- सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर के पूर्व सीईओ जैक डोर्सी ने लगाया बड़ा आरोप
(फोटो : जेडी)
नई दिल्ली। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर के पूर्व सीईओ जैक डोर्सी ने बड़ा आरोप लगाया है। जैक डोर्सी का कहना है कि कृषि कानूनों के खिलाफ भारत में हुए विरोध प्रदर्शन के समय सरकार ने आलोचना करने वाले कई ट्विटर अकाउंट को ब्लॉक करने के निर्देश दिए थे। डोर्सी ने दावा किया कि भारत सरकार की तरफ से उन पर दबाव बनाया गया और ट्विटर को भारत में बंद करने की भी धमकी दी गई।
बता दें कि एक यूट्यूब चैनल ‘ब्रेकिंग पॉइंट्स’ ने ट्विटर के पूर्व सीईओ जैक डोर्सी का इंटरव्यू किया। इस दौरान उनसे कई सवाल पूछे गए। इन्हीं सवालों में एक सवाल ये था कि क्या कभी किसी सरकार की तरफ से उन पर दबाव बनाने की कोशिश की गई? इसके जवाब में डोर्सी ने बताया कि ऐसा कई बार हुआ और डोर्सी ने भारत का उदाहरण दिया। डोर्सी ने कहा कि ‘सरकार की तरफ से उनके कर्मचारियों के घरों पर छापेमारी की बात कही गई। साथ ही नियमों का पालन नहीं करने पर ऑफिस बंद करने की भी धमकी दी गई। डोर्सी ने कहा कि यह सब भारत जैसे लोकतांत्रिक देश में हुआ’।
कृषि कानूनों के खिलाफ देशभर में हुए थे प्रदर्शन
नवंबर 2020 में भारत सरकार ने देश में तीन कृषि कानून लागू किए थे। हालांकि कानून लागू होने के साथ ही उनका विरोध भी शुरू हो गया था और एक साल तक देशभर में जगह जगह विरोध प्रदर्शन, धरने हुए। आखिरकार एक साल बाद यानी कि नवंबर 2021 में केंद्र सरकार ने तीनों कृषि कानूनों को वापस ले लिया। विरोध प्रदर्शन के दौरान सोशल मीडिया पर सरकार को खूब आलोचना झेलनी पड़ी थी।
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मोदी सरकार की प्रतिक्रिया
भारत के आईटी राज्यमंत्री राजीव चंद्रशेखर ने ट्वीट कर डोर्सी के दावों को ‘झूठ का पुलिंदा’ करार दिया। उन्होंने कहा, ‘जनवरी 2021 में विरोध प्रदर्शन के दौरान, बहुत सारी गलत सूचनाएं फैलाई जा रही थीं । भारत सरकार को सोशल मीडिया मंच से गलत सूचनाओं को हटाने के लिए बाध्य होना पड़ा क्योंकि इसमें स्थिति और भड़क सकती थीं।” चंद्रशेखर ने कहा, “जैक के समय में ट्विटर पर इस तरह का पक्षपातपूर्ण व्यवहार किया गया था। –
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मोदी सरकार की निरंकुशता स्थापित
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि मोदी सरकार की निरंकुशता स्थापित हो चुकी थी। सरकार जैक को कहती थी कि पत्रकारों के अकाउंट को ब्लॉक करें, नहीं तो ट्विटर ऑफिस पर छापा मारा जाएगा। इससे साबित होता है कि देश में लोकतंत्र की आड़ में तानाशाही है। कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि इस लोकतांत्रिक देश में लोकतंत्र की हत्या की जा रही है। ट्विटर को धमकाया जाता था कि अगर किसानों को दिखाओगे तो भारत में बोरिया-बिस्तर समेट देंगे। सुप्रिया का आरोप है कि सरकार के कहने पर राहुल गांधी के ट्विटर अकाउंट पर भी छह महीने के लिए रोक लगाई गई थी। राहुल गांधी हमेशा कहते हैं देश के लोकतंत्र को कमजोर किया जा रहा है। डोर्सी की टिप्पणी से यह बात प्रमाणित हो जाती है।
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