एनसीपी में दरार, अजित डिप्टी सीएम, भुजबल समेत 9 ने ली मंत्रिपद की शपथ

—महाराष्ट्र की राजनीति में बड़ा उलटफेर, शरद पवार को बड़ा झटका

— महाराष्ट्र में अब दो उपमुख्यमंत्री

–36 नए उपमुख्यमंत्री का पूरी मजबूती से समर्थन का दावा

इंट्रो

महाराष्ट्र की राजनीति में रविवार को बड़ा उलटफेर देखने को मिला। एनसीपी नेता अजित पवार ने बगावत कर दी है। पवार ने शिंदे सरकार के साथ मिलकर डिप्टी सीएम की शपथ ले ली है। वे राज्य के दूसरे डिप्टी सीएम होंगे। पवार के अलावा, एनसीपी के तकरीबन 18 विधायक भी राजभवन पहुंचे, जिसमें से आठ को मंत्री बनाया गया है।

मुंबई। महाराष्ट्र की राजनीति में एक बड़े नाटकीय घटनाक्रम के तहत रविवार को राकांपा नेता अजित पवार पार्टी में विभाजन की स्थिति पैदा करते हुए राज्य सरकार में उपमुख्यमंत्री बन गए। इस कदम ने उनके चाचा शरद पवार को चौंका दिया है, जिन्होंने 24 साल पहले पार्टी की स्थापना की थी। दक्षिण मुंबई के राजभवन में आयोजित समारोह में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के आठ नेताओं ने भी मंत्री पद की शपथ ली। इस बीच सूत्रों ने दावा किया कि पार्टी के 53 विधायकों में से 36 नए उपमुख्यमंत्री का पूरी मजबूती से समर्थन कर रहे हैं। सूत्रों ने बताया कि पटना में हाल में हुई विपक्ष की बैठक में राकांपा अध्यक्ष शरद पवार और पार्टी की कार्यकारी अध्यक्ष सुप्रिया सुले की मौजूदगी से अजित पवार और उनके समर्थक खफा थे। महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के कुछ घंटे बाद राकांपा नेता अजित पवार ने रविवार को कहा कि उनकी पार्टी ने देश के विकास के लिए एकनाथ शिंदे सरकार का हिस्सा बनने का फैसला किया। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व की भी सराहना की। उन्होंने राकांपा में किसी भी तरह के विभाजन से इनकार करते हुए कहा कि वे भविष्य के सभी चुनाव राकांपा के चुनाव चिह्न पर लड़ेंगे। अजित ने दावा किया, (पार्टी के) सभी निर्वाचित प्रतिनिधियों ने सरकार में शामिल होने के फैसले का समर्थन किया है। शरद पवार ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा)-शिवसेना के साथ जाने का फैसला पार्टी का नहीं था। उन्होंने कहा कि पार्टी नेतृत्व राज्य मंत्रिमंडल में शामिल होने वालों के खिलाफ कार्रवाई करेगा। उन्होंने पत्रकारों से कहा कि उन्हें इस बात की चिंता नहीं है कि लोग चले गए हैं, बल्कि उन्हें उनके भविष्य की चिंता है। उन्होंने कहा, ‘‘ पार्टी लाइन का उल्लंघन कर शिंदे सरकार में शामिल होने वालों पर फैसला लेना होगा। पवार ने कहा, आज का प्रकरण (उनकी पार्टी के विधायकों का शिंदे सरकार में शामिल होना) दूसरों के लिए नया हो सकता है, लेकिन मेरे लिए नहीं।

अजित बोले- नगालैंड में भी यही हुआ

इस बीच, अजित पवार ने भाजपा के साथ सत्ता साझा करने के अपने फैसले को सही ठहराते हुए कहा, अगर हम शिवसेना के साथ जा सकते हैं, तो हम भाजपा के साथ भी जा सकते हैं। नगालैंड में भी यही हुआ। उन्होंने कहा, समग्र और व्यापक विकास को ध्यान में रखते हुए फैसला किया गया है। हमारे पास प्रशासन का व्यापक अनुभव है, हम बेहतर काम करने के लिए इसका उपयोग कर सकते हैं।” अजित ने कहा, ‘‘मंत्रियों के विभागों की घोषणा कुछ दिनों में की जाएगी और हम तुरंत इस पर काम करना शुरू करेंगे।”

राज्यपाल बैस ने दिलाई शपथ

राजभवन में आयोजित समारोह में राज्यपाल रमेश बैस ने अजित पवार को उपमुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई। मंत्री पद की शपथ लेने वालों में छगन भुजबल, दिलीप वाल्से पाटिल, हसन मुशरिफ, धनंजय मुंडे, अदिति तटकरे, धर्मराव अत्राम, अनिल पाटिल और संजय बनसोडे शामिल हैं।राजभवन में विधानसभा उपाध्यक्ष नरहरि जिरवाल और राकांपा के कार्यकारी अध्यक्ष प्रफुल्ल पटेल भी मौजूद थे।

सीएम शिंदे बोले- विकास में आएगी तेजी

मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि राज्य अब एक मुख्यमंत्री और दो उप मुख्यमंत्रियों के साथ विकास की राह पर तेजी से आगे बढ़ेगा। राकांपा अध्यक्ष शरद पवार के भतीजे अजित के बारे में शिंदे ने कहा, विकास की राजनीति का विकास पुरुष द्वारा समर्थन किया जा रहा है। जब एक काबिल पार्टी कार्यकर्ता को दोयम दर्जे की भूमिका मिलती है, तो ऐसी चीजें होती हैं। शिंदे ने संवाददाताओं से कहा, अब ‘डबल इंजन’ की सरकार ‘ट्रिपल इंजन’ की हो गई है।

अजित की जगह जितेंद्र, होंगे नेता प्रतिपक्ष

अजित पवार की जगह अब जितेंद्र आव्हाड महाराष्ट्र विस में नेता प्रतिपक्ष होंगे। एनसीपी ने 5 जुलाई को बड़ी बैठक बुलाई है। पार्टी नेता जयंत पाटिल ने बताया कि सभी पदाधिकारियों, जिला अध्यक्षों, तालुका अध्यक्षों और सभी फ्रंटल संगठनों के प्रमुखों को मीटिंग के लिए बुलाया गया है। एनसीपी में अजित पवार की बगावत के बाद जितेंद्र आव्हाड ने सुप्रिया सुले के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस की। आव्हाड ने कहा कि शरद पवार बीमारी के दौरान भाषण देते रहे मगर इन लोगों ने उनका साथ छोड़ दिया। उन्होंने कहा कि यह सीनियर पवार के साथ व्यवहार करने का बहुत क्रूर तरीका है।

इधर, केंद्रीय मंत्रिमंडल की फेरबदल की अटकलें

सत्तारूढ़ भाजपा के शीर्ष नेतृत्व की कई दौर की बैठकों के बाद केंद्रीय मंत्रिपरिषद में फेरबदल की संभावना को लेकर जारी चर्चाओं के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को केंद्रीय मंत्रिपरिषद की बैठक की अध्यक्षता करेंगे। यह बैठक सोमवार को यहां के प्रगति मैदान में नवनिर्मित सम्मेलन कक्ष में होने की उम्मीद है, जो सितंबर में जी-20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेगा। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के नेता अजित पवार के अपनी पार्टी के कई विधायकों के साथ भाजपा-शिवसेना सरकार में शामिल होने और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह तथा पार्टी अध्यक्ष जे पी नड्डा सहित भाजपा के रणनीतिकारों से जुड़ी बंद कमरे में हुई कई बैठकों के बाद मंत्रिपरिषद में फेरबदल की संभावनाओं को बल मिला है। राकांपा के वरिष्ठ सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रफुल्ल पटेल को एक संभावित दावेदार के रूप में देखा जा रहा है। पटेल, राकांपा प्रमुख शरद पवार के बेहद करीबियों में गिने जाते थे लेकिन उन्होंने उनका साथ छोड़कर अजित पवार से हाथ मिला लिया।

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