पटना। बिहार के अररिया ज़िले के रानीगंज इलाके में एक पत्रकार की हत्या का मामला सामने आया है। एक दैनिक अखबार में काम करने वाले विमल यादव नाम के पत्रकार को बदमाशों ने घर के बाहर बुलाकर उन्हें गोली मार दी। जिससे उनकी मौक़े पर ही मौत हो गई। फिलहाल शव का पोस्टमार्टम अररिया के सदर अस्पताल में किया जा रहा है। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। दरअसल दो साल पहले पत्रकार विमल यादव के भाई की हत्या बदमाशों ने कर दी थी। वे इलाके के सरपंच थे। इसी हत्या के केस में विमल मुख्य गवाह थे और ऐसी आशंका जताई जा रही है कि मुख्य गवाह होने की वजह से बदमाशों ने उनकी हत्या कर दी। विमल कुमार यादव ने कथित धमकियों के बावजूद अदालत में चल रहे मुकदमे के दौरान अपने भाई के हत्यारे के खिलाफ गवाही दी। बिहार पुलिस ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट किया, ‘हमलावरों ने सुबह करीब 5.30 बजे यादव के घर का दरवाजा खटखटाया और जैसे ही उन्होंने दरवाजा खोला, उन्होंने (हमलावरों) गोलीबारी शुरू कर दी.’ अररिया के पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार सिंह ने कहा, ‘शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। जांच जारी है। फॉरेंसिक विशेषज्ञों और खोजी कुत्तों को बुलाया गया है। बताया जाता है कि विमल का पड़ोसी के साथ पुराना विवाद था। सभी पहलुओं से जांच की जा रही है। ‘पुलिस ने बताया कि 35 वर्षीय पीड़ित विमल कुमार यादव दैनिक जागरण अखबार में स्थानीय पत्रकार के रूप में काम करते थे।
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