-राष्ट्रपति मुर्मू ने संसद में अपने पारंपरिक अभिभाषण में कहा
-मोदी सरकार का बुधवार को पेश होने वाला है आम बजट
-सरकार की 50 उपलब्धियों को गिनाया मुर्मू ने
नई दिल्ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मंगलवार को कहा कि सरकार का स्पष्ट मानना है कि स्थायी शांति तभी संभव है, जब हम राजनीतिक और रणनीतिक रूप से सशक्त होंगे एवं इसीलिए देश अपनी सैन्य शक्ति के आधुनिकीकरण पर निरंतर बल दे रहा है। राष्ट्रपति ने बजट सत्र के पहले दिन ऐतिहासिक केंद्रीय कक्ष में संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करते हुए अपने पारंपरिक अभिभाषण में यह बात कही। उनकी यह टिप्पणी पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ भारत के सीमा विवाद और जम्मू-कश्मीर में सीमा पार से पाकिस्तान समर्थित आतंकवाद की चुनौतियों के बीच आई है। किसी देश का नाम लिए बिना राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि नियंत्रण रेखा (एलओसी) से लेकर वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) तक हर दुस्साहस का कड़ा जवाब दिया गया है। राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘मेरी सरकार ने देशहित को सदैव सर्वोपरि रखा, नीति-रणनीति में संपूर्ण परिवर्तन की इच्छाशक्ति दिखाई। सर्जिकल स्ट्राइक से लेकर आतंकवाद पर कठोर प्रहार तक, एलओसी से लेकर एलएसी तक हर दुस्साहस के कड़े जवाब तक, अनुच्छेद 370 को हटाने से लेकर तीन तलाक तक, मेरी सरकार की पहचान एक निर्णायक सरकार की रही है।” भारत ने सितंबर 2016 में, पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकवादी शिविरों को निशाना बनाते हुए सर्जिकल स्ट्राइक की थी।
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अभिभाषण की खास बातें
-मेरी सरकार के लगभग नौ वर्षों में भारत के लोगों ने अनेक सकारात्मक परिवर्तन पहली बार देखे हैं। सबसे बड़ा परिवर्तन यह हुआ है कि आज हर भारतीय का आत्मविश्वास शीर्ष पर है और दुनिया का भारत को देखने का नज़रिया बदला है।
-हमें आत्मनिर्भर भारत बनना है। आज भारत में एक स्थिर, निडर, निर्णायक और बड़े सपनिए काम करने वाली सरकार है। आज भारत में गरीबों को स्थाई समाधान और उनके स्थाई सशक्तीकरण के लिए काम करने वाली सरकार है।
-हम ऐसा भारत बनाएंगे, जिसमें गरीबी न हो. आज भारत में अभूतपूर्व स्पीड और स्केल पर काम करने वाली सरकार है। भारत में इनोवेशन और टेक्नोलॉजी के माध्यम से जनकल्याण को सर्वोपरि रखने वाली सरकार है।
- आज भारत में महिलाओं के सामने से हर बाधा को दूर करने वाली सरकार है। आदिवासी परंपरा के सम्मान का अवसर है।
-हमें भ्रष्टाचार से मुक्ति मिल रही है। आयुष्मान भारत योजना ने देश के करोड़ों गरीबों को और गरीब होने से बचाया है, उनके 80 हजार करोड़ रुपए खर्च होने से बचाए हैं।
-मेरी सरकार ने हर उस समाज की इच्छाओं को पूरा किया है, जो सदियों से वंचित रहा है। गरीब, दलित, पिछड़े, आदिवासी, इनकी इच्छाओं को पूरा कर उन्हें सपने देखने का साहस दिया है।
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180 से अधिक बार मेज थपथपाईं
देश की पहली आदिवासी राष्ट्रपति के रूप में द्रौपदी मुर्मू ने मंगलवार को संसद के ऐतिहासिक केंद्रीय कक्ष में दोनों सदनों की संयुक्त बैठक में अपना पहला अभिभाषण हिंदी में दिया। उनके अभिभाषण में सरकार की 50 से अधिक उपलब्धियां गिनाये जाने पर सत्ता पक्ष के कई सदस्यों ने मेजें थपथपाकर उनका स्वागत किया। राष्ट्रपति मुर्मू के करीब एक घंटे (64 मिनट) के, पहले अभिभाषण के दौरान सत्ता पक्ष के सदस्यों ने 180 से अधिक बार मेज थपथपायीं। इससे पहले राष्ट्रपति भवन से घुड़सवार दस्ते एवं अंगरक्षकों के साथ राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू अपने वाहन से संसद भवन पहुंचीं। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और लोकसभा एवं राज्यसभा के महासचिवों ने उनकी आगवानी की।
थरूर ने कहा- भाषण चुनावी
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण पर कांग्रेस ने बीजेपी पर निशाना साधा है। सांसद शशि थरूर ने कहा कि बीजेपी राष्ट्रपति के माध्यम से चुनावी फायदे लेने की कोशिश कर रही है। ”राष्ट्रपति चुनाव नहीं लड़ते लेकिन ऐसा लग रहा था कि बीजेपी सरकार अपना अगला चुनाव अभियान उनके माध्यम से चला रही है। पूरा भाषण एक चुनावी भाषण लग रहा था। वे सरकार के किए गए हर काम की प्रशंसा करने की कोशिश कर रही थीं, लेकिन वो उन चीजों को छोड़ रही थीं जिनमें सरकार का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा है। हम इसके लिए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को जिम्मेदार नहीं कह सकते क्योंकि भाषण मौजूदा केंद्र सरकार ने लिखा था।
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