कहते हैं न जहां चाह वहां राह, इस कहावत को सच कर दिखाया है डेन पारकर नाम के एक शख्स है, जिन्होंने दृष्टिहीन होने के बावजूद 339 किलोमीटर की रफ्तार से गाड़ी चलाकर गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज करवा लिया. समाज में कई ऐसे लोग हैं, जो खुद को कमजोर समझ खुद में खामियां निकालने लगते हैं. ऐसे लोगों के लिए डेन पारकर एक प्रेरणा स्त्रोत हैं, जिन्होंने ये साबित कर दिखाया है कि हौसले मजबूत हों तो किसी भी नामुमकिन काम को मुमकिन बनाया जा सकता है. इसकी बानगी आप इस वीडियो को देखकर लगा सकते हैं.
12 वर्षीय टेड (जो डेन पारकर के भतीजे हैं) कहते हैं कि कभी-कभी उनका दृष्टिहीन होना उन्हें कमजोर बनाता था, लेकिन अब जब वह डेन पारकर से मिलते हैं तो उनसे जीवन के बारे में एक नया दृष्टिकोण पाते हैं.
डेन पारकर ने इस रिकॉर्ड को बनाने के लिए अपने एक्सीडेंट की 10वीं सालगिरह का दिन चुना, ताकि उन्हें वह हमेशा याद रहे. बताया जा रहा है कि तकरीबन 10 साल पहले डेन पारकर कार रेसिंग में एक हादसे के शिकार हो गए थे. इस हादसे में उन्होंने अपनी दोनों आंखें गवां दी थी. इसके बाद भी उन्होंने जिंदगी से कभी हार नहीं मानी, बल्कि जिंदगी में कुछ लक्ष्य तय किए.
31 मार्च को डेन पारकर ने 339.64 किलोमीटर की रफ्तार कार चलाकर ‘एक दृष्टिहीन द्वारा सबसे तेज कार चलाने का’ गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया. पारकर ने इसके लिए 10 साल मेहनत की है और आखिरकार अपने सपनों को एक नई उड़ान दी. बता दें कि 10 साल पहले इसी दिन (31 मार्च) पारकर ने एक हादसे में अपनी दोनों आंखें गवां दी थीं.
बता दें कि नेशनल फेडरेशन ऑफ द ब्लाइंड ड्राइव चैलेंज के अंतर्गत ऑडियो गाइडेंस सिस्टम की मदद से डेन पारकर ने कार को ड्राइव कर अपना मुकाम हासिल किया. पारकर को उम्मीद है कि उनकी इस कामयाबी से दुनियाभर के नेत्रहीन लोग प्रेरणा लेंगे.
चली गई आंखों की रोशनी पर नहीं टूटा हौसला, 339 की रफ्तार से कार चलाकर बनाया गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड

