्न पत्र लेने के लिए कहा जा रहा है। जनता को सलाह दी जाती है कि वे ऐसे किसी भी दावे और प्रचार से गुमराह न हों।

000

प्रातिक्रिया दे