- अदाणी मामला
(फोटो : अदाणी)
नई दिल्ली। अदाणी-हिंडनबर्ग विवाद के बीच कांग्रेस ने सुप्रीम कोर्ट की गठित समिति पर कांग्रेस नाखुश नजर आ रही है। पार्टी का कहना है कि इससे भारतीय जनता पार्टी सरकार को ‘क्लीन चिट’ मिल जाएगी। साथ ही उन्होंने इसके अदाणी केंद्रित होने का भी दावा किया है। पार्टी लगातार जेपीसी जांच की मांग पर अड़ी हुई है। कांग्रेस का कहना है कि इस मामले में केवल जेपीसी जांच के जरिए ही सच सामने आएगा। पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश का मानना है कि कोर्ट की कमेटी सरकार के सवाल नहीं पूछेगी, क्योंकी इसका मुख्य ध्यान अदाणी समूह पर होगा। कांग्रेस के अलावा कई अन्य विपक्षी दल भी जेपीसी जांच की मांग उठा रहे हैं। संसद के बजट सत्र के दौरान यह मुद्दा गर्माया रहा। रमेश ने कहा, ‘सुप्रीम कोर्ट की समिति अदाणी केंद्रित है। जो सवाल हमने उठाए हैं, उनका निशाना पीएण मोदी और सरकार हैं। सुप्रीम कोर्ट कमेटी उन सवालों को नहीं उठाएगी। केवल जेपीसी ही इन सवालों पर विचार कर सकती है। जेपीसी में बाजपा संख्या बल में ज्यादा होगी और उनका सांसद अध्यक्ष भी है। लेकिन विपक्ष को सवाल उठाने, सरकार की प्रतिक्रिया लेने का मौका मिलेगा और सबकुछ ऑन रिकॉर्ड होगा।’
अदाणी ग्रुप पर कांग्रेस का नया हमला
कांग्रेस नेता ने आरोप लगाए हैं कि ‘अदाणी घोटाला’ केवल स्टॉक मार्केट तक ही सीमित नहीं है। उन्होंने दावा किया कि यह ‘पीएम मोदी की मंशा और नीतियों’ से भी जुड़ा हुआ है। उन्होंने कहा, ‘सुप्रीम कोर्ट का पैनल सरकार के सवाल नहीं पूछेगा, बल्कि क्लीन चिट दे देगा। यह कमेटी सरकार और पीएम से दाग हटाने के प्रयास के अलावा कुछ नहीं है। यह सरकार की समिति के लिए क्लीन चिट है।’
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