बेटियों के सपनों को सहारा देती मुख्यमंत्री नोनी सशक्तिकरण योजना

शिक्षा और रोजगार का सपना हो रहा साकार

रायपुर, 09 जुलाई 2023

प्रदेश में श्रमिक की बेटियां अब अपने सपने बुन रहीं हैं और सफलता की राह में आगे बढ़ रही है। प्रदेश सरकार की नोनी सशक्तिकरण योजना बेटियों को शिक्षित और सक्षम बनाने के लिए उत्प्रेरक साबित हुई है। योजना से मिले सहारे ने बेटियों का आत्मविश्वास बढ़ाया है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के नेतृत्व वाली सरकार ने छत्तीसगढ़ के श्रमिक परिवार के बेटियों के शिक्षा, रोजगार, स्वरोजगार तथा विवाह में आर्थिक सहयोग के उद्देश्य से नोनी सशक्तिकरण योजना संचालित कर रही है।

  धमतरी जिला मुख्यालय के गोकुलपुर वार्ड की रहने वाली श्रीमती माधुरी गुप्ता खुद तो रोजी-मजदूरी का काम करती है लेकिन उसकी हमेशा से इच्छा रही है कि वह अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा देगी। माधुरी शिक्षा के महत्व को भलीभांति समझती है। माधुरी बताती हैं कि पति की तबीयत खराब होने के बाद परिवार में वह अकेली कमाने वाली है। उसके लिए चार बच्चों की परवरिश और पढ़ाई-लिखाई करवाना आसान काम नहीं था। लेकिन माधुरी ने बच्चों को पढ़ाने का संकल्प लिया ताकि वे आगे बढ़ सकें। अभिभावक के तौर पर माधुरी ने अपनी जिम्मेदारी निभाने की भरपूर कोशिश की और अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा और जीवन में हर परिस्थिति का डटकर सामना करने की सीख दी। इसी कोशिश में माधुरी मेहनत-मजदूरी करने लगी और अपने परिवार के भरण-पोषण के साथ-साथ बच्चों को पढ़ाने के लिए भी हमेशा प्रेरित करती रहीं। इस दौरान माधुरी के संघर्ष को मुख्यमंत्री नोनी सशक्तिकरण योजना का सहारा मिला और वह अब अपनी बेटी को आगे पढ़ा रही है। नारी सशक्तिकरण योजना के माध्यम से मिले आर्थिक सहयोग  से माधुरी ने अपनी बेटी को 12वीं की पढ़ाई कराई और अब आगे उसका दाखिला आईटीआई में करवा रही है। 

गौरतलब है कि धमतरी जिले में मुख्यमंत्री नारी सशक्तिकरण योजना के बेहतर क्रियान्वयन से अब तक 1 हजार 999 हितग्राहियों को कुल 3 करोड़ 99 लाख 80 हजार रूपए की सहायता प्रदान की गई है।

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