बालासोर दुर्घटना में तीन अधिकारी गिरफ्तार, गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज

सीबीआई की कार्रवाई :

नई दिल्ली। ओडिशा ट्रेन हादसे मामले में सीबीआई ने बड़ी कार्रवाई की है। सीबीआई ने शुक्रवार को तीन रेलवे अधिकारियों को गिरफ्तार किया है। ज्ञात हो कि बालासोर के पास 2 जून को कोरोमंडल एक्सप्रेस दुर्घटना में 293 लोगों की मौत हुई थी। रेलवे सुरक्षा आयोग की जांच में पाया गया था कि यदि चेतावनियों को नजरअंदाज नहीं किया गया होता तो त्रासदी को टाला जा सकता था। इसमें पाया गया कि लेवल-क्रॉसिंग लोकेशन बॉक्स के अंदर तारों को गलत तरीके से लगाया गया था और इसका वर्षों तक पता नहीं चला, जिससे इसके रखरखाव कार्य के दौरान गड़बड़ी हुई।

हालांकि मामले से जुड़े अधिकारियों के अनुसार रेलवे ने बालासोर ट्रिपल ट्रेन दुर्घटना पर सीआरएस जांच रिपोर्ट को सार्वजनिक नहीं किया है। ऐसा इसलिए किया गया है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि मामले में चल रही सीबीआई की जांच पर कोई प्रभाव या हस्तक्षेप न हो।

इन अधिकारियों पर मामला दर्ज

सीबीआई ने वरिष्ठ इंजीनियर अरुण कुमार महंत, सेक्शन इंजीनियर मोहम्मद आमिर खान और टेकनीशियन पप्पू कुमार को सीबीआई ने गिरफ्तार किया है। तीनों अधिकारियों पर गैर इरादतन हत्या और अपराध के सबूतों को गायब करना के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। गिरफ्तार किए गए तीनों अधिकारियों से अब सीबीआई पूछताछ करेगी।

सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया

रेलवे बोर्ड के सूत्रों ने बताया था कि जांच में पाया गया कि सिग्नलिंग मेंटेनर ने एक ‘रीकनेक्शन मेमो’ जारी किया था, जिसका अर्थ है कि रखरखाव कार्य पूरा होने के बाद इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग सिग्नलिंग सिस्टम लाइव था। सूत्रों ने कहा कि ट्रेन को गुजरने की अनुमति देने से पहले सिग्नलिंग प्रणाली का परीक्षण करने के सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया गया।

293 मौतें, 52 शव अभी भी रखे

दो जून को बालासोर में हुए ट्रेन हादसे में कुल 293 यात्रियों की मौत हुई थी। मारे गए करीब 52 लोगों की पहचान अब तक नहीं की जा सकी और उनके शव अब भी भुवनेश्वर स्थित एम्स में रखे हुए हैं। 29 शवों की पहचान डीएनए जांच के जरिये की गई। पहचाने गए 29 शवों में से 22 का अंतिम संस्कार कर दिया गया है।

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