पहलवानों के समर्थन में सिद्धू, कहा- दोषियों को बचाया जा रहा

  • धरना जारी, समर्थन देने पहुंचे किसान और पूर्व क्रिकेटर

नई दिल्ली। कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ पहलवानों का धरना जारी है। जंतर-मंतर पर हो रहे इस प्रदर्शन को सोमवार को 9 दिन हो गए। इस बीच, पूर्व भारतीय क्रिकेटर और कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने सोमवार को प्रदर्शनकारी पहलवानों का समर्थन करते हुए भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। उन्होंने कहा कि गैर जमानती पोस्को कानून के तहत मामला दर्ज होने के बावजूद उसे अभी तक गिरफ्तार क्यो नहीं किया गया है। बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक और विनेश फोगाट समेत भारत के शीर्ष पहलवान बृजभूषण के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर जंतर मंतर पर धरने पर बैठे हैं। भाजपा सांसद बृजभूषण के खिलाफ दो प्राथमिकी दर्ज हैं। सिद्धू से पहले कांग्रेस से प्रियंका गांधी और भूपिंदर सिंह हुड्डा, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, राष्ट्रीय लोक दल के नेता जयंत चौधरी, जम्मू कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक, दिल्ली सरकार की मंत्री आतिशी सिंह और सौरभ भारद्वाज भी पिछले आठ दिन में धरना स्थल पर पहुंच चुके हैं। सिद्धू ने सोशल मीडिया पर पहलवानों के साथ तस्वीर पोस्ट करके समर्थन जताया। उन्होंने ट्वीट किया, प्राथमिकी दर्ज करने में देर क्यों की गई। प्राथमिकी सार्वजनिक नहीं करने से साफ है कि उसमें गंभीरता नहीं है और पहलवानों की शिकायत के अनुरूप नहीं है। उन्होंने कहा, मकसद साफ है कि दोषी को बचाना है। मामले को ढका जा रहा है। प्राथमिकी दर्ज करने में विलंब करने वाले अधिकारी के खिलाफ आईपीसी की धारा 166 के तहत कार्रवाई क्यों नहीं की गई। उन्होंने कहा, पोस्को कानून के तहत मामले गैर जमानती हैं। अभी तक गिरफ्तारी क्यो नहीं हुई है। ताकतवर लोगों के लिये क्या अलग कानून है। वह व्यक्ति इतना प्रभावशाली क्यो बना हुआ है जो कैरियर बना और बिगाड़ सकता है। सिद्धू ने कहा, यह लड़ाई औरतों के सम्मान और गरिमा की है।

हरियाणा के मंत्री बोले-बृजभूषण को इस्तीफा दे देना चाहिए

हरियाणा के मंत्री रणजीत चौटाला ने भी कहा कि बृजभूषण को इस्तीफा दे देना चाहिए। चौटाला ने कहा कि इन खिलाड़ियों ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश का मान बढ़ाया है। ऐसे खिलाड़ियों को धरने पर बैठना पड़े, यह सही नहीं है। मामले की सच्चाई जल्द सामने आनी चाहिए और बृजभूषण को इस्तीफा दे देना चाहिए।

पहलवानों के साथ आए तमिलनाडु के सीएम

तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टॉलिन ने पहलवानों की मांगों का समर्थन किया है। सोमवार को स्टॉलिन ने अपने ट्वीट में लिखा, भारत का मान बढ़ाने वाले भारतीय पहलवानों को यौन उत्पीड़न के सामने आत्मसम्मान की रक्षा के लिए विरोध करने के लिए मजबूर होना दिल को दहला देने वाला है। आज हमारी पार्टी की ओर से हमारे सांसद इन रेसलर्स से मिले। हम न्याय के लिए अपने पहलवानों के साथ खड़े रहेंगे।

बृजभूषण बोले-चाहे फांसी दे दो, लेकिन न रोको कुश्ती

भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने सोमवार को कहा कि देश के शीर्ष पहलवानों के विरोध प्रदर्शन के कारण पिछले चार महीने से खेल की सभी गतिविधियां ठप पड़ी हैं। डब्ल्यूएफआई प्रमुख ने इसके साथ ही कहा कि वह फांसी के लिए तैयार हैं लेकिन कुश्ती की गतिविधियां नहीं रुकनी चाहिए क्योंकि इससे कैडेट और जूनियर पहलवानों को नुकसान हो रहा है। उन्होंने कहा, पिछले चार महीनों से कुश्ती की सभी गतिविधियां ठप पड़ी हैं। मैं कहता हूं कि मुझे फांसी दे दो लेकिन कुश्ती की गतिविधियों को मत रोको। बच्चों के भविष्य से मत खेलो। कैडेट की राष्ट्रीय चैंपियनशिप को होने दो चाहे कोई भी इसे आयोजित करें। चाहे वह महाराष्ट्र हो, तमिलनाडु या त्रिपुरा लेकिन कुश्ती की गतिविधियों को मत रोको।

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