असम राइफल्स के खिलाफ महिलाओं का प्रदर्शन, चेकपोस्ट से हटाई गई फोर्स

  • असम राइफल्स के जवानों पर पक्षपाती होने का आरोप
  • मणिपुर में पुलिस और असम राइफल्स में भी चल रही है तनातनी

-जवानों के बीच आपसी विवाद का वीडियो भी हुआ था वायरल

(फोटो : जवान)

इंफाल। मणिपुर में पुलिस और असम राइफल्स के बीच सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। मीरा पैबीस की महिलाओं द्वारा असम राइफल्स के खिलाफ प्रदर्शन के बाद इन जवानों को कई मुख्य चेक पॉइंट्स से हटा लिया गया है और यहां पर सिविल पुलिस या फिर सीआरपीएफ को तैनात कर दिया गया है। विष्णुपुर और कांगवाइ के बीच मोइरंग चेकपोस्ट से भी असम राइफल्स को हटाया गया है। मणिपुर पुलिस के आदेश में यह नहीं बताया गया है कि फोर्स क्यों हटाई जा रही है हालांकि माना जा रहा है कि महिलाओं के प्रदर्शन के बाद ही यह फैसला दबाव में लिया गया है। यहां महिलाओं ने इंफाल ईस्ट और वेस्ट में मणिपुर से असम राइफल्स को हटाने के लिए प्रदर्शन किए थे। महिलाओं का कहना है कि असम राइफल्स के जवान ठीक तरीके से अपनी ड्यूटी नहीं कर रहे थे और पक्षपात का रवैया अपना रहे थे। वहीं महिलाओं का आरोप यह भी था कि मैतेयी समुदाय के लोगों के खिलाफ वे ज्यादती पर उतर आए थे।

शनविरा को मणिपुर पुलिस टीम और असम राइफल्स के बीच बहस का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था। वीडियो में पुलिस अधिकारी असम राइफल्स पर उनके काम में बाधा डालने का आरोप लगा रहे थे। वहीं असम राइफल्स के अधिकारी ने कहा कि वह केवल अपनी ड्यूटी कर रहे हैं।पुलिस की तरफ से जारी आदेश में कहा गया कि ऑफिस ऑर्डर में मामली बदलाव किए जा रहे हैं। मोइरंग लामखाई के चेकपॉइंट पर 9 असम राइफल्स की जगह सिविल पुलिस और सीआरपीएफ लेगी।

फोर्स कैसे पक्षपाती हो सकती है?

एक असम राइफल्स के अधिकारी ने कहा, एक फोर्स जिसने दोनों समुदायों को बचाया, पक्षपाती कैसे हो सकतीहै। हो सकता है कि यह कदम फोर्स को कम करने के लिए उठाया गया हो। असम राइफल्स पर जो आरोप लगाए जा रहे हैं वे निराधार हैं। बता दें कि यह आदेश केवल चेक पॉइंट के लिए ही जारी किया गया है। असम राइफल्स और अन्य अर्धसैनिक बल राज्य में अब भी शांति बहाल करने के लिए तैनात रहेंगे। मणिपुर में हिंसा के बाद सीआरपीएफ, बीएसएफ, एसएसबी, आईटीबीपी और असम राइफल्स के जवानों को तैनात किया गया है। 3 मई को शुरू हुई हिंसा में अब तक 170 लोगों की जान जा चुकी है। अब भी कई जगहों पर सुरक्षाबलों और उग्रवादियों के बीच गोलीबारी हो जाती है। दो दिन पहले ही मणिपुर में 6 लोगों की हत्या कर दी गई।

10 अगस्त से फिर शुरू होंगे स्कूल

बता दें, मणिपुर के शिक्षा स्कूल निदेशालय ने सोमवार को घोषणा की थी कि राज्य में कक्षा नौवीं से बारहवीं कक्षा के लिए सभी स्कूल 10 अगस्त से फिर से शुरू होंगे। इस संबंध में निदेशालय ने सभी जोनल शिक्षा अधिकारियों को तदनुसार कार्रवाई करने को कहा है। मणिपुर में नौवीं से बारहवीं कक्षा वाले 1229 स्कूल विभिन्न प्रबंधनों द्वारा संचालित हैं।

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असम में भारी विस्फोटक जब्त, मणिपुर ले जाने की थी तैयारी

असम में पुलिस ने भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री जब्त की है। इसे हिंसा प्रभावित मणिपुर ले जाया जाना था। विस्फोटक सामग्री की जब्ती रविवार को असम के कछार जिले के रानीघाट में की गई। बम बनाने में इस्तेमाल होने वाली लगभग 200 जिलेटिन की छड़ें और डेटोनेटर बरामद किए गए। सूत्रों के मुताबिक विस्फोटक सामग्री से भरी बोरी ले जा रहे दो युवकों को जब पुलिस ने चुनौती दी तो वे भाग खड़े हुए। मामले की जांच शुरू कर दी गई है। पुलिस इस बात से इन्कार नहीं कर रही है कि विस्फोट हिंसाग्रस्त मणिपुर ले जाया जाना था।

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