देशभर में छाया मानसून, कई राज्यों में अलर्ट, छत्तीसगढ़ में भी होगी बारिश

उमसभरी गर्मी से जल्द मिलेगी राहत

नई दिल्ली। देशभर के लगभग सभी राज्यों में इन दिनों झमाझम बारिश हो रही है। पिछले महीने आठ जून को केरल में दस्तक देने के बाद मॉनसून ने विभिन्न राज्यों को धीरे-धीरे कवर कर लिया। अब मौसम विभाग ने मॉनसून को लेकर खुशखबरी दी है। रविवार को मौसम विभाग ने बताया है कि आज साउथवेस्ट मॉनसून ने पूरे देश को कवर कर लिया है। कोई भी इलाका अब अछूता नहीं रहा, जहां मॉनसून नहीं पहुंचा हो। वहीं, दक्षिण के राज्यों के लिए अगले पांच दिनों तक भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी भी जारी की गई है। छत्तीसगढ़ में चार जुलाई के बाद बारिश का अनुमान जताया गया है। मौसम विभाग ने बताया है कि साउथवेस्ट मॉनसून रविवार को राजस्थान, हरियाणा और पंजाब के बचे हुए हिस्से में भी पहुंच गया। इस हिसाब से अब यह पूरे देश में पहुंच चुका है। खुशी की बात यह है कि आमतौर पर इसका समय पूरे देश को कवर करने का आठ जुलाई है, लेकिन छह दिन पहले ही इसने दो जुलाई को पूरे देश को कवर कर लिया है। बिहार में दो और तीन जुलाई को मूसलाधार बरसात होगी। वहीं, असम, मेघालय, सिक्किम में भी अगले कुछ दिनों तक तेज बारिश की चेतावनी जारी की गई है। वहीं, झारखंड में तीन और चार जुलाई व ओडिशा में तीन से छह जुलाई के बीच मूसलाधार बारिश का अलर्ट है

यहां अगले पांच दिन भारी बारिश

दक्षिण भारत के राज्यों को लेकर मौसम विभाग ने बताया कि साउथ इंटीरियर कर्नाटक, तटीय कर्नाटक, तमिलनाडु, पुडुचेरी, कराईकल, केरल और माहे में अगले पांच दिनों तक भारी से बहुत भारी बारिश होने जा रही है। पश्चिम भारत के राज्यों की बात करें तो कोंकण, गोवा और मध्य महाराष्ट्र के घाट इलाकों में पांचदिनों तक तेज बारिश होगी। हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा में अगले पांच दिनों तक भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी है।

गुजरात के कई इलाकों में बाढ़, 11 की मौत

गुजरात के कई हिस्सों में भारी बारिश होने से बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है जिससे कई गांवों का संपर्क टूट गया है। यहां बारिश से अब तक 11 लोगों की मौत हो गई। राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र (एसईओसी) के आंकड़े से पता चला है कि वलसाड और नवसारी जिलों के कुछ हिस्सों में रविवार सुबह समाप्त हुए पिछले 24 घंटे की अवधि में अत्यधिक भारी बारिश हुई। सड़कों पर पानी भर जाने या उसके बह जाने के कारण कई गांवों का संपर्क टूट गया है।

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