इधर, हरियाणा हिंसा में 93 एफआईआर
चंडीगढ़। हरियाणा में सांप्रदायिक झड़पों के सिलसिले में कुल 176 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और 78 को एहतियातन हिरासत में लिया गया है। अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) टीवीएस एन प्रसाद ने यह भी कहा कि नूंह में 46, गुरुग्राम में 23, फरीदाबाद में तीन, रेवाड़ी में तीन और पलवल में 18 प्राथमिकी समेत कुल 93 प्राथमिकी दर्ज की गई हैं। केंद्र से अनुरोध किया गया और केंद्रीय बलों की 24 कंपनियां प्रदान की गईं। प्रसाद ने कहा, हमें स्थिति पर पैनी नजर बनाए रखना होगा। सोशल मीडिया पर भड़काऊ या गलत जानकारी नहीं फैलाई जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि झड़प के लिए जिम्मेदार पाए जाने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। प्रसाद ने कहा, जो कोई भी कानून-व्यवस्था को बिगाड़ने की कोशिश करेगा, हम उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेंगे। प्रसाद ने कहा कि स्थिति तेजी से सामान्य हो रही है। उन्होंने कहा, मैं कहूंगा कि यह स्थिति सामान्य हुई है। हमारे पास पर्याप्त सुरक्षा बल हैं। उन्होंने कहा कि नूंह में इंडियन रिजर्व बटालियन (आईआरबी) की एक बटालियन तैनात की गई है। प्रसाद ने कहा, बहुत जल्द मेवात में हम रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) का केंद्र स्थापित करेंगे, जो स्थायी केंद्र होगा। विश्व हिंदू परिषद (विहिप) की यात्रा को रोकने के प्रयास को लेकर नूंह में हुई झड़प और पिछले कुछ दिनों में गुरुग्राम में हिंसा में होम गार्ड के दो जवानों और एक मौलवी सहित छह लोगों की मौत हो गई है।
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दुकानों में लगाई आग
नूंह में बुधवार देर रात कर्फ्यू के दौरान तावडू इलाके में कुछ लोगों ने 2 धार्मिक स्थलों पर आगजनी की। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थिति संभाली। पलवल में बुधवार देर रात 3 दुकानों, 2 धार्मिक स्थलों और एक टेम्पो में आग लगा दी गई।
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कई जगहों पर इंटरनेट सेवा बंद
सांप्रदायिक दंगों के मद्देनजर शांति और सार्वजनिक व्यवस्था में किसी भी अवरोध को दूर करने के लिए इंटरनेट पर पाबंदी लगाई गई है। नूंह के अलावा फरीदाबाद, पलवल और गुरुग्राम जिले के सोहना, पटौदी और मानेसर में इंटरनेट सेवाओं पर रोक लगी हुई है।
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महिला जज की कार में लगा दी आग
हरियाणा के नूंह में एक धार्मिक यात्रा पर हमले के दौरान भीड़ ने नूंह की एक अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की गाड़ी पर हमला कर उसमें आग लगा दी। हमले में न्यायाधीश और उनकी तीन साल की बेटी बाल-बाल बच गईं। एफआईआर में बताया गया है कि कैसे एक सिविल जज और उनकी तीन साल की बेटी की कार पर भीड़ ने हमला कर दिया और उन्हें बचने के लिए छिपना पड़ा। 1 अगस्त की एफआईआर नूंह जिला अदालत में टेकचंद की शिकायत पर दर्ज की गई है, जिन्होंने कहा था कि जज, अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट अंजलि जैन, उनकी बेटी, एक गनमैन और वह एसएचकेएम मेडिकल कॉलेज से लौट रहे थे। नलहर में अचानक 100-150 लोगों की भीड़ ने पथराव शुरू कर दिया। नूंह शहर थाने में मंगलवार को दर्ज एफ़आईआर में बताया गया कि अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (एसीजेएम) अंजलि जैन की गाड़ी पर सोमवार को हमलावरों ने पथराव और गोलीबारी की, जिस कारण उन्हें और उनकी बेटी को अपनी जान बचाकर भागना पड़ा।
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