अमेरिका में चार दिन, 4 डिनर, 24 ‘महारथी’ से मिलेंगे पीएम मोदी

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका की अपनी पहली राजकीय यात्रा पर है। चार दिन की अमेरिका यात्रा के दौरान पीएम मोदी चार डिनर में शामिल होंगे और विभिन्न क्षेत्रों के दो दर्जन से अधिक विचारकों और विशेषज्ञों से मुलाकात करेंगे। इससे पहले, अमेरिकी अखबार द वॉल स्ट्रीट जर्नल को दिए इंटरव्यू में पीएम मोदी ने कहा कि भारत और अमेरिका के बीच संबंध पहले से कहीं अधिक मजबूत और गहरे हैं।


नई दिल्ली/न्यूयार्क। रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच जब पूरी दुनिया दो गुटों में बंटी नजर आ रही है। ऐसे में भारत के लिए ग्लोबल मंच पर अपनी उपस्थिति मजबूत करना बड़ी चुनौती साबित हो रही है, लेकिन अपनी दमदार डिप्लोमेसी के दम पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दुनिया के इस पावर बैलेंस में मजबूती से भारत का पक्ष रख रहे हैं। पीएम मोदी 4 दिन के दौरे पर अमेरिका पहुंच गए। ये पीएम मोदी का अमेरिका का पहला स्टेट दौरा है। पीएम मोदी के इस दौरे पर दोनों देशों के बीच डिफेंस, बिजनेस, टेक्नोलॉजी और स्ट्रैटेजिक डील होंगी। इस दौरे में डिफेंस डील सबसे अहम मानी जा रही है। पीएम के इस दौरे पर भारत-अमेरिका के बीच भारत को सुपरपावर बनाने वाली अब तक की सबसे बड़ी डिफेंस डील होने वाली है।

इससे भारत की ताकत कई गुना बढ़ जाएगी. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मंगलवार को यहां विभिन्न क्षेत्रों के दो दर्जन से अधिक विचारकों और विशेषज्ञों से मुलाकात करेंगे जिनमें टेस्ला और ट्विटर के मालिक एलन मस्क समेत उद्यमी, नोबेल पुरस्कार विजेता अर्थशास्त्री पॉल रोमर, कलाकार, वैज्ञानिक, विद्वान, शिक्षाविद और स्वास्थ्य क्षेत्र के विशेषज्ञ शामिल होंगे। अधिकारियों ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी लेखक निकोलस नासिम तालिब और निवेशक रे डालियो से मुलाकात कर सकते हैं। अधिकारियों के अनुसार] जिन अन्य प्रमुख हस्तियों के प्रधानमंत्री से मिलने की संभावना है उनमें फालू शाह, जेफ स्मिथ, माइकल फ्रोमैन, डेनियल रसेल, एलब्रिज कॉल्बी, पीटर एग्रे, स्टीफन क्लास्को और चंद्रिका टंडन शामिल हैं। उन्होंने कहा कि इन मुलाकातों के दौरान बेहतर तालमेल, अमेरिका के घटनाक्रम को समझने और एजेंडे में शामिल अन्य मुद्दों के अलावा लोगों को भारत के साथ सहयोग करने के लिए आमंत्रित करने जैसे मुद्दों के बारे में बातचीत हो सकती है। उन्होंने कहा कि मोदी जिस देश का दौरा करते हैं, लोगों के बीच संपर्क बढ़ाने के लिए अक्सर उन देशों के प्रबुद्ध लोगों और हस्तियों से मिलते हैं।

नौ साल में आठवीं बार अमेरिका दौरा

नौ साल में आठवीं बार अमेरिका दौरे पर गए मोदी की यह पहली राजकीय यात्रा है। वे 21 जून को न्यूयॉर्क स्थित संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस समारोह की अगुवाई करेंगे। इसके बाद पीएम मोदी वाशिंगटन डीसी जाएंगे। यहां व्हाइट हाउस में उनका पारंपरिक स्वागत किया जाएगा। इसके बाद पीएम मोदी अमेरिकी राष्ट्रपति से मुलाकात करेंगे। पीएम मोदी प्रतिनिधि सभा के स्पीकर केविन मैकार्थी और सीनेट के स्पीकर चार्ल्स शूमर समेत कई सांसदों के न्यौते पर अमेरिकी कांग्रेस की संयुक्त सत्र को संबोधित करेंगे।

इन दिग्गजों से मिलेंगे पीएम मोदी

पीएम मोदी अपनी अमेरिका यात्रा के दौरान टेस्ला के सह-संस्थापक एलन मस्क, एस्ट्रोफिजिसिस्ट नील डेग्रसे टायसन, ग्रैमी पुरस्कार विजेता भारतीय-अमेरिकी गायक फालू (फाल्गुनी शाह), पॉल रोमर, नसीम निकोलस तालेब, रे डालियो, जेफ स्मिथ, माइकल फ्रोमैन डेनियल रसेल, एलब्रिज कोल्बी, डॉ. पीटर आग्रे, डॉ, स्टीफन क्लास्को और चंद्रिका टंडन से मुलाकात करेंगे। अपने अमेरिका दौरे में पीएम मोदी इन हस्तियों से बातचीत करके दोनों देशों के बीच आपसी सहयोग मजबूत करने को लेकर भी चर्चा करेंगे।

मोदी और मस्क की मुलाकात बेहद अहम

अमेरिका दौरे पर पीएम मोदी टेस्ला के सीईओ और ट्विटर के मालिक एलन मस्क से मुलाकात करेंगे। इससे पहले साल 2015 में दोनों की मुलाकात हुई थी। पीएम नरेंद्र मोदी और टेस्ला के मालिक की ये मुलाकात काफी अहम है, क्योंकि एलन मस्क टेस्ला की भारत में टेस्ला फैक्ट्री लगाना चाहते हैं, लेकिन किन्हीं कारणों से ऐसा होने में परेशानी आ रही है। टेस्ला का इंपोर्ट टैक्स कम करने के अनुरोध को भारत ने इनकार कर दिया था। पीएम मोदी ने साल 2015 में अमेरिका के टेस्ला फैक्ट्री का दौरा भी किया था।

मिस्र की अल-हाकिम मस्जिद जाएंगे पीएम

भारतीय प्रधानमंत्री लौटते वक्त मिस्र जाएंगे। पीएम मोदी का मिस्र की राजधानी कैरो स्थित अल हाकीम मस्जिद का दौरा भी होगा। अल हाकीम मस्जिद 11वीं सदी का है। छह वर्षों तक चले पुनरुद्धार कार्य के बाद इस शिया मस्जिद को इसी वर्ष फरवरी में दोबारा खोला गया था। इस मस्जिद का पुनरुद्धार करवाने में बोहरा समुदाय का विकास योगदान रहा। प्रधानमंत्री 24 से 25 जून तक मिस्र की राजकीय यात्रा पर जाएंगे जहां वो दोनों देशों के बीच संबंधों को मजबूत बनाने तथा कारोबार एवं आर्थिक सहयोग के नए क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर चर्चा करेंगे।

मीडिया से बोले पीएम मोदी

अमेरिका के साथ रिश्ते पहले से अधिक मजबूत

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि भारत और अमेरिका के बीच संबंध पहले से कहीं अधिक मजबूत और गहरे हैं। दोनों देशों के नेताओं के बीच ‘अभूतपूर्व विश्वास’ है। हालांकि चीन के साथ सामान्य द्विपक्षीय संबंधों के लिए उन्होंने सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति और स्थिरता को ‘आवश्यक’ बताया। अपने अमेरिका दौरे की शुरुआत से पहले ‘वाल स्ट्रीट जर्नल’ को दिए एक साक्षात्कार में वैश्विक राजनीति के बारे में बात करते हुए मोदी ने यह भी कहा, भारत कहीं उच्च, गहरी और व्यापक स्तर की भूमिका का हकदार है। भारत-चीन संबंधों के बारे में मोदी ने कहा, सामान्य द्विपक्षीय संबंधों के लिए सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति और स्थिरता जरूरी है। उन्होंने कहा, संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान करने, कानून के शासन का पालन करने और मतभेदों और विवादों के शांतिपूर्ण समाधान में हमारा मूल विश्वास है। साथ ही भारत अपनी संप्रभुता और गरिमा की रक्षा के लिए पूरी तरह से तैयार और प्रतिबद्ध है। यूक्रेन और रूस के बीच जारी युद्ध को लेकर भारत की भूमिका की आलोचना से जुड़े एक सवाल पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हिंदुस्तान इस मामले में तटस्थ नहीं है बल्कि शांति के पक्ष में है। उन्होंने कहा, सभी देशों को अंतरराष्ट्रीय कानून और देशों की संप्रभुता का सम्मान करना चाहिए। विवादों को ‘कूटनीति और बातचीत’ के जरिए हल किया जाना चाहिए, युद्ध के साथ नहीं। उन्होंने कहा, कुछ लोग कहते हैं कि हम तटस्थ हैं। लेकिन हम तटस्थ नहीं हैं। हम शांति के पक्ष में हैं। दुनिया को पूरा विश्वास है कि भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता शांति है।

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