पुतिन को अरेस्ट किया तो आएगा परमाणु प्रलय

-रूसी राष्ट्रपति के करीबी मेदवदेव की खुली धमकी

मास्को। अंतरराष्ट्रीय आपराधिक अदालत की ओर से जारी वारंट के बाद रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन पर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है। इस बीच युद्धापराधी घोषित किए गए पुतिन के करीबी और पूर्व रूसी राष्ट्रपति दमित्री मेदवदेव ने परमाणु प्रलय की धमकी दी है। मेदवदेव ने कहा कि अगर पुतिन को अरेस्ट करने का कोई भी प्रयास किया जाता है तो इससे दुनिया में परमाणु कयामत आ सकता है। वहीं रूसी राष्ट्रपति कार्यालय ने कहा है कि कोर्ट का वारंट एक पक्षपातपूर्ण फैसला है और यह हमारे लिए कोई महत्व नहीं रखता है। रूसी अधिकारियों ने यूक्रेन युद्धापराध का पूरी तरह से खंडन किया है और दावा किया कि पश्चिमी देशों ने यूक्रेन की ओर से किए युद्धापराधों को अनदेखा किया है। इस समय मेदवदेव रूस के शक्तिशाली सुरक्षा परिषद के उप प्रमुख हैं। मेदवदेव ने टेलिग्राफ पर जारी एक वीडियो में कहा कि अगर पुतिन को गिरफ्तार करने का प्रयास किया जाता है तो उस देश में हमारी सभी मिसाइलों का मुंह मोड़ दिया जाएगा।

00

गुजरात-महाराष्ट्र और एमपी में 7 ठिकानों पर छापेमारी

-‘गजवा-ए-हिंद’ के खिलाफ एनआईए की बड़ी कार्रवाई

नई दिल्ली। ‘गजवा-ए-हिंद’ मामले की जांच कर रही राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने गुरुवार को महाराष्ट्र, गुजरात और मध्य प्रदेश में सात जगहों पर छापेमारी की। आपको बता दें कि ‘गजवा-ए-हिंद’ के जरिए सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर युवाओं को कट्टरपंथ के रास्ते पर लाने के लिए उकसाया जाता है। बाद में उनसे आतंकवादी गतिविधियों से जुड़े काम करवाए जाते हैं। एनआईए ने आज महाराष्ट्र के नागपुर और गुजरात में तीन-तीन और मध्य प्रदेश के ग्वालियर में एक स्थान पर छापेमारी की है। एनआईए की छापेमारी के दौरान देश विरोधी गतिविधियों में शामिल संदिग्धों के आवासीय परिसर और दूसरे ठिकानों को खंगाला गया।

पिछले साल जुलाई में मामला दर्ज

एनआईए ने बिहार के फुलवारीशरीफ पुलिस स्टेशन में पिछले साल 22 जुलाई को गजवा-ए-हिंद का मामला दर्ज किया था। फुलवारीशरीफ केस की जांच के दौरान एनआईए ने कहा था, ”पता चला है कि आरोपी मरगुब अहमद दानिश एक खट्टरपंथी व्यक्ति है। वह अपने व्हाट्सएप ग्रुप “गजवा-ए-हिंद” के जरिए कई विदेशी संस्थाओं के संपर्क में था। एनआईए ने कहा था, “इस ग्रुप में कश्मीर में हो रहे आतंकवादी घटनाओं को युवाओं के बीच महिमामंडित किया जा रहा था। एक अन्य ग्रुप में हिंसा के जरिए भारत पर विजय पाने का प्रचार कर रहा था। इस साल 6 जनवरी को एनआईए ने इस मामले में बिहार में एनआईए की विशेष अदालत में एक आरोपी के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया था।

00000

प्रातिक्रिया दे