नेवी को मिला एक और हथियार

-राष्ट्रपति मुर्मू ने युद्धपोत आईएनएस विंध्यागिरी का किया उद्घाटन

  • खासियत और ताकत तो कमाल की

-स्वदेशी कंपनियों ने बनाए युद्धपोत के 75 प्रतिशत पार्ट्स

नई दिल्ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गुरुवार को आधुनिक युद्धपोत आईएनएस विंध्यगिरी (पी17ए) का उद्घाटन किया। राष्ट्रपति मुर्मू ने हुगली नदी के किनारे स्थित ‘गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियरिंग लिमिटेड’ के परिसर में इस युद्धपोत का उद्घाटन किया। इस दौरान पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी मौजूद रहीं। बता दें कि भारतीय नौसेना के ‘प्रोजेक्ट 17 अल्फा’ के तहत बनाए जाने वाले सात जहाजों में से यह छठा जहाज है। इस अत्याधुनिक युद्धपोत के शामिल होने पर नौसेना की ताकत में उल्लेखनीय इजाफा होगा। इस प्रोजेक्ट के तहत बनाए गए पांच युद्धपोत साल 2019 से 2022 के बीच लॉन्च किए गए। इस प्रोजेक्ट के तहत गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियरिंग लिमिटेड को तीन युद्धपोतों का निर्माण करना था और यह आईएनएस विंध्यगिरी तीसरा युद्धपोत है। बाकी के चार युद्धपोत महाराष्ट्र के मझगांव डॉक लिमिटेड द्वारा बनाए जा रहे हैं। अधिकारियों ने बताया कि इस युद्धपोत के 75 प्रतिशत पार्ट्स स्वदेशी कंपनियों और मध्यम आकार की कंपनियों यानी एमएसएमई कंपनियों द्वारा बनाए गए हैं। नौसेना में शामिल किए जाने से पहले इसके कई ट्रायल्स किए जाएंगे।

ये हैं युद्धपोत की खासियतें

पी17ए युद्धपोत एक गाइडेड मिसाइल युद्धपोत है, जिसकी लंबाई 149 मीटर है। इसका वजन करीब 6670 टन है और यह 28 नॉट्स की स्पीड से दौड़ सकता है। हवा, जमीन और जल तीनों जगह की चुनौतियों से निपटने में यह युद्धपोत सक्षम है। प्रोजेक्ट 17ए पोत को भारतीय वायुसेना के युद्धपोत डिजाइन ब्यूरो द्वारा ही डिजाइन किया गया है। इससे पहले अपने कोलकाता दौरे पर राष्ट्रपति मुर्मू ने मेरा बंगाल, नशा मुक्त बंगाल अभियान की शुरुआत की। नशा मुक्त भारत अभियान के तहत यह अभियान शुरू किया गया है। ब्रह्मकुमारियों द्वारा राजभवन में इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। राष्ट्रपति बनने के बाद द्रौपदी मुर्मू का यह दूसरा पश्चिम बंगाल दौरा है। इससे पहले मुर्मू मार्च में राज्य के दौरे पर आईं थी।

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