मणिपुर में हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही, अब तक 100 से अधिक की माैत
इंफाल। मणिपुर में हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है। अब उपद्रवियों ने राजधानी इंफाल में केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री आरके रंजन सिंह के घर को आग के हवाले कर दिया। इस घटनाक्रम में किसी के भी हताहत होने की खबर नहीं है। ये दूसरी बार है जब प्रदर्शनकारियों ने किसी मंत्री के घर को निशाना बनाया है। बताया गया कि रात लगभग 11 बजे 50 से अधिक उपद्रवी पेट्रोल बम लेकर उनके घर में घुसे और पूरे घर को आग के हवाले कर भाग गए। इधर केंद्रीय राज्य मंत्री रंजन केरल के अपने सभी कार्यक्रम स्थगित कर वापस लौट आए हैं।
इससे पहले 14 जून को प्रदर्शनकारियों ने मणिपुर की महिला मंत्री नेमचा किपजेन के घर पर आग लगा दी थी। बता दें कि मणिपुर में 20 दिन में 4 मंत्रियों-विधायकों के घर पर हमला हो चुका है। गौरतलब है कि 9 जून को ही सीबीआई ने मणिपुर हिंसा के संबंध में 6 केस दर्ज किए। जांच के लिए एसआईटी बनाई है, इसमें 10 सदस्य हैं। इसी दिन सुप्रीम कोर्ट की वैकेशन बेंच ने राज्य में 3 मई से लगे इंटरनेट बैन पर फौरन सुनवाई से इनकार कर दिया। जस्टिस अनिरुद्ध बोस और जस्टिस राजेश बिंदल की बेंच ने कहा कि मामला पहले से हाईकोर्ट में है। इस पर सुनवाई होने दें। याचिका एडवोकेट चोंगथम विक्टर सिंह और बिजनेसमैन मायेंगबाम जेम्स ने दायर की थी।
मंत्री नहीं थे घर पर, शांति की अपील की :
मंत्री सिंह का घर मणिपुर के इंफाल पूर्व जिले के कोंगबा नंदीबम लेकाई इलाके में है। घटना के वक्त केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री आरके रंजन सिंह घर पर नहीं थे और आधिकारिक काम से केरल गए हुए थे। उन्होंने कहा, बदमाश पेट्रोल बम लेकर आए थे। घर के ग्राउंड और फर्स्ट फ्लोर को नुकसान पहुंचा है। मैं फिलहाल केरल में हूं। शुक्र है कि घटना में कोई घायल नहीं हुआ है। मैं लोगों से शांति की अपील करता हूं।
रात लगभग 11 बजे हुए घटना
बताया जा रहा है कि गुरुवार रात करीब 11 बजे 50 से ज्यादा उपद्रवी मंत्री के घर में जबरन घुस गए। घटना के समय गेट पर मौजूद गार्ड भी उपद्रवियों को रोक नहीं पाए। प्रदर्शनकारी अपने साथ पेट्रोल बम लेकर आए थे, जिससे उन्होंने घर को आग के हवाले कर दिया। इससे पहले 25 मई को भी भीड़ ने मंत्री पर हमला कर दिया था। तब सुरक्षाबलों ने आंसू गैस के गोले दागकर भीड़ को काबू किया था।
उपद्रवियों ने जलाए 2 अन्य घरों में भी लगाई आग
गुरुवार को इंफाल में उपद्रवियों ने 2 अन्य घरों में भी आग लगाई। दोपहर करीब 1 बजे उपद्रवियों ने पूर्वी इंफाल के न्यू चेकॉन क्षेत्र में स्थित इन घरों में आग लगाई। घटना में कोई हताहत नहीं हुआ, लेकिन कुछ लोगों के घायल होने की खबर है। बाद में पुलिस ने उपद्रवियों पर आंसू गैस के गोले दाग कर स्थिति को काबू किया। इस इलाके में सख्त कर्फ्यू के बावजूद प्रदर्शनकारी लगातार हिंसक घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं।
हिंसा में अब तक 100 से ज्यादा लोगों की मौत
मणिपुर में 3 मई के बाद से जारी हिंसा में अब तक 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। 320 घायल हैं और 47 हजार से ज्यादा लोग 272 राहत शिविरों में रहने को मजबूर हैं। इससे पहले मंगलवार रात सशस्त्र उपद्रवियों ने एक कुकी गांव पर हमला कर दिया था। इसमें 9 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 10 लोग घायल हुए थे।
गृह मंत्रालय ने किया है शांति समिति का गठन
गृह मंत्रालय ने मणिपुर में शांति बहाल करने के लिए शांति समिति का गठन किया है। इस समिति में कुल 51 सदस्य हैं, जिनमें विभिन्न समुदायों के प्रतिनिधि शामिल हैं। हालांकि, कुकी समुदाय ने इस समिति के बहिष्कार का ऐलान किया है। समुदाय के प्रतिनिधियों ने कहा कि उन्हें शांति समिति में शामिल करने से पहले उनकी सहमति नहीं ली गई। कुकी समुदाय मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह और उनके समर्थकों को समिति में शामिल किए जाने से भी नाखुश है।
मणिपुर में क्यों हो रही है हिंसा?
मणिपुर हाई कोर्ट ने मणिपुर सरकार से गैर-आदिवासी मैतेई समुदाय को अनुसूचित जनजाति (ST) का दर्जा दिए जाने की याचिका पर विचार करने को कहा था। इसका कुकी आदिवासियों ने विरोध किया था और 3 मई को एक मार्च का आह्वान किया। इसके बाद से ही राज्य में दोनों समुदायों के बीच हिंसा जारी है, जिसमें अब तक 100 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है और 320 लोग घायल हुए हैं।
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