एएसआई की धारदार हथियार से हत्या, पुलिस महकमे में हड़कंप

0 पुलिस कर्मियों के बैरक में वारदात

0 पुलिस के आला अधिकारी व विशेष टीम ने जुटी है मामले की जांच में

कोरबा। बांगो थाने में पदस्थ एक एएसआई की थाना परिसर में बने बैरक में शुक्रवार की सुबह रक्त रंजित लाश मिली है। शरीर पर जगह जगह धारदार हथियार से बने चोट के निशान हैँ। प्रथम दृष्टया पुलिस से हत्या का मामला मान रही है। एक विशेष टीम को मामले की छान बीन में लगाया गया है।

जानकारी के अनुसार बांगो थाना क्षेत्र के सिंचाई कॉलोनी के मकान नंबर एचडी-7 में एएसआई नरेंद्र सिंह परिहार 54 वर्ष पिता गुलजार सिंह परिहार का परिवार निवास करता है। 5 माह पहले नरेंद्र सिंह परिहार का बालको थाना से बांगो थाना तबादला हुआ था । तब से वे बांगो थाने में अपनी सेवा दे रहे थे। बताया जाता है कि गुरुवार को पुलिस होली खेलने के बाद पुलिस के कुछ कर्मचारी रात को श्री परिहार के साथ थाना परिसर स्थित बैरक में खाना खा रहे थे। जहां देर रात तक वे जाग रहे थे। रात लगभग 2 बजे के आसपास सभी अपने-अपने कमरे में सोने के लिए चले गए। जिसके बाद शुक्रवार की सुबह लगभग 6 बजे नरेंद्र सिंह परिहार की लाश औंधे मुंह उसके बिस्तर में पड़ी हुई मिली । उसे खून से लथपथ देख पुलिस कर्मी सकते में आ गए और तत्काल इसकी सूचना थाना प्रभारी नवीन देवांगन को दी। नवीन देवांगन इस खबर से अपने वरिष्ठ अफसरों को अवगत करया।एएसआई की हत्या की खबर पाते ही पुलिस अधीक्षक यू उदय किरण, अतिरिक्त, पुलिस अधीक्षक अभिषेक वर्मा, फॉरेंसिक एक्सपर्ट की विशेष टीम सहित आसपास के थाना प्रभारी दल बल सहित मौके पर पहुंचे। घटना स्थल का निरिक्षण करने के बाद पुलिस की टीम मामले की छानबीन में जुट गई है लेकिन पुलिस के हाथ अब तक कोई ठोस सुराग नहीं लगा है। फिलहाल नरेंद्र सिंह परिहार की हत्या किसने और क्यों की है यह स्पष्ट नहीं हो पाया है।

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सन 1998 से जिले में थे पदस्थ

नरेंद्र सिंह परिहार का जन्म 1968 में हुआ था । जो मूल रूप से बिलासपुर जिले के करगी रोड कोटा के ग्राम घोवरीपाठ के रहने वाले tha। उनकी पुलिस में भर्ती बिलासपुर जिले में सन 1994 में हुई थी और सन 1998 से नरेंद्र सिंह परिहार कोरबा जिला में पदस्थ थे । विभिन्न थानों में अपनी सेवा देने के बाद कुछ वर्ष पूर्व ही एएसआई के पद पर पदोन्नत हुए थे। वे बहुत ही मिलनसार मृदुभाषी थे। श्री परिहार की पत्नी नीतू परिहार, बड़ी पुत्री नेहा 25 वर्ष शिक्षिका के पद पर पदस्थ है जबकि उसकी दूसरी पुत्री निधि पीजीडीसीए का कोर्स कर रही है जबकि 18 वर्षीय पुत्र गौरव कटघोरा महाविद्यालय में प्रथम वर्ष का छात्र है। पिता की मौत हो जाने से अब इस परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। आसपास क्षेत्र में वारदात के बाद सन्नाटा पसरा हुआ। वहीं देर शाम को नरेंद्र परिहार का अंतिम संस्कार उसके गृहग्राम में हुआ।

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देर रात तक जाग रहे थे परिहार व अन्य स्टाफ

प्रारंभिक जांच के दौरान जो बात सामने आई है उसके मुताबिक बांगो थाने में पदस्थ एएसआई नरेंद्र सिंह परिहार व विभाग के अन्य अधिकारी कर्मचारियों ने गुरुवार को पुलिस होली मनाया था जिसके बाद गुरुवार को नरेंद्र सिंह परिहार और कुछ अन्य सहकर्मी देर रात तक जाग रहे थे। बताया जाता है कि देर रात लगभग 1:30 बजे के आसपास उन्होंने खाना खाया था और 2 बजे श्री परिहार सोने के लिए गए थे। जिसके बाद हत्यारा ने बैरक में बने उस कमरे में जहां श्री परिहार सो रहे थे का दरवाजा तोड़कर उनके कमरे में घुसा और उसके सिर पर धारदार हथियार से ताबड़तोड़ संघातिक वार उनकी हत्या कर भाग निकला। जिससे उसकी मौत हो गई है। हत्या की वारदात के बाद खोजी डॉग बाघा को लेकर टीम मौके पर पहुंची और बाघा की मदद से आसपास क्षेत्र में सुराग तलाशने की कोशिश की लेकिन कोई ठोस सुराग नहीं मिल पाया है। वहीं आसपास क्षेत्र में सीसीटीवी कैमरा नहीं होने से पुलिस की मुश्किलें बढ़ गई है क्योंकि पुलिस को किसी तरह का क्लू नहीं मिल पा रहा है। अब पुलिस की टीम विभिन्न मामलों को लेकर मामले की जांच में जुटी हुई है। देखना है कि पुलिस इस अंधेकत्ल की गुत्थी को कब तक सुलझा पाती है।

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मामले की हो रही है जांच

बांगो थाने में पदस्थ एएसआई श्री परिहार की लाश थाना परिसर स्थित कमरे में मिली है। प्रथम दृष्टया मामला हत्या का प्रतीत हो रहा है। पुलिस मामले की गुत्थी सुलझाने के लिए विभिन्न एंगल पर जांच कर रही है।

अभिषेक वर्मा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, कोरबा

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